प्रतापगढ़: जिलाधिकारी ने जिला स्वास्थ्य समिति के विभिन्न कार्यों की समीक्षा की. शासन की मंशानुसार समस्त कार्यक्रमों को संचालित किया और लक्ष्य के अनुरूप गर्भवती महिलाओं को शत प्रतिशत योजना का लाभ दिए जाने की बात कही.
प्रतापगढ़ के जिलाधिकारी डा. रूपेश कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को कैम्प कार्यालय के सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की बैठक सम्पन्न हुई. बैठक में जिलाधिकारी ने कोविड-19 के अन्तर्गत वित्तीय और भौतिक प्रगति, जननी सुरक्षा योजना, यू.पी. हेल्थ डैस बोर्ड, आर.सी.एच. पोर्टल, आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, क्षय रोग, नियमित टीकाकरण और आशा योजना सहित अन्य बिन्दुओं पर चर्चा की.
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी की ओर से बताया गया कि डिजास्टर रिलीफ फण्ड 70 लाख के अन्तर्गत पूर्ण व्यय कर लिया गया है. कोविड के अन्तर्गत अन्य व्यय कार्यक्रमवार नियमानुसार किए जा रहे हैं. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत जिला कार्ययोजना 80.39 करोड़ के सापेक्ष अभी तक 12.99 करोड़ खर्च किए जा चुके है जो कुल बजट का 16 प्रतिशत है.
जननी सुरक्षा योजना के 10 हजार 108 लाभार्थियों के सापेक्ष 9 हजार 550 लाभार्थियों का भुगतान किया जा चुका है. बकाया 6 प्रतिशत लाभार्थियों का भुगतान एक सप्ताह में किए जाने हेतु निर्देशित किया गया है. यूपी हेल्थ डैस बोर्ड में जनपद की रैंक 31वीं है, जिस पर मुख्य विकास अधिकारी की ओर से समीक्षा करते हुए सुधार की अपेक्षा की गई.
बैठक में आर.सी.एच पोर्टल में मानधाता, बाघराय, मंगरौरा की प्रगति कम होने पर अगली बैठक में विस्तृत विवरण और प्रगति के साथ प्रतिभाग करने हेतु जिलाधिकारी की ओर से निर्देशित किया गया. प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत अभी तक 140387 गोल्डेन कार्ड बनाये जा चुके है और 3331 लाभार्थियों को इस योजना का लाभ दिया जा चुका है. प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के अन्तर्गत 50018 लाभार्थियों को योजना का लाभ दिया जा चुका है.
जिलाधिकारी ने समस्त बिन्दुओं की गहन समीक्षा करते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि शासन की मंशानुसार समस्त कार्यक्रमों को संचालित किया जाए और स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्धित योजनाओं का लाभ लाभार्थियों को दिया जाए. इसमें किसी प्रकार की लापरवाही और शिथिलता न बरती जाए. बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अश्विनी कुमार पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) शत्रोहन वैश्य, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अरविन्द कुमार श्रीवास्तव सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी, स्वयं सेवी संगठन तथा समस्त अधीक्षक/प्रभारी चिकित्साधिकारी उपस्थित रहे.