बाराबंकी: जिले में पैसे दोगुने करने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली विश्वास ट्रेडिंग कम्पनी के दस कर्मचारियों के खिलाफ बीती 24 मई को नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था. वहीं इस मामले में पुलिस ने सोमवार को एक आरोपी संदीप मैत्री को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि उसके साथी फरार हैं.
बताया जा रहा है इस कम्पनी ने जिले के सैकड़ों लोगों को ठगी का शिकार बनाया है. आरोप है कि शेयर क्रय विक्रय कर जमाकर्ताओं को खासा लाभ देने का लालच देकर विश्वास ट्रेडिंग कम्पनी ने हजारों लोगों से करोड़ों रुपये ठग लिए. विश्वास ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड शेयर ट्रेडिंग कम्पनी का मुख्य ऑफिस विभूति खण्ड गोमतीनगर लखनऊ में स्थित है.
जमा करा लिए करीब 3 करोड़ रुपये से ज्यादा
बता दें कि इसी कम्पनी ने वर्ष 2016 में विश्वास निधि नाम की कम्पनी बाराबंकी में भी खोली. इसमें दर्जन भर कर्मचारी काम करते थे. कम्पनी के इन कर्मचारियों ने लोगों को झांसे में लेना शुरू किया और उनसे शेयर में पैसा लगाकर कम समय मे दोगुना करने का लालच देकर अपने जाल में फंसा लिया. धीरे-धीरे जिले के सैकड़ों लोग इनसे जुड़ते चले गए. इस तरह जिले में एक लंबी चेन बन गई और कम्पनी के लोगों ने करीब 3 करोड़ से ज्यादा रुपये जमा करा लिए.
कई ठिकानों पर हुई थी छापेमारी
वहीं तीन साल के बाद कम्पनी बंद कर कर्मचारी फरार हो गए. करीब डेढ़ वर्ष पहले बाराबंकी पुलिस ने कम्पनी के बाराबंकी और लखनऊ के कई ठिकानों पर छापेमारी कर कई कर्मचारियों को हिरासत में लिया था और कार्यालयों को सील कर दिया गया था.
24 मई को दर्ज कराया था मुकदमा
बता दें कि बीती 24 मई को नगर के कोठीडीह के रहने वाले प्रेम प्रकाश ने कम्पनी के चेयरमैन विश्वजीत विश्वास, धीरज श्रीवास्तव, विनोद कुमार उर्फ राजू मजूमदार, निदेशक शंकर गायन उर्फ मिठू दा, प्रसेनजित सरदार, संचालक भारत मोदी, संदीप मैत्री, चंचल प्रताप सिंह यादव, अनुराग देव पांडे और धीरज बहादुर सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था.
कम्पनी को RBI और सेबी से बताया था रजिस्टर्ड
प्रेम प्रकाश के मुताबिक वर्ष 2018 में उसके परिचितों नागेंद्र और धीरज बहादुर ने विश्वास ट्रेडिंग कम्पनी के प्लान को बताते हुए उन्होंने रुपया कम्पनी में लगाने को कहा था. फिर इन लोगों ने कम्पनी के लखनऊ स्थित विभूति खण्ड ऑफिस ले गए, जहां सारे अधिकारियों और कर्मचारियों ने कहा कि उनकी कम्पनी आरबीआई और सेबी से लाइसेंस प्राप्त है. इन लोगों की बातों पर विश्वास करते हुए प्रेम प्रकाश और उसके साथियों ने करीब 14 लाख रुपये जमा कर दिए.
पैसा मांंगा तो ठगों ने पीड़ित को दी धमकी
काफी दिनों तक इन लोगों को कम्पनी ने कोई रुपया नहीं दिया तो इन्हें चिंता हुई. साथ ही इस वर्ष दो जनवरी को कम्पनी के कर्मचारियों ने इन्हें पैसा वापस लेने के लिए लखनऊ हाईकोर्ट के पास बुलाया, लेकिन जब ये लोग पहुंचे तो इन्हें धमकी दी गई कि पैसा मांगना बंद कर दो, नहीं तो अंजाम बुरा होगा. पीड़ित ने नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया.
पुलिस ने एक ठग को किया गिरफ्तार
मामले की गम्भीरता को देखते हुए एसपी ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए निर्देश दिए और इसके लिए टीमें गठित की गईं. सोमवार को टीम ने आरोपी संदीप मैत्री को लखनऊ के चिनहट थाने के ओमेगा ग्रीन पार्क टावर के फ्लैट नम्बर 905 से गिरफ्तार कर लिया.