जालौन: जिले के माधौगढ़ तहसील के अंतर्गत डिकोली गोशाला में भ्रष्टाचार के चलते हुई गोवंशों की मौत के मामले में गो सेवा आयोग के सदस्य ने औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने एक साथ कई कार्रवाई के संकेत दिए. इसमें एसडीएम के स्थानांतरण से लेकर ईओ और डिप्टी सीईओ के वेतन रोकने की कार्रवाई कराने की बात कही. इसके अलावा इस मामले को शासन द्वारा उच्च स्तरीय जांच के लिए अवगत कराया जाएगा, ताकि दोषी जेल जा सकें.
उरई मुख्यालय से 50 किमी दूर माधौगढ़ तहसील के अंतर्गत गोशाला में 2 मई से लगातार गोवंशों की मौत हो रही है. इसको लेकर माधौगढ़ नगर पंचायत प्रशासन से लेकर अध्यक्ष तक पूरे मामले में लिप्त हैं. 195 गोवंश दिखाकर उनके भूसा-चारा में गड़बड़झाला दिखाया गया और मिल-बांटकर सभी ने शासन से आया धन डकार लिया. इसके कारण गोवंशों की भूख और बीमारी से मौत हुई. 2 जून से मामला तूल पकड़े हुए है, जिसको लेकर गो सेवा आयोग के सदस्य कृष्ण कुमार सिंह, भोले सिंह ने मौके पर जांच की तो प्रथम दृष्टया तमाम खामियां मिलीं. कपिला पशु आहार से लेकर अन्य व्यवस्थाओं पर भारी कमी दिखाई दी. इस पर उन्होंने एसडीएम शालिग्राम का स्थानांतरण और डिप्टी सीईओ के वेतन रोकने व पूरे मामले पर विभागीय कार्रवाई करने की मांग की. हालांकि इसके पहले 3 दिन के अंदर जांच की जाएगी. उसके आधार पर एफआईआर भी दर्ज की जाएगी.
ढिकौली गोशाला में गोवंशों की हुई मौत के मामले में प्रशासन ने सफाई देते हुए यह बताया कि दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जो गोवंश गोशालाओं में मौजूद हैं, उनके लिए भूसे और चारे की उचित व्यवस्था करा दी गई है. हालांकि गोशाला में गोवंश की अवस्थाओं को देखते हुए मूलचंद निरंजन माधोगढ़ विधायक और नगर पंचायत अध्यक्ष में खींचातानी के चलते यह मामला गो सेवा आयोग तक पहुंच गया. इसके चलते गो सेवा आयोग के सदस्य ने औचक निरीक्षण कर मामले की जांच-पड़ताल की.