लखनऊ: समाजवादी पार्टी में टिकट बंटवारे को लेकर असंतोष थमता नजर नहीं आ रहा है. बस्ती में पूर्व मंत्री राज किशोर सिंह की बगावत के बाद अब सैफई परिवार में ही टिकट वितरण को लेकर झगड़ा शुरू हो गया है. मैनपुरी से सांसद तेज प्रताप सिंह तेजू अपना टिकट काटे जाने से खासे नाराज हैं और उन्हें मनाने की कोशिश की जा रही है.
लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने के साथ ही समाजवादी पार्टी में एक बार फिर सत्ता संघर्ष शुरू हो गया है. समाजवादी पार्टी नेतृत्व ने मैनपुरी सीट से मुलायम सिंह यादव को चुनाव लड़ाने का ऐलान किया है. तो इससे सैफई परिवार के सदस्य और मैनपुरी के सांसद तेज प्रताप सिंह तेजू नाराज बताए जा रहे हैं. उनके समर्थकों ने 2 दिन पहले मैनपुरी में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन भी किया है. पार्टी नेतृत्व को तेजू समर्थकों का यह रवैया नागवार गुजरा है.
इसके बाद पार्टी नेतृत्व ने रविवार को मैनपुरी की जिला इकाई को भंग कर दिया है मैनपुरी के पार्टी कार्यकर्ताओं पर अंकुश लगाने में नाकाम रहने की वजह से जिलाध्यक्ष को डांट भी सुननी पड़ी है. बताया जा रहा है कि तेजप्रताप तेजू के तेवर से पार्टी नेतृत्व भी सकते में है और उनके साथ बातचीत कर रास्ता निकालने की कोशिश की जा रही है. दूसरी ओर टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी के ही सांसद धर्मेंद्र यादव भी नाराज बताए जा रहे हैं. उनके समर्थकों का कहना है कि धर्मेंद्र यादव को बदायूं सीट पर चुनाव लड़ाया जा रहा है जबकि वहां कांग्रेस ने पूर्व सांसद सलीम शेरवानी को मैदान में उतार दिया है. ऐसे में धर्मेंद्र यादव को संभल सीट से चुनाव लड़ आ जाना चाहिए लेकिन पार्टी नेतृत्व की बात सुनने को तैयार नहीं है.
बताया जा रहा है रामगोपाल यादव भी चाहते हैं फिरोजाबाद से अखिलेश यादव चुनाव लड़े और अक्षय यादव को आजमगढ़ भेजा जाए. सीट बंटवारे को लेकर मचे असंतोष को काबू करने के लिए पार्टी नेतृत्व की ओर से कोशिश की जा रही है. यही वजह है कि अभी तक पार्टी उत्तर प्रदेश में प्रथम चरण के चुनाव वाले क्षेत्रों में भी प्रत्याशियों का ऐलान नहीं कर सकी है.