सोनभद्र : जिले में भारी संख्या में मजदूर मजदूरी की तलाश में सुबह-सुबह घर से निकल जाते हैं. सभी मजदूर राबर्टसगंज जिला मुख्यालय के पशु चिकित्सालय के पास इकट्ठा हो जाते हैं. यहां पर 200 से 250 की संख्या में मजदूर इकट्ठा होते हैं. वहीं पर उनमें से लगभग 100 से 125 लोगों को दैनिक मजदूरी मिल पाती है. बाकी के लोग मजदूरी न मिलने की वजह से लौट जाते हैं. इन लोगों का कहना है कि हम ऐसे लोगों को वोट देंगे जो हमको रोजगार दे और हमारा विकास करें.
इन मजदूरों का कहना है कि अबकी बार हम लोग बेरोजगारी के मुद्दे पर वोट देंगे. सोनभद्र का मुख्य मुद्दा बेरोजगारी है. हम लोग 30 से 40 किलोमीटर दूर से आते हैं. रोजगार नहीं मिलता, जिसकी वजह से हम लोगों को भूखे पेट भी रहना पड़ता है. रोजगार नहीं मिलेगा तो हम अपने बाल-बच्चों को कैसे पालेंगे. यही हमारी समस्या है और हम लोग इसी मुद्दे पर वोट करेंगे.
मजदूरी के लिए आने वाले रवि किशन का कहना है कि
- चौराहे पर 150 से 200 लोग प्रतिदिन दैनिक काम की तलाश में आते हैं.
- इसमें से 100 से 150 लोगों को काम मिल पाता है.
- बाकी लोग ऐसे ही लौट जाते हैं. हम उसको वोट देंगे जो हम लोगों की देख-रेख करेगा.
- यहां पर 200 के आस-पास लोग आते हैं.
- यहां पर 10वीं, 12वीं, ग्रेजुएट किए लोग भी मजदूरी करने आते हैं.
- बेरोजगार होने की वजह से लोगों को मजदूरी करनी पड़ती है.
- नौकरी नहीं मिल रही है. मोदी ने बोला था कि हमें वोट दो, हम नौकरी देंगे, लेकिन हमको कोई भी व्यवस्था नहीं मिल रही है.
हम उस मुद्दे पर वोट देंगे जो हमारा विकास करेगा और हमारा साथ देगा. हम उसी मुद्दे पर अबकी लोकसभा में वोट करेंगे.
-छोटे लाल, दैनिक मजदूर
जिला मुख्यालय राबर्टसगंज में बड़ी संख्या में 20 से 30 किलोमीटर से लोग मजदूरी करने के लिए पशु चिकित्सालय के पास सुबह से ही आकर खड़े हो जाते हैं. इनमें से आधे लोगों को काम मिलता है और आधे लोग काम न मिलने की वजह से लौट जाते हैं. इसी वजह से इन लोगों को अपना घर चलाना भी मुश्किल हो गया है. इन मजदूरों का कहना है कि हम लोग उस मुद्दे पर वोट देंगे जो हमारे बाल-बच्चों का ख्याल रखे. हमारा विकास करें और हमको रोजगार प्रदान करें.