लखनऊ: गोमतीनगर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे चार लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही आरोपियों के पास से 100 एमजी के 54 इंजेक्शन और नगदी बरामद की गई है. पुलिस का कहना है कि ये लोग इंजेक्शन को महंगे दामों पर हॉस्पिटल को बेचते थे.
इंस्पेक्टर गोमतीनगर केशव कुमार तिवारी ने बताया कि कमिश्नर डीके ठाकुर के आदेशानुसार इस वैश्विक महामारी में कालाबाजारी करने वालों पर लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन और एडीसीपी कासिम आब्दी और एसीपी श्वेता श्रीवास्तव के निर्देशन में गोमतीनगर पुलिस कालाबाजारी करने वालों की तलाश में थी.
पुलिस को सूचना मिली कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी भारी मात्रा में की जा रही है. सूचना पर इंस्पेक्टर केशव कुमार तिवारी ने टीम गठित कर मड़ियांव निवासी शहजाद अली, दुबग्गा काकोरी निवासी सचिन रस्तोगी और कृष्णा दीक्षित और ठाकुरगंज निवासी रितेश गौतम को गिरफ्तार किया. इनके पास से 54 रेमडेसिविर इंजेक्शन और 51,400 रुपये नगद बरामद किए गए हैं.
इसे भी पढ़ें- बाजारों में बिक रही रेमडेसिवीर इंजेक्शन की नकली खेप, STF ने एक को दबोचा
तीन से चार गुना अधिक कीमत में करते थे इंजेक्शन की सप्लाई
आरोपियों ने पूछताछ में जो बात बताई उसने पुलिस के भी कान खड़े कर दिए. बरामद रेमडेसिविर इंजेक्शन के संबंध में खुलासा हुआ कि इन इंजेक्शन्स की सप्लाई तीन से चार गुना दामों पर होती थी. आरोपी रितेश और कृष्णा दोनों मेडिकल शॉप पर काम करते हैं. वो इन इंजेक्शन को 6 हजार रुपये में सचिन को देते थे. सचिन इन इंजेक्शन्स को हर्षा हॉस्पिटल के मालिक शहजाद को 10,500 में बेच देता था. इसके बाद शहजाद ये इंजेक्शन मरीजों को 20 हजार रुपये तक बेचता था.