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बलरामपुर: डॉक्टर और स्टाफ पर लगा घूस मांगने का आरोप

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर संयुक्त जिला अस्पताल में इलाज के लिए पैसे मांगने का मामला सामने आया है. आरोप है कि डॉक्टर और स्टाफ ने इलाज के लिए पैसों की मांग की है. वहीं शिकायत मिलने पर सीएमओ ने आरोपियों से स्पष्टीकरण मांगा है.

डॉक्टर और स्टाफ पर लगा पैसे मांगने का आरोप.
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Published : Jun 21, 2019, 11:37 PM IST

बलरामपुर: जिले के सरकारी अस्पतालों में जिस रामराज्य का दावा किया जा रहा है, वह रामराज्य अभी कोसों दूर दिखाई दे रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि बलरामपुर के सरकारी अस्पताल में डॉक्टर और स्टाफ पर पैसे मांगने का आरोप लगा है. दरअसल इलाज कराने आए युवक और उसके परिजनों का कहना है कि डॉक्टर और स्टाफ ने उससे इलाज के लिए पैसों की मांग की है. वहीं आरोपी डॉक्टर पूरे मामले पर सफाई देते नजर आए और आरोपों को सिरे से नकारते रहे.

डॉक्टर और स्टाफ पर लगा पैसे मांगने का आरोप.

जानें पूरा मामला

  • मामला संयुक्त जिला चिकित्सालय का है.
  • कोतवाली नगर क्षेत्र के अंधियारी बाग में रहने वाले सज्जू अपने भाई मुन्नू के हर्निया का ऑपरेशन कराने के लिए संयुक्त जिला चिकित्सालय गए थे.
  • आरोप है कि डॉक्टर अरुण कुमार और उनके स्टाफ में डीके नाम के शख्स ने ऑपरेशन के लिए 7500 रुपए की मांग की.
  • सज्जू और मुन्नू ने इसकी शिकायत सीएमओ और डीएम से की.
  • सीएमओ डॉ. घनश्याम सिंह ने मामले में डॉक्टर और स्टाफ से स्पष्टीकरण मांगा है.

मैंने सारी चीजें नियम संगत की है. मरीज से जो हर्निया के ऑपरेशन में जाली लगती है, उसके लिए कुछ पैसे लाने को कहा गया था, क्योंकि वह जाली हमारे यहां सप्लाई में नहीं आती है.
-डॉ. अरुण कुमार, आरोपी

हमने डॉ. अरुण कुमार को नोटिस जारी करके उनसे जवाब मांगा है कि क्यों पैसे मांगने की आवश्यकता हुई. इसके साथ उनके असिस्टेंट से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है. साथ ही भविष्य में ऐसा नहीं करने की चेतावनी दी है.
-डॉ. घनश्याम सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी

बलरामपुर: जिले के सरकारी अस्पतालों में जिस रामराज्य का दावा किया जा रहा है, वह रामराज्य अभी कोसों दूर दिखाई दे रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि बलरामपुर के सरकारी अस्पताल में डॉक्टर और स्टाफ पर पैसे मांगने का आरोप लगा है. दरअसल इलाज कराने आए युवक और उसके परिजनों का कहना है कि डॉक्टर और स्टाफ ने उससे इलाज के लिए पैसों की मांग की है. वहीं आरोपी डॉक्टर पूरे मामले पर सफाई देते नजर आए और आरोपों को सिरे से नकारते रहे.

डॉक्टर और स्टाफ पर लगा पैसे मांगने का आरोप.

जानें पूरा मामला

  • मामला संयुक्त जिला चिकित्सालय का है.
  • कोतवाली नगर क्षेत्र के अंधियारी बाग में रहने वाले सज्जू अपने भाई मुन्नू के हर्निया का ऑपरेशन कराने के लिए संयुक्त जिला चिकित्सालय गए थे.
  • आरोप है कि डॉक्टर अरुण कुमार और उनके स्टाफ में डीके नाम के शख्स ने ऑपरेशन के लिए 7500 रुपए की मांग की.
  • सज्जू और मुन्नू ने इसकी शिकायत सीएमओ और डीएम से की.
  • सीएमओ डॉ. घनश्याम सिंह ने मामले में डॉक्टर और स्टाफ से स्पष्टीकरण मांगा है.

मैंने सारी चीजें नियम संगत की है. मरीज से जो हर्निया के ऑपरेशन में जाली लगती है, उसके लिए कुछ पैसे लाने को कहा गया था, क्योंकि वह जाली हमारे यहां सप्लाई में नहीं आती है.
-डॉ. अरुण कुमार, आरोपी

हमने डॉ. अरुण कुमार को नोटिस जारी करके उनसे जवाब मांगा है कि क्यों पैसे मांगने की आवश्यकता हुई. इसके साथ उनके असिस्टेंट से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है. साथ ही भविष्य में ऐसा नहीं करने की चेतावनी दी है.
-डॉ. घनश्याम सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी

Intro:बलरामपुर जिले के सरकारी अस्पतालों में जिस रामराज्य का दावा किया जा रहा है। वह रामराज्य अभी कोसों दूर दिखाई दे रहा है। जिले के तमाम अस्पतालों में खुलेआम मरीजों से वसूली के मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन जिला स्वास्थ्य प्रशासन मूकदर्शक बना देख रहा है।
ताजा मामले में, बलरामपुर के एक सरकारी अस्पताल के डॉक्टर व स्टाफ पर ऑपरेशन के लिए घूस मांगने का आरोप लगा है। सरकारी अस्पताल में रुपए की मांग करते ही मरीज व उसके परिजन आक्रोशित हो गए और अस्पताल में जमकर हंगामा किया। हंगामे के दौरान मरीज के परिजन ने एक वीडियो भी बनाया, जिसे बाद में वायरल कर दिया। पीड़ित ने मामले की शिकायत सीएमओ व डीएम से की है।Body:मामला जिला मुख्यालय पर स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय से जुड़ा हुआ है। यहां पर कोतवाली नगर क्षेत्र के अंधियारी बाग में रहने वाले सज्जू अपने भाई मुन्नू के हर्निया का ऑपरेशन कराने के लिए 18-19 जून को संयुक्त जिला चिकित्सालय गए थे। उन्होंने अस्पताल के चिकित्सक अरुण कुमार को दिखाया था। जिसके बाद डॉ अरुण कुमार ने मरीज को जांच इत्यादि के लिए भेजा था। जांच रिपोर्ट सही आने के बाद मरीज को हर्निया के ऑपरेशन के लिए दूसरे दिन आने को कहा गया था। लेकिन तभी मरीज से डॉक्टर के असिस्टेंट द्वारा पैसे मांगने की बात सामने आई है।
मरीज मुन्नू और उसके भाई सज्जू ने आरोप लगाया है कि डॉक्टर अरुण कुमार ने अस्पताल के बजाय बाहर पैथोलॉजी पर जांच कराने को कहा। मरीज मुन्नू ने कुछ जांच अस्पताल में तो करीब ₹800 की जांच बाहर पैथोलॉजी पर कराई। मरीज व उसके परिजन जब डॉक्टर को जांच रिपोर्ट दिखाने गए, तब जांच रिपोर्ट देखने के बाद डॉक्टर अरुण कुमार व उनके स्टाफ में डीके नाम के शख्स ने ऑपरेशन के लिए 7500 रुपए की मांग की। उस वक्त डॉक्टर और उनका स्टाफ दोनों कमरे में मौजूद थे। पैसे की मांग होते हैं मरीज और उसके परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया और डॉक्टर के कमरे में बातचीत का एक वीडियो भी बना लिया, जिसमें पैसे के लेनदेन को लेकर बात की जा रही है। पीड़ित ने वीडियो वायरल करने के साथ साथ मामले की शिकायत सीएमओ और डीएम से की है ।
पीड़ित मरीज उन्होंने दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमें हर्निया था हम गरीब लोग हैं इसलिए संयुक्त जिला चिकित्सालय में अपने इलाज के लिए गए थे। वहां पर हमने डॉ अरुण कुमार को दिखाया था। डॉक्टर अरुण कुमार ने सारी जांच करवाने के बाद हमें दूसरे दिन आने को कहा था। तभी डॉक्टर साहब के कमरे में ही उनके उनके असिस्टेंट डीके ने हम से पैसे लाने को कहा।उसने हमसे साढे सात हजार रुपए लाने को कहा था। जब हम लोगों ने इसका विरोध किया तो वह लोग हम से बदसलूकी पर उतर आए। इस दौरान हमने पैसे मांगने का वीडियो बना लिया। उसके बाद उसे वायरल कर दिया। इसी के आधार पर हमने जिलाधिकारी और सीएमओ शिकायत भी की है। इससे पहले हम लोगों ने संयुक्त जिला चिकित्सालय के प्रभारी सीएमएस डॉ ए पी मिश्रा से मिलकर भी शिकायत की थी।Conclusion:इस बारे चिकित्सक डॉ अरुण कुमार अपने आप को निर्दोष बता रहे हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैंने सारी चीजें नियम संगत की है मरीज से जो हर्निया के ऑपरेशन में जाली लगता है। उसके लिए कुछ पैसे लाने को कहा गया था, क्योंकि वह जाली हमारे यहां सप्लाई में नहीं आती है।
वहीं, सीएमओ ने मामले में डॉक्टर और स्टाफ से स्पष्टीकरण तलब किया है और जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है। सीएमओ ने इस मामले में बात करते हुए कहा कि हमने डॉ अरुण कुमार को नोटिस जारी करके उनसे जवाब मांगा है कि क्यों पैसे मांगने की आवश्यकता हुई हमारे यहां जिस तरह के ऑपरेशन की सुविधा सुलभ है उसी तरह का ऑपरेशन क्यों नहीं किया जा रहा है इसके साथ उनके असिस्टेंट से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है अगर उनका दोष साबित होता है तो कार्यवाही सुनिश्चित है।

बाइट-01- सज्जू---- मरीज का भाई
बाइट-02- डॉ अरुण कुमार--आरोपी चिकित्सक, संयुक्त जिला चिकित्सालय
बाइट-03- डॉ घनश्याम सिंह--- मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलरामपुर
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