लखनऊ: योगी सरकार प्रयागराज में एक ऐसे डिजिटल कुंभ म्यूजियम की स्थापना करने जा रही है जो लंदन की मैडम तुसाद गैलरी को भी टक्कर देने वाला होगा. इस म्यूजियम में भारत के धार्मिक सांस्कृतिक विरासत के दर्शन होंगे, तो कुंभ से जुड़ी गतिविधियां भी डिजिटल फॉर्मेट में लोगों को देखने के लिए मिल सकेंगी.
इस सबके अलावा एक बड़ा आकर्षण म्यूजियम के भूतल पर प्रस्तावित मूर्ति गैलरी होगी. जिसमें भारत की आध्यात्मिक, धार्मिक राजनीतिक और साहित्य विभूतियों के मोम से बने पुतले रखे जाएंगे.
प्रयागराज में बगेगा डिजिटल कुंभ म्यूजियम
- प्रयागराज में बनने वाले इस डिजिटल कुंभ म्यूजियम के लिए सरकार ने जमीन का बंदोबस्त कर लिया है.
- म्यूजियम के लिए प्रयागराज विकास प्राधिकरण 325 करोड़ 40 लाख रुपये की जमीन का अधिग्रहण कर रहा है.
- कुंभ म्यूजियम के लिए कुल 25 हेक्टेयर से अधिक जमीन अधिग्रहण की जाएगी.
- म्यूजियम की स्थापना पर सरकार 700 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करने की तैयारी में है.
- म्यूजियम में मोम के पुतलों वाली गैलरी बनायी जाएगी.
- म्यूजियम के प्रथम तल पर प्रयागराज के धरोहर संस्कृती और वास्तुकला का प्रदर्शन किया जाएगा.
- म्यूजियम के दूसरे तल पर कुंभ की प्राचीनता विशालता और सार्वभौमिकता का परिचय कराया जाएगा.
- इसके लिए धार्मिक पौराणिक ऐतिहासिक और वैज्ञानिक तथ्यों को छाया चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा.
- योगी सरकार चाहती है की भारत की सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक धरोहर को डिजिटल फॉर्मेट में संरक्षित किया जाए .
- यूपी में तीर्थ यात्रियों और श्रद्धालुओं पर्यटकों के सुलभ दर्शन के लिए मुहैया कराया जाए, इसी मकसद से कुंभ म्यूजियम की स्थापना की जा रही है.