बहराइच: जिले में लॉकडाउन के इस दौर में संगीत और साहित्य की विधा भी एक-दूसरे तक पहुंचने के लिए नए-नए आयाम तलाश कर रही है. इसी प्रयास में महिला काव्य मंच की ओर से ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया. इस गोष्ठी में कई जनपद के कवियों और कवयित्रियों ने हिस्सा लिया.
ऑनलाइन काव्य गोष्ठी में प्रयागराज, प्रतापगढ़ और जौनपुर जनपद के कवि और कवयित्री शामिल हुए. महिला काव्य मंच बहराइच इकाई की ऑनलाइन काव्य गोष्ठी, महिला काव्य मंच बहराइच इकाई की अध्यक्ष रुचि मटरेजा ने इसका संयोजन किया. महिला काव्य मंच पूर्वी उत्तर प्रदेश की अध्यक्षा मंजू पाण्डेय की अध्यक्षता में यह पूीरा हुआ.
इस काव्य गोष्ठी में प्रयागराज की गोष्ठी अध्यक्ष रचना सक्सेना, प्रतापगढ़ की आभा मिश्रा, रायबरेली की पुष्पलता लक्ष्मी उपस्थित रहीं. मुख्य अतिथि हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता सुधीर कुमार चन्द्रौंल अलबेला थे.
इस काव्यगोष्ठी का शुभारंभ वाणी वंदना से हुआ. इसके बाद उपस्थित शहर के अनेक कवि और कवयित्रियों ने काव्य पाठ कर आयोजन में चार चांद लगा दिए. इस अवसर पर महक जौनपुरी की रचना 'इश्क पैहम की तरह प्यार तेरा लगता है' रुचि मटरेजा की 'आज फिर उसी हसीं चांद का ख्याल आ गया' और रचना सक्सेना की 'तू कंचन मृग मैं मृग तृष्णा' बहुत सराही गई.