बहराइच: जिले में संभावित बाढ़ को देखते हुए जिलाधिकारी शम्भू कुमार ने शनिवार को आदमपुर रेवली तटबंध का निरिक्षण किया. उन्होंने सरयू ड्रेनेज खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता शोभित कुमार कुशवाहा को तटों को बंद करते हुए निगरानी करने को कहा है. साथ ही संवेदनशील स्थानों पर विशेष सर्तकता बरतने के निर्देश दिए हैं.
घाघरा नदी और सरयू नदी
प्रतिवर्ष बरसात में पड़ोसी राष्ट्र नेपाल से आने वाले पानी से जिले की घाघरा नदी और सरयू नदी में भीषण बाढ़ आ जाती है, जिससे जिले की चार तहसील मिहींपुरवा, नानपारा, महसी और कैसरगंज के सैकड़ों गांव बाढ़ की विभीषिका का दंश झेलने को विवश होते हैं. घाघरा और सरयू नदी में आने वाली बाढ़ से जिले के हजारों गांवों को बचाने के लिए दो नदियों के तटों पर दो तटबंध बनाए गए हैं, जिसमें बेलहा बहरौली तटबंध और रेवली आदमपुर तटबंध है. करीब 105 किलोमीटर लंबे यह तटबंध हजारों गांवों की जीवन रेखा बने हुए हैं. इन तटबंधों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरयू ड्रेनेज खंड प्रथम के जिम्मे है, जो बरसात से पूर्व इन तटबंधों की मरम्मत का काम करते हैं.
संवेदनशील स्थानों पर बरती जाए विशेष सतर्कता
सरयू ड्रेनेज खंड प्रथम के अभियंता शोभित कुमार कुशवाहा ने जिलाधिकारी को बताया कि रेवली आदमपुर तटबंध का सुरक्षात्मक कार्य पूरा हो गया है, जिससे रेलवे लाइन, रिंग बांध और फसल अनुसंधान केंद्र घाघरा घाट की सुरक्षा होगी. जिलाधिकारी शंभू कुमार ने अधिशासी अभियंता ड्रेनेज खंड प्रथम को निर्देश दिए कि नियमित रूप से तटबंध की निगरानी करते रहें. साथ ही संवेदनशील स्थानों पर विशेष सतर्कता बरती जाए.