ETV Bharat / briefs

चुनाव आयोग के 'डुप्लीकेट सॉफ्टवेयर' की मदद से फर्जी मतदाताओं पर लगेगी लगाम

चुनाव आयोग ने फर्जी मतदान को रोकने के लिए एक सॉफ्टवेयर बनाया है, जिसके द्वारा दो मतदाता सूची में शामिल नामों को विलोपित किया जा सकेगा. जिससे फर्जी मतदान पर लगाम लगेगी.

फर्जी मतदान को लेकर चुनाव आयोग सख्त
author img

By

Published : Mar 30, 2019, 4:20 PM IST

लखनऊ: लोकसभा चुनाव के दौरान अपने मतों की संख्या बढ़ाने के लिए उम्मीदवार कई तरह के हथकंडे आजमाते हैं. जिसमें मतदाताओं के फर्जी नाम जोड़कर कुछ उम्मीदवार अपने पक्ष में मतदान के लिए सहारा लेते हैं. ऐसे में फर्जी मतदाताओं पर लगाम लगाने के लिए चुनाव आयोग की ओर से एक सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराया गया है, जिसकी मदद से एक ही आदमी का दो मतदाता सूची में नाम होने की स्थिति में उसको चिन्हित करना आसान हो गया है. सॉफ्टवेयर की मदद से दो मतदातासूची में नाम वाले मतदाताओं को चिन्हित कर उनके नाम को विलोपित करने की कार्यवाईकी जा रही है.

फर्जी मतदाताओं पर लगेगी लगाम


पिछले दिनों राजधानी लखनऊ में लगभग 11000 ऐसे मतदाताओं के नामों को विलोपित किया गया है, जिनका नाम दो मतदाता सूची में अंकित था. मतदाताओं को चिन्हित करने में चुनाव आयोग का 'डुप्लीकेट सॉफ्टवेयर' कारगर साबित हो रहा है. इस सॉफ्टवेयर में जैसे ही किसी व्यक्ति का नाम, उम्र और उसके पिता का नाम डाला जाता है, तो दूसरे वोटर कार्ड की डिटेल सामने आ जाती है.

डुप्लीकेट सॉफ्टवेयर और जिला प्रशासन की सक्रियता के चलते फर्जी मतदाताओं पर लगाम लगेगी. अभी तक वोटर लिस्ट में नाम दर्ज कराकर लोग दूसरे क्षेत्र में भी मतदान कर लेते थे. जिस पर लगाम लगाने में पूरी तरह से कामयाबी नहीं मिल रही थी. अब जब सॉफ्टवेयर की सुविधा उपलब्ध है तो काफी हद तक फर्जी मतदाताओं पर लगाम लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं.


उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रकाश गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि चुनाव आयोग के डुप्लीकेट सॉफ्टवेयर की मदद से काफी हद तक ऐसे मतदाताओं को विलोपित कर लिया गया है, जिनका नाम एक से अधिक मतदाता सूची में दर्ज था. वहीं हमने सॉफ्टवेयर की मदद से एक सूची बनाई है, सूची में उन मतदाताओं को शामिल किया गया है, जिनका नाम एक से अधिक मतदाता सूची में शामिल है. वहीं सूची में स्विफ्ट और मृतक मतदाताओं को भी शामिल किया गया है. लिस्ट में दर्ज मतदाता अगर बूथ पर मतदान करने पहुंचेगा तो पहले उसकी जांच की जाएगी, उसके बाद उसे मतदान करने दिया जाएगा.

लखनऊ: लोकसभा चुनाव के दौरान अपने मतों की संख्या बढ़ाने के लिए उम्मीदवार कई तरह के हथकंडे आजमाते हैं. जिसमें मतदाताओं के फर्जी नाम जोड़कर कुछ उम्मीदवार अपने पक्ष में मतदान के लिए सहारा लेते हैं. ऐसे में फर्जी मतदाताओं पर लगाम लगाने के लिए चुनाव आयोग की ओर से एक सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराया गया है, जिसकी मदद से एक ही आदमी का दो मतदाता सूची में नाम होने की स्थिति में उसको चिन्हित करना आसान हो गया है. सॉफ्टवेयर की मदद से दो मतदातासूची में नाम वाले मतदाताओं को चिन्हित कर उनके नाम को विलोपित करने की कार्यवाईकी जा रही है.

फर्जी मतदाताओं पर लगेगी लगाम


पिछले दिनों राजधानी लखनऊ में लगभग 11000 ऐसे मतदाताओं के नामों को विलोपित किया गया है, जिनका नाम दो मतदाता सूची में अंकित था. मतदाताओं को चिन्हित करने में चुनाव आयोग का 'डुप्लीकेट सॉफ्टवेयर' कारगर साबित हो रहा है. इस सॉफ्टवेयर में जैसे ही किसी व्यक्ति का नाम, उम्र और उसके पिता का नाम डाला जाता है, तो दूसरे वोटर कार्ड की डिटेल सामने आ जाती है.

डुप्लीकेट सॉफ्टवेयर और जिला प्रशासन की सक्रियता के चलते फर्जी मतदाताओं पर लगाम लगेगी. अभी तक वोटर लिस्ट में नाम दर्ज कराकर लोग दूसरे क्षेत्र में भी मतदान कर लेते थे. जिस पर लगाम लगाने में पूरी तरह से कामयाबी नहीं मिल रही थी. अब जब सॉफ्टवेयर की सुविधा उपलब्ध है तो काफी हद तक फर्जी मतदाताओं पर लगाम लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं.


उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रकाश गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि चुनाव आयोग के डुप्लीकेट सॉफ्टवेयर की मदद से काफी हद तक ऐसे मतदाताओं को विलोपित कर लिया गया है, जिनका नाम एक से अधिक मतदाता सूची में दर्ज था. वहीं हमने सॉफ्टवेयर की मदद से एक सूची बनाई है, सूची में उन मतदाताओं को शामिल किया गया है, जिनका नाम एक से अधिक मतदाता सूची में शामिल है. वहीं सूची में स्विफ्ट और मृतक मतदाताओं को भी शामिल किया गया है. लिस्ट में दर्ज मतदाता अगर बूथ पर मतदान करने पहुंचेगा तो पहले उसकी जांच की जाएगी, उसके बाद उसे मतदान करने दिया जाएगा.

Intro:नोट- चेयरमैन सर के प्लान की खबर...

एंकर

लखनऊ। चुनाव के दौरान अपने मतदाताओं की संख्या बढ़ाने के लिए उम्मीदवार मतदाताओं को कन्वेंस करने के लिए कोई कोर कसर बाकी नहीं रखते हैं तो वहीं दूसरी ओर कुछ उम्मीदवार अपने पक्ष में मतदान के लिए फर्जी मतदाताओं का भी सहारा लेते हैं। ऐसे में अब फर्जी मतदाताओं पर लगाम लगाने के लिए जिला प्रशासन प्रयासरत है। चुनाव आयोग की ओर से एक सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराया गया है। जिसकी मददत से एक ही आदमी का दो मतदाता सूची में नाम होने की स्थिति में उसको चिन्हित करना आसान हो गया है। सॉफ्टवेयर की मदद से दो मतदान सूची में नाम वाले मतदाताओं को चिन्हित कर उनके नाम को विलोपित कराने की कार्यवाही की जा रही है।


वियो 1

पिछले दिनों राजधानी लखनऊ में लगभग 11000 ऐसे मतदाताओं को विलोपित किया गया है जिनका नाम 2 मतदाता सूची में अंकित था।मतदाताओं को चिन्हित करने में चुनाव आयोग का 'डुप्लीकेट सॉफ्टवेयर' कारगर साबित हो रहा है। इस सॉफ्टवेयर में जैसे ही किसी व्यक्ति का नाम, उम्र व उसके पिता का नाम डाला जाता है वै उस नाम उम्र व पिता के नाम के दूसरे वोटर कार्ड की डिटेल सामने आ जाती है। जिसके बाद विभाग का कर्मचारी मिलान करके सुनिश्चित करता है कि यह वही व्यक्ति है या नहीं, अगर दोनों मतदाता पहचान पत्र एक ही व्यक्ति के होते हैं तो उससे form-7 भरवा कर विलोपन की कार्यवाही कराई जाती है।




Body:वियो 2

फर्जी वोटिंग पर लगेगी लगाम

'डुप्लीकेट सॉफ्टवेयर' व जिला प्रशासन की सक्रियता के चलते फर्जी मतदाताओं पर लगाम लगेगी, अभी तक वोटर लिस्ट में नाम दर्ज करवा कर लोग किसी दूसरे क्षेत्र में भी मतदान कर लेते थे। इसका फायदा उम्मीदवार दूसरे क्षेत्र के लोगों को अपने क्षेत्र की वोटर लिस्ट में नाम दर्ज कराकर करते थे। जिस पर लगाम लगाने में पूरी तरह से कामयाबी नहीं मिल रही थी। अब जब सॉफ्टवेयर की सुविधा उपलब्ध है तो काफी हद तक फर्जी मतदाताओं पर लगाम लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।


Conclusion:बाइट

श्री प्रकाश गुप्ता उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने ईटीवी से खास बातचीत में जानकारी देते हुए बताया कि चुनाव आयोग के डुप्लीकेट सॉफ्टवेयर की मदद से काफी हद तक ऐसे मतदाताओं को विलोपित कर लिया गया है जिनका नाम एक से अधिक मतदाता सूची में दर्ज था। वही हमने सॉफ्टवेयर की मदद से एक सूची बनाई है। सूची में उन मतदाताओं को शामिल किया गया है जिनका नाम एक से अधिक मतदाता सूची में है वही सूची में स्विफ्ट व मृतक मतदाताओं को भी शामिल किया गया है। लिस्ट में दर्ज मतदाता अगर बूथ पर मतदान करने पहुंचेगा तो पहले उसकी जांच की जाएगी उसके बाद उसे मतदान करने दिया जाएगा।

संवाददाता
प्रशांत मिश्रा
9026392526
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.