ETV Bharat / briefs

शामली में जीआरपी कर्मियों ने पत्रकार को पीटा, एसएचओ समेत दो सस्पेंड - shamli news in hindi

पत्रकार की पिटाई के मामले में मुरादाबाद जोन के डीआईजी ने आरोपी जीआरपी थानेदार और पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं.

पत्रकार की पिटाई करते जीआरपी कर्मियों का वीडियो वायरल.
author img

By

Published : Jun 13, 2019, 2:01 AM IST

शामली: रेल हादसे की कवरेज कर रहे पत्रकार अमित शर्मा की सरेआम पिटाई के मामले में मुरादाबाद रेलवे जोन के डीआईजी सुभाष चंद दुबे ने कार्रवाई शुरू कर दी है. डीआईजी ने आरोपी थानेदार और पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं. साथ ही जांच के बाद वैधानिक कार्रवाई करने की बात कही है. डीआईजी और भाजपा विधायक तेजेंद्र निर्वाल के आश्वासन के बाद मीडियाकर्मियों ने अनिश्चितकालीन धरना स्थगित कर दिया है.

पत्रकार की पिटाई करने वाले जीआरपी इंस्पेक्टर और कांस्टेबल सस्पेंड.
अपनी मांगों पर अड़े रहे मीडियाकर्मी
  • जीआरपी थाने पर धरना प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने मीडियाकर्मियों को झुकाने के प्रयास किए. इसके तहत भीषण गर्मी में थाने की पेयजल व्यवस्था भी बाधित कर दी गई.
  • धरने पर बैठे टीवी चैनल पत्रकार दीपक शर्मा की हालत बिगड़ने पर उन्हें ऐंबुलेंस के जरिए सीएचसी शामली में भर्ती कराया गया.
  • धरने पर बैठे पत्रकारों और सहयोगियों ने पेयजल आपूर्ति बाधित करने का विरोध किया तो अधिकारी चुप्पी साधते नजर आए.
  • मौके पर पहुंचे डीआईजी ने पहले मीडियाकर्मियों को अनसुना करने की कोशिश की लेकिन लगातार विरोध प्रदर्शन जारी रहने के चलते वह बातचीत के लिए तैयार हुए.
  • आरोपी थानेदार और पुलिसकर्मियों को निलंबित करने और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आश्वासन के बाद ही पत्रकार धरना खत्म करने के लिए तैयार हुए.
  • उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से शामली जनपद की प्रभारी मंत्री अनुपमा जायसवाल ने अपने प्रतिनिधि के रूप में विधायक तेजेंद्र निर्वाल को पत्रकारों से बातचीत के लिए भेजा.
  • अनुपमा जायसवाल फोन पर पूरे मामले की जानकारी लेती रहीं और उन्होंने रेलवे अधिकारियों से संपर्क बनाए रखा.
  • पत्रकारों ने धरने में सहयोग देने वाले राजनैतिक, अराजनैतिक, सामाजिक और व्यापारी संगठनों का आभार व्यक्त किया है.


क्या था पूरा मामला

  • जिले में मंगलवार की रात दिल्ली-सहारनपुर वाया शामली रेलमार्ग पर एक मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए थे. घटना की कवरेज करने के लिए मीडियाकर्मी मौके पर पहुंचे थे.
  • इस दौरान शामली जीआरपी इंचार्ज राकेश कुमार ने एक टीवी चैनल के पत्रकार को देखते ही मारपीट शुरू कर दी.
  • थानेदार ने पहले तो कवरेज कर रहे पत्रकार के कैमरे पर हाथ मारकर उसे फेंक दिया. इसके बाद अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर पत्रकार की बेरहमी से पिटाई कर दी.
  • अन्य मीडियाकर्मियों ने पुलिस की इस दादागिरी का वीडियो कैमरे में कैद कर लिया था. अन्य मीडियाकर्मियों के रोकने पर पुलिस ने उनके साथ भी अभद्रता की.
  • इसके बाद रेलवे पुलिस ने पत्रकार को हवालात में बंद कर रेलवे एक्ट की धारा 34 के तहत चालान कर दिया था.
  • घटना से आक्रोशित मीडियाकर्मियों ने जीआरपी थाने पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था.

पीड़ित की तहरीर पर कार्रवाई करते हुए आरोपी जीआरपी कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. वीडियो और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ के आधार पर जांच की जा रही है. जांच में दोषी पाए जाने पर आरोपियों के खिलाफ उचित वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
- सुभाष चंद दुबे, डीआईजी- रेलवे जोन, मुरादाबाद

शामली: रेल हादसे की कवरेज कर रहे पत्रकार अमित शर्मा की सरेआम पिटाई के मामले में मुरादाबाद रेलवे जोन के डीआईजी सुभाष चंद दुबे ने कार्रवाई शुरू कर दी है. डीआईजी ने आरोपी थानेदार और पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं. साथ ही जांच के बाद वैधानिक कार्रवाई करने की बात कही है. डीआईजी और भाजपा विधायक तेजेंद्र निर्वाल के आश्वासन के बाद मीडियाकर्मियों ने अनिश्चितकालीन धरना स्थगित कर दिया है.

पत्रकार की पिटाई करने वाले जीआरपी इंस्पेक्टर और कांस्टेबल सस्पेंड.
अपनी मांगों पर अड़े रहे मीडियाकर्मी
  • जीआरपी थाने पर धरना प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने मीडियाकर्मियों को झुकाने के प्रयास किए. इसके तहत भीषण गर्मी में थाने की पेयजल व्यवस्था भी बाधित कर दी गई.
  • धरने पर बैठे टीवी चैनल पत्रकार दीपक शर्मा की हालत बिगड़ने पर उन्हें ऐंबुलेंस के जरिए सीएचसी शामली में भर्ती कराया गया.
  • धरने पर बैठे पत्रकारों और सहयोगियों ने पेयजल आपूर्ति बाधित करने का विरोध किया तो अधिकारी चुप्पी साधते नजर आए.
  • मौके पर पहुंचे डीआईजी ने पहले मीडियाकर्मियों को अनसुना करने की कोशिश की लेकिन लगातार विरोध प्रदर्शन जारी रहने के चलते वह बातचीत के लिए तैयार हुए.
  • आरोपी थानेदार और पुलिसकर्मियों को निलंबित करने और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आश्वासन के बाद ही पत्रकार धरना खत्म करने के लिए तैयार हुए.
  • उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से शामली जनपद की प्रभारी मंत्री अनुपमा जायसवाल ने अपने प्रतिनिधि के रूप में विधायक तेजेंद्र निर्वाल को पत्रकारों से बातचीत के लिए भेजा.
  • अनुपमा जायसवाल फोन पर पूरे मामले की जानकारी लेती रहीं और उन्होंने रेलवे अधिकारियों से संपर्क बनाए रखा.
  • पत्रकारों ने धरने में सहयोग देने वाले राजनैतिक, अराजनैतिक, सामाजिक और व्यापारी संगठनों का आभार व्यक्त किया है.


क्या था पूरा मामला

  • जिले में मंगलवार की रात दिल्ली-सहारनपुर वाया शामली रेलमार्ग पर एक मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए थे. घटना की कवरेज करने के लिए मीडियाकर्मी मौके पर पहुंचे थे.
  • इस दौरान शामली जीआरपी इंचार्ज राकेश कुमार ने एक टीवी चैनल के पत्रकार को देखते ही मारपीट शुरू कर दी.
  • थानेदार ने पहले तो कवरेज कर रहे पत्रकार के कैमरे पर हाथ मारकर उसे फेंक दिया. इसके बाद अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर पत्रकार की बेरहमी से पिटाई कर दी.
  • अन्य मीडियाकर्मियों ने पुलिस की इस दादागिरी का वीडियो कैमरे में कैद कर लिया था. अन्य मीडियाकर्मियों के रोकने पर पुलिस ने उनके साथ भी अभद्रता की.
  • इसके बाद रेलवे पुलिस ने पत्रकार को हवालात में बंद कर रेलवे एक्ट की धारा 34 के तहत चालान कर दिया था.
  • घटना से आक्रोशित मीडियाकर्मियों ने जीआरपी थाने पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था.

पीड़ित की तहरीर पर कार्रवाई करते हुए आरोपी जीआरपी कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. वीडियो और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ के आधार पर जांच की जा रही है. जांच में दोषी पाए जाने पर आरोपियों के खिलाफ उचित वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
- सुभाष चंद दुबे, डीआईजी- रेलवे जोन, मुरादाबाद

Intro:UP SML JOURNALIST 2019_UPC10116

पुलिस द्वारा पत्रकार की पिटाई के मामले में मुरादाबाद जोन के डीआईजी ने दोषी थानेदार और पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमें के आदेश दिए हैं। डीआईजी और भाजपा नेताओं के आश्वासन पर पत्रकारों ने थाने पर चल रहा धरना प्रदर्शन स्थगित कर दिया है।Body:शामली। रेल हादसे की कवरेज पर मौजूद पत्रकार अमित शर्मा की सरेआम पिटाई के मामले में रेलवे के मुरादाबाद जोन के डीआईजी सुभाष चंद दुबे ने आरोपी थानेदार और पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं. डीआईजी और भाजपा विधायक तेजेंद्र निर्वाल के आश्वासन के बाद शामली जीआरपी थाने शुरू हुए अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन को मीडियाकर्मियों ने स्थगित कर दिया है.

मीडिया को झुकाने की पुरजोर कोशिशें
. जीआरपी थाने पर धरना प्रदर्शन के दोरान पुलिस द्वारा मीडियाकर्मियों को झुकाने की पुरजोर कोशिशें की गई है. इसके तहत भीषण गर्मी में थाने की पेयजल व्यवस्था भी बाधित कर दी गई.

. धरने पर बैठे टीवी चैनल पत्रकार दीपक शर्मा की हालत बिगड़ने पर उन्हें एंबुलैंस के जरिए सीएचसी शामली पर भर्ती कराया गया.

. धरने पर बैठे पत्रकारों और सहयोगियों द्वारा जब पेयजल आपूर्ति बाधित करने पर विरोध दर्ज किया गया, तो अधिकारी चुप्पी साधते नजर आए.

. मौके पर पहुंचे डीआईजी ने पहले मीडियाकर्मियों को अनसुना करने की कोशिश की, लेकिन लगातार विरोध प्रदर्शन जारी रहने के चलते आखिरकार वें बातचीत के लिए तैयार हुए.

. आरोपी थानेदार और पुलिसकर्मियों को निलंबित करने और उनपर मुकदमा दर्ज करने के आश्वासन के बाद ही पत्रकार धरने से उठने के लिए तैयार हुए.

. उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से शामली जनपद की प्रभारी मंत्री अनुपमा जायसवाल ने अपने प्रतिनिधि के रूप में विधायक तेजेंद्र निर्वाल को धरनास्थल पर भेजते हुए पत्रकारों की आवाज को मजबूत करने का काम किया.

. अनुपमा जायसवाल फोन पर पूरे मामले की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को खनखनाती रही. इसके चलते दादागिरी पर उतारू जीआरपी पुलिस और अधिकारियों के तेवर ढ़ीले हुए.

. पत्रकारों ने धरने में सहयोग देने वाले राजनैतिक, अराजनैतिक, सामाजिक और व्यापारी संगठनों का आभार व्यक्त किया है.

क्या था पूरा मामला ?
जिले में मंगलवार की रात दिल्ली—सहारनपुर वाया शामली रेलमार्ग पर एक मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए थे. कवरेज करने के लिए मीडियाकर्मी मौके पर पहुंचे थे. इस दोरान शामली जीआरपी इंचार्ज राकेश कुमार ने एक टीवी चैनल के पत्रकार को देखते ही मारपीट शुरू कर दी. थानेदार ने पहले तो कवरेज कर रहे पत्रकार के कैमरे पर हाथ मारकर उसे फेंक दिया. इसके बाद अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर पत्रकार की बेरहमी से पिटाई की गई. अन्य मीडियाकर्मियों ने पुलिस की इस खुल्लम—खुल्ला दादागिरी की वीडियो अपने कैमरों में कैद कर ली. अन्य मीडियाकर्मियों द्वारा रोकने पर पुलिस ने उनके साथ भी अभद्रता की गई. रेलवे पुलिस ने पत्रकार को हवालात में बंद कर रेलवे एक्ट की धारा 34 के तहत चालान कर दिया था. आक्रोशित मीडियाकर्मियों ने जीआरपी थाने पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था. अधिकारियों ने मामले पर संज्ञान लेते हुए थानेदार को निलंबित कर दिया था.Conclusion:

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.