ETV Bharat / briefs

हाथरस: आयुष संजीवनी एप से कोरोना महामारी का लिया जाएगा फीडबैक - कोरोना महामारी का फीडबैक

आयुष मंत्रालय की तरफ से आयुष संजीवनी एप शुरू किया गया है. इस एप के माध्यम से सरकार 21 जून तक लोगों का कोरोना महामारी को लेकर फीडबैक लेगी.

आयुष संजीवनी एप खबर
author img

By

Published : Jun 13, 2020, 4:54 AM IST

हाथरस: कोरोना महामारी को लेकर अब आयुष मंत्रालय संजीवनी एप लेकर आया है. इस एप के माध्यम से कोविड-19 को लेकर लोगों से फीडबैक लिया जाएगा. यूपी के हाथरस जिले में सीएससी वीएलई की तरफ से लोगों के मोबाइल में एप को डाउनलोड कराकर फीडबैक लिया जाएगा. इसके लिए शासन की ओर से लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है.

आयुष संजीवनी एप किया गया शुरू
कोरोना वायरस को लेकर अब शासन भी लोगों की राय जानेगा. इसके लिए आयुष मंत्रालय ने आयुष संजीवनी एप शुरू किया है. इस एप पर 21 जून तक फीडबैक लिया जाएगा. इस एप में आयुष मंत्रालय की ओर से लोगों के सवाल-जवाब का भी प्रावधान दिया गया है. इन्हीं सवाल-जवाब के आंकड़ों के आधार पर यह तय होगा कि इस मंत्रालय की सलाह लोगों के लिए कितनी फायदेमंद रही.

संजीवनी एप मोबाइल में डाउनलोड कराने और इंस्टॉल कराने के बारे में सीएससी वीएलई को जानकारी दी जा रही है. जिले को 1500 लोगों के मोबाइल में इस एप को इंस्टॉल कराने का लक्ष्य दिया गया है.

सीएससी की तरफ से एक एप इंस्टोल कराया जा रहा है. उसका नाम आयुष संजीवनी एप है. यह आयुष मंत्रालय भारत सरकार के तरफ से लॉन्च किया गया है. इस एप को ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में लोगों के मोबाइल में इंस्टॉल कराना हैं. साथ ही उसे रजिस्टर्ड करा कर एक सर्वे हो रहा है, जिसका फीडबैक भारत सरकार को जाएगा. इसमें ये देखा जा रहा है कि, कोविड-19 को लेकर मंत्रालय ने जो निर्देश थे, लोगों ने उसका कितना अनुपालन किया.
प्रदीप कुमार, प्रबंधक सीएससी

हाथरस: कोरोना महामारी को लेकर अब आयुष मंत्रालय संजीवनी एप लेकर आया है. इस एप के माध्यम से कोविड-19 को लेकर लोगों से फीडबैक लिया जाएगा. यूपी के हाथरस जिले में सीएससी वीएलई की तरफ से लोगों के मोबाइल में एप को डाउनलोड कराकर फीडबैक लिया जाएगा. इसके लिए शासन की ओर से लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है.

आयुष संजीवनी एप किया गया शुरू
कोरोना वायरस को लेकर अब शासन भी लोगों की राय जानेगा. इसके लिए आयुष मंत्रालय ने आयुष संजीवनी एप शुरू किया है. इस एप पर 21 जून तक फीडबैक लिया जाएगा. इस एप में आयुष मंत्रालय की ओर से लोगों के सवाल-जवाब का भी प्रावधान दिया गया है. इन्हीं सवाल-जवाब के आंकड़ों के आधार पर यह तय होगा कि इस मंत्रालय की सलाह लोगों के लिए कितनी फायदेमंद रही.

संजीवनी एप मोबाइल में डाउनलोड कराने और इंस्टॉल कराने के बारे में सीएससी वीएलई को जानकारी दी जा रही है. जिले को 1500 लोगों के मोबाइल में इस एप को इंस्टॉल कराने का लक्ष्य दिया गया है.

सीएससी की तरफ से एक एप इंस्टोल कराया जा रहा है. उसका नाम आयुष संजीवनी एप है. यह आयुष मंत्रालय भारत सरकार के तरफ से लॉन्च किया गया है. इस एप को ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में लोगों के मोबाइल में इंस्टॉल कराना हैं. साथ ही उसे रजिस्टर्ड करा कर एक सर्वे हो रहा है, जिसका फीडबैक भारत सरकार को जाएगा. इसमें ये देखा जा रहा है कि, कोविड-19 को लेकर मंत्रालय ने जो निर्देश थे, लोगों ने उसका कितना अनुपालन किया.
प्रदीप कुमार, प्रबंधक सीएससी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.