लखनऊ : राजधानी के बलरामपुर अस्पताल में अव्यवस्थाओं के चलते मरीजों को इलाज के नाम पर संक्रमण मिल रहा है. अस्पताल प्रशासन परिसर में स्वच्छता का दावा करता हैं, लेकिन सच्चाई कुछ और ही है. भर्ती मरीजों के तीमारदारों के लिए बने रैन बसेरे में गंदगी के साथ-साथ पानी जमा हुआ है और उसमें लगे पंखे भी दम तोड़ रहे हैं. बेड की हालत भी जर्जर है. गंदगी के कारण मरीजों में संक्रमण का खतरा बना हुआ है. यह लापरवाही उस समय है, जब सरकार एक तरफ स्वच्छता अभियान चला कर जनता को जागरूक कर रही है.
- राजधानी के बलरामपुर अस्पताल में अव्यवस्थाओं के चलते मरीजों को इलाज के नाम पर संक्रमण मिल रहा है.
- अस्पताल प्रशासन परिसर में स्वच्छता के दावे करते हैं, लेकिन सच्चाई कुछ और ही है.
- भर्ती मरीजों के तीमारदारों के लिए बने रैन बसेरे में गंदगी के साथ-साथ पानी जमा हुआ है और उसमें लगे पंखे भी दम तोड़ रहे हैं. बेड की हालत भी जर्जर है.
- गंदगी के कारण मरीजों में संक्रमण का खतरा बना हुआ है. यह लापरवाही उस समय है जब सरकार एक तरफ स्वच्छता अभियान चला कर जनता को जागरूक कर रही है.
- सरकार स्वच्छता अभियान के तहत गंदगी न फैलाने के साथ-साथ मलेरिया सहित गंदगी से फैलने वाले संक्रमण से होने वाली बीमारियों के बारे में भी बता रही है.
अस्पताल की नई बिल्डिंग के सामने बने रैन बसेरे में रह रहे सुनील पांडे का कहना है कि वह पिछले 3 दिनों से यहां हैं. बस एक बार ही झाड़ू लगी है. लखीमपुर खीरी के रहने वाले बराती लाल के रिश्तेदार नई बिल्डिंग में एडमिट हैं. वह करीब 4 दिन से रैन बसेरे में हैं. इस मामले में उनका कहना है कि न तो यहां कोई झाड़ू लगाने आता है और न कोई सुनता है.
अभी तक हमें कोई एनजीओ नहीं मिला है जो रैन बसेरों की गंदगी को साफ कर सके. इसका प्रस्ताव मैंने शासन को भेजा हुआ है.
-डॉ राजीव लोचन, निदेशक, बलरामपुर अस्पताल