वाराणसी: देश में लगातार बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल के दामों के कारण आम जनता काफी परेशान है. इस महंगाई को लेकर जहां आमजन में रोष है, वहीं राजनीतिक दल भी इसके खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं. बीते दिनों वाराणसी में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मोटरसाइकिल को कूड़े में फेंककर विरोध किया था. वहीं बुधवार को कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बैलगाड़ी से कार खींचकर बढ़े पेट्रोल-डीजल के दामों का विरोध किया. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
पहली बार पेट्रोल और डीजल के दाम हुए बराबर
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार से पेट्रोल और डीजल के दामों में हुई वृद्धि को वापस लेने की मांग की. कांग्रेस नेता राजेश मिश्रा ने कहा कि 70 साल के इतिहास मेें पहली बार मोदी सरकार में पेट्रोल और डीजल के दाम बराबर हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 18 से 20 रुपये है, लेकिन हिंदुस्तान में यह 80 रुपये तक पहुंच गया है.
आमजन पर बोझ डाल रही सरकार
राजेश मिश्रा ने कहा कि कोरोना के कारण लॉकडाउन में उद्योग-धंधे बन्द हो गए. लोगों की नौकरियां चली गईं. उधर सरकार पिछले कई दिनों से लगातार पेट्रोल- डीजल के दामों में बढ़ोतरी कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अपने गड़बड़ाए बजट की भरपाई आम लोगों के ऊपर बोझ डालकर वसूलना चाहती है. सरकार अपने फैसले को वापस ले और पेट्रोल-डीजल के दामों में कमी करे.
लोगों का घर चलाना हो रहा मुश्किल
उन्होंने कहा कि लगातार बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल के दाम के कारण आम जनता पर बोझ बढ़ता जा रहा है. ऐसे में लोगों को घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है. सरकार ने पिछले कई दिनों में पेट्रोल-डीजल के दामों में लगभग 10 रुपये की बढ़ोतरी की है, जो उचित नहीं है.