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बहराइच से सेवानिवृत्त आईएएस और आईपीएस कर रहे हैं टिकट की दावेदारी - up news

बहराइच की दो लोकसभा सीटों बहराइच और कैसरगंज का लोकसभा का चुनाव ऐतिहासिक और रोचक होगा. कांग्रेस से डॉक्टर ओम प्रकाश पूर्व आईएएस और बीजेपी से वीपी कनौजिया के नाम प्रमुख हैं.

बहराइच से आईएएस और आईपीएस कर रहे हैं टिकट दावेदारी
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Published : Mar 13, 2019, 10:21 AM IST

बहराइच :जनपद में लोकसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है. बहराइच की दो लोकसभा सीटों में बहराइच (सुरक्षित) और कैसरगंज लोकसभा सीटों पर मतदान पांचवें चरण में होगा. दोनों लोकसभा सीटों पर कांग्रेस, भाजपा ने अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं की है.

सपा-बसपा गठबंधन ने बहराइच सुरक्षित लोकसभा सीट से शब्बीर अहमद बाल्मीकि का टिकट घोषित किया है, लेकिन कैसरगंज लोकसभा सीट से अभी उनके दल का कोई प्रत्याशी घोषित नहीं हुआ है. भाजपा से बगावत कर कांग्रेस का दामन थामने वाली भाजपा की सांसद सावित्री बाई फुले के टिकट का भी अभी कांग्रेस ने एलान नहीं किया है. सपा-बसपा गठबंधन और भाजपा, कांग्रेस से कई लोग अपनी-अपनी दावेदारी कर रहे हैं. दावेदारी करने वालों में कई सेवानिवृत्त आईएएस और आईपीएस भी हैं.

इस चुनाव में गठबंधन होने के कारण कई राजनीतिक पंडितों के गणित फेल होते नजर आ रहे हैं. नए राजनीतिक समीकरण के चलते सावित्रीबाई फूले की उम्मीदवारी अटकलों के घेरे में हैं. सावित्रीबाई फुले 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट से जीत कर लोकसभा पहुंची थीं. इस बार उन्होंने भाजपा से बगावत कर दी और सपा-बसपा में जमीन तलाशने की कोशिश की, लेकिन उचित मुकाम न मिलने के चलते उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया है.

बहराइच से सेवानिवृत्त आईएएस और आईपीएस कर रहे हैं टिकट दावेदारी.

भाजपा ने अभी तक दोनों लोकसभा सीटों पर किसी भी प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया है. वह फिलहाल पशोपेश की स्थिति में है. सावित्रीबाई फुले के भाजपा से त्यागपत्र देने के बाद भाजपा जिताऊ और टिकाऊ प्रत्याशी के लिए मंथन कर रही है. ऐसे में कई नाम प्रकाश में आए हैं. भाजपा के बलहा विधानसभा क्षेत्र के विधायक अक्षयवरलाल गौड़ और सरोज सोनकर और जुगल किशोर के नाम दावेदारी की लिस्ट में ऊपर हैं.

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बहराइच से सेवानिवृत्त आईएएस और आईपीएस कर रहे हैं टिकट दावेदारी.

जुगल किशोर बसपा के जोनल कोऑर्डिनेटर थे और वह पूर्व सांसद भी हैं. उन्होंने बसपा को छोड़कर भाजपा का दामन थामा था. राजनीतिक गलियारों में भाजपा में उनकी टिकट की दावेदारी पुख्ता मानी जा रही है, जबकि कांग्रेस से मनुदेवी, डॉक्टर ओम प्रकाश सेवानिवृत्त आईएएस और सावित्रीबाई फुले के नाम प्रमुख हैं. फिलहाल कांग्रेस सपा-बसपा गठबंधन में शामिल होने से इंकार कर रही है. राजस्थान के विधायक एवं उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सह प्रभारी राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर जो बहराइच और कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र के प्रभारी हैं उनका कहना है कि कांग्रेस सपा-बसपा गठबंधन में शामिल नहीं होगी. वह अपने दम पर उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और भारी संख्या में कांग्रेस उम्मीदवार जीत कर लोकसभा में पहुंचेंगे.

गठबंधन के सवाल पर उनका कहना है कि चुनाव के बाद समान विचारधारा वाले दलों के साथ समझौता कर केंद्र में राहुल गांधी के नेतृत्व में सरकार बनाई जाएगी. स्थानीय कांग्रेस नेता शहर कांग्रेस अध्यक्ष शेख जकरिया का कहना है कि बहराइच की दोनों लोकसभा सीटों के लिए अनेकों दावेदार हैं, लेकिन पार्टी जिसे टिकट देगी उसको जीजान से लगकर चुनाव जिताया जाएगा. वहीं दूसरी ओर बहराइच लोकसभा सीट से सपा-बसपा गठबंधन के घोषित प्रत्याशी शब्बीर अहमद बाल्मीकि अपनी जीत के प्रति पूरी तरह से आश्वस्त नजर आ रहे हैं.

बहराइच :जनपद में लोकसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है. बहराइच की दो लोकसभा सीटों में बहराइच (सुरक्षित) और कैसरगंज लोकसभा सीटों पर मतदान पांचवें चरण में होगा. दोनों लोकसभा सीटों पर कांग्रेस, भाजपा ने अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं की है.

सपा-बसपा गठबंधन ने बहराइच सुरक्षित लोकसभा सीट से शब्बीर अहमद बाल्मीकि का टिकट घोषित किया है, लेकिन कैसरगंज लोकसभा सीट से अभी उनके दल का कोई प्रत्याशी घोषित नहीं हुआ है. भाजपा से बगावत कर कांग्रेस का दामन थामने वाली भाजपा की सांसद सावित्री बाई फुले के टिकट का भी अभी कांग्रेस ने एलान नहीं किया है. सपा-बसपा गठबंधन और भाजपा, कांग्रेस से कई लोग अपनी-अपनी दावेदारी कर रहे हैं. दावेदारी करने वालों में कई सेवानिवृत्त आईएएस और आईपीएस भी हैं.

इस चुनाव में गठबंधन होने के कारण कई राजनीतिक पंडितों के गणित फेल होते नजर आ रहे हैं. नए राजनीतिक समीकरण के चलते सावित्रीबाई फूले की उम्मीदवारी अटकलों के घेरे में हैं. सावित्रीबाई फुले 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट से जीत कर लोकसभा पहुंची थीं. इस बार उन्होंने भाजपा से बगावत कर दी और सपा-बसपा में जमीन तलाशने की कोशिश की, लेकिन उचित मुकाम न मिलने के चलते उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया है.

बहराइच से सेवानिवृत्त आईएएस और आईपीएस कर रहे हैं टिकट दावेदारी.

भाजपा ने अभी तक दोनों लोकसभा सीटों पर किसी भी प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया है. वह फिलहाल पशोपेश की स्थिति में है. सावित्रीबाई फुले के भाजपा से त्यागपत्र देने के बाद भाजपा जिताऊ और टिकाऊ प्रत्याशी के लिए मंथन कर रही है. ऐसे में कई नाम प्रकाश में आए हैं. भाजपा के बलहा विधानसभा क्षेत्र के विधायक अक्षयवरलाल गौड़ और सरोज सोनकर और जुगल किशोर के नाम दावेदारी की लिस्ट में ऊपर हैं.

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बहराइच से सेवानिवृत्त आईएएस और आईपीएस कर रहे हैं टिकट दावेदारी.

जुगल किशोर बसपा के जोनल कोऑर्डिनेटर थे और वह पूर्व सांसद भी हैं. उन्होंने बसपा को छोड़कर भाजपा का दामन थामा था. राजनीतिक गलियारों में भाजपा में उनकी टिकट की दावेदारी पुख्ता मानी जा रही है, जबकि कांग्रेस से मनुदेवी, डॉक्टर ओम प्रकाश सेवानिवृत्त आईएएस और सावित्रीबाई फुले के नाम प्रमुख हैं. फिलहाल कांग्रेस सपा-बसपा गठबंधन में शामिल होने से इंकार कर रही है. राजस्थान के विधायक एवं उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सह प्रभारी राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर जो बहराइच और कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र के प्रभारी हैं उनका कहना है कि कांग्रेस सपा-बसपा गठबंधन में शामिल नहीं होगी. वह अपने दम पर उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और भारी संख्या में कांग्रेस उम्मीदवार जीत कर लोकसभा में पहुंचेंगे.

गठबंधन के सवाल पर उनका कहना है कि चुनाव के बाद समान विचारधारा वाले दलों के साथ समझौता कर केंद्र में राहुल गांधी के नेतृत्व में सरकार बनाई जाएगी. स्थानीय कांग्रेस नेता शहर कांग्रेस अध्यक्ष शेख जकरिया का कहना है कि बहराइच की दोनों लोकसभा सीटों के लिए अनेकों दावेदार हैं, लेकिन पार्टी जिसे टिकट देगी उसको जीजान से लगकर चुनाव जिताया जाएगा. वहीं दूसरी ओर बहराइच लोकसभा सीट से सपा-बसपा गठबंधन के घोषित प्रत्याशी शब्बीर अहमद बाल्मीकि अपनी जीत के प्रति पूरी तरह से आश्वस्त नजर आ रहे हैं.

Intro:एंकर:- बहराइच में लोकसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है . बहराइच की दो लोकसभा सीटों बहराइच सुरक्षित और कैसरगंज लोकसभा सीटों पर मतदान पांचवें चरण में होगा . लेकिन दोनों लोकसभा सीटों पर कांग्रेस, भाजपा और सपा-बसपा गठबंधन ने अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं की है . सपा-बसपा गठबंधन ने बहराइच सुरक्षित लोकसभा सीट से शब्बीर अहमद बाल्मीकि का टिकट घोषित किया है लेकिन कैसरगंज लोकसभा सीट से अभी उनके दल का कोई प्रत्याशी घोषित नहीं हुआ है भाजपा से बगावत कर कांग्रेस का दामन थामने वाली भाजपा के सांसद सावित्री बाई फुले के टिकट का भी अभी कांग्रेस ने ऐलान नहीं किया है सपा बसपा गठबंधन और भाजपा कांग्रेस से अनेकों लोग अपनी अपनी दावेदारी कर रहे हैं दावेदारी करने वालों ने कई retired आईएएस और आईपीएस भी है .


Body:वीओ:-1- बहराइच की दो लोकसभा सीटों बहराइच सुरक्षित और कैसरगंज का लोकसभा का चुनाव ऐतिहासिक और रोचक होगा . इस चुनाव में गठबंधन होने के कारण कई राजनीतिक पंडितों के गणित फेल होते नजर आ रहे हैं . नए राजनीतिक समीकरण के चलते सावित्रीबाई फूले की उम्मीदवारी अटकलों के घेरे में हैं . सावित्रीबाई फुले 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट से जीत कर लोकसभा पहुंची . इस बार उन्होंने भाजपा से बगावत कर दी और सपा बसपा में जमीन तलाशने की कोशिश की लेकिन उचित मुकाम ना मिलने के चलते उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया . भाजपा ने अभी तक दोनों लोकसभा सीटों पर किसी भी प्रत्याशी का नाम का ऐलान नहीं किया है . वह फिलहाल वे ट एण्ड वाच की मुद्रा में नजर आ रही हैं . सावित्रीबाई फुले के भाजपा से त्यागपत्र देने के बाद भाजपा जिताओ और टिकाऊ प्रत्याशी के लिए मंथन कर रही है . ऐसे में कई नाम प्रकाश में आए हैं . भाजपा के बलहा विधानसभा क्षेत्र के विधायक लाल गौड़ और सरोज सोनकर और जुगल किशोर के नाम दावेदारी की लिस्ट में ऊपर हैं . आपको बताते चलें कि जुगल किशोर बसपा के जोनल कोऑर्डिनेटर थे और वह पूर्व सांसद भी हैं . उन्होंने बसपा को छोड़कर भाजपा का दामन थामा था . राजनीतिक गलियारों में भाजपा में उनकी टिकट की दावेदारी पुख्ता मानी जा रही है . जबकि कांग्रेसी से मनुदेवी, डॉक्टर ओम प्रकाश पूर्व आईएएस और सावित्रीबाई फुले के नाम प्रमुख है . फिलहाल कांग्रेस सपा और बसपा गठबंधन में शामिल होने से इंकार कर रही है . राजस्थान के विधायक एवं उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सह प्रभारी राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर जो बहराइच और कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र के प्रभारी है उनका कहना है कि कांग्रेस सपा बसपा गठबंधन में शामिल नहीं होगी . वह अपने दम पर उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और भारी संख्या में कांग्रेस उम्मीदवार जीत कर लोकसभा में पहुंचेंगे . गठबंधन के सवाल पर उनका कहना है कि चुनाव के बाद समान विचारधारा वाले दलों के साथ समझौता कर केंद्र में राहुल गांधी के नेतृत्व में सरकार बनाई जाएगी . स्थानीय कांग्रेस नेता शहर कांग्रेस अध्यक्ष शेख जकरिया का कहना है कि बहराइच की दोनों लोकसभा सीटों के लिए अनेकों दावेदार है लेकिन पार्टी जिसे टिकट देगी उसको जी जान से लग कर चुनाव जीता या जाएगा. वहीँ दूसरी ओर बहराइच सुरक्षित लोक सभा सीट से सपा-बसपा गठबन्धन के घोषित प्रत्याशी शब्बीर अहमद बाल्मीकि अपनी जीत के प्रति पूरी तरह से आश्वस्त नजर आ रहे है .
बाइट:-1-शब्बीर अहमद बाल्मीकि 2-शेख जकरिया शहर कांग्रेस अध्यक्ष 3-धीरज गुर्जर सह प्रभारी उ.प्र.कांग्रेस कमेटी राष्ट्रीय सचिव


Conclusion:सैयद मसूद कादरी
94 15 15 1963
बहराइच
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