सोनभद्र: जिले में यूरिया खाद की कमी को लेकर नाराजगी बढ़ती ही जा रही है. सोमवार को शाहगंज क्षेत्र में स्थित सहकारी समिति डोहरी पर किसानों ने खाद की किल्लत को लेकर सोहदौल गांव के सामने घोरावल-शाहगंज मुख्य मार्ग पर सड़क जाम कर दिया. काफी देर बाद जब इसकी जानकारी थानाध्यक्ष देवेंद्र प्रताप सिंह को हुई तो दल-बल के साथ उन्होंने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और किसानों को समझा-बुझा कर शांत कराया.
जानकारी के अनुसार, किसानों का कहना है कि इन दिनों सभी किसानों को फसल में डालने के लिए आवश्यक यूरिया खाद की जरूरत है, लेकिन पीसीएफ डोहरी सचिव की ओर से खाद की किल्लत बताई जा रही है. साथ ही कुछ किसानों का कहना है कि निर्धारित मूल्य से दोगुना दर पर कालाबाजारी भी हो रही है. इसके कारण परेशान हाल किसान आंदोलित हो गए हैं. इसी बीच उपजिलाधिकारी घोरावल भी मौके पर पहुंचे और मामला शांत कराया. किसानों को खाद की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का आश्वासन दिया. एसडीएम के आश्वासन के बाद किसानों ने जाम समाप्त कर दिया.
बता दें की खारीफ की फसल में इस समय किसानों को यूरिया समेत अन्य खाद की जरूरत होती है. सहकारी समितियों और सरकारी केंद्रों पर यूरिया उपलब्ध नहीं है, लेकिन निजी दुकानों पर युरिया महंगे दामों में बेची जा रही है. एक तरफ जहां जिला प्रशासन यूरिया की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के दावे कर रहा है, लेकिन यूरिया की किल्लत कम होने का नाम नहीं ले रही है.
सोनभद्र: यूरिया की कमी को लेकर किसानों ने किया सड़क जाम - deficiency of urea
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में यूरिया खाद की कमी के कारण किसानों ने सड़क जाम कर दिया. हालांकि मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष देवेंद्र प्रताप सिंह ने स्थिति को संभालते हुए किसानों को शांत कराया.
सोनभद्र: जिले में यूरिया खाद की कमी को लेकर नाराजगी बढ़ती ही जा रही है. सोमवार को शाहगंज क्षेत्र में स्थित सहकारी समिति डोहरी पर किसानों ने खाद की किल्लत को लेकर सोहदौल गांव के सामने घोरावल-शाहगंज मुख्य मार्ग पर सड़क जाम कर दिया. काफी देर बाद जब इसकी जानकारी थानाध्यक्ष देवेंद्र प्रताप सिंह को हुई तो दल-बल के साथ उन्होंने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और किसानों को समझा-बुझा कर शांत कराया.
जानकारी के अनुसार, किसानों का कहना है कि इन दिनों सभी किसानों को फसल में डालने के लिए आवश्यक यूरिया खाद की जरूरत है, लेकिन पीसीएफ डोहरी सचिव की ओर से खाद की किल्लत बताई जा रही है. साथ ही कुछ किसानों का कहना है कि निर्धारित मूल्य से दोगुना दर पर कालाबाजारी भी हो रही है. इसके कारण परेशान हाल किसान आंदोलित हो गए हैं. इसी बीच उपजिलाधिकारी घोरावल भी मौके पर पहुंचे और मामला शांत कराया. किसानों को खाद की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का आश्वासन दिया. एसडीएम के आश्वासन के बाद किसानों ने जाम समाप्त कर दिया.
बता दें की खारीफ की फसल में इस समय किसानों को यूरिया समेत अन्य खाद की जरूरत होती है. सहकारी समितियों और सरकारी केंद्रों पर यूरिया उपलब्ध नहीं है, लेकिन निजी दुकानों पर युरिया महंगे दामों में बेची जा रही है. एक तरफ जहां जिला प्रशासन यूरिया की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के दावे कर रहा है, लेकिन यूरिया की किल्लत कम होने का नाम नहीं ले रही है.