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नीति आयोग की बैठक में सीएम योगी ने कहीं ये बातें - नीति आयोग की बैठक

राष्ट्रपति भवन में शनिवार को नीति आयोग की बैठक सम्पन्न हुई. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ केन्द्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री शामिल हुए.

सीएम योगी.
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Published : Jun 15, 2019, 11:52 PM IST

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की शासी परिषद की पांचवीं बैठक राष्ट्रपति भवन में सम्पन्न हुई. इस बैठक को केंद्रीय मंत्रियों और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सम्बोधित किया. इस दौरान सीएम योगी ने किसानों का मुद्दा जोर-शोर से उठाया. साथ ही विश्वास जताया कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर यूपी के विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सफल हो रही हैं.

नक्सल से लड़ने के लिए केंद्र की मदद जरूरी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गृह मंत्रालय ने प्रदेश के नक्सल प्रभावित सोनभद्र और चन्दौली जनपदों में तैनात तीन-तीन सीआरपीएफ कम्पनियों की वापसी के आदेश दिए हैं. इस क्षेत्र में नक्सली पर अंकुश लगाए जाने के लिए अभी भी इनकी आवश्यकता है, इसलिए इनकी वापसी के आदेश पर विचार किया जाए. उन्होंने विश्वास जताया कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर यूपी के विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सफल हो रही हैं.

यह भी बोले सीएम

  • नीति आयोग की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुझाव दिया कि किसानों को राहत पहुंचाने के लिए सूखा घोषित क्षेत्रों में फसल क्षति की सीमा को 33 प्रतिशत की सीमा से कम करते हुए 20 प्रतिशत कर दिया जाए.
  • इसके अलावा बाढ़ के समय राज्यों को अपेक्षित सहायता प्राथमिकता पर उपलब्ध कराने की व्यवस्था कर दी जाए तो इससे राज्यों को राहत मिल सकेगी.
  • उन्होंने सुझाव दिया कि किसान क्रेडिट कार्ड की ऋण व्यवस्था को फसल के स्थान पर भूमि क्षेत्रफल के आधार पर बनाया जाए.

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की शासी परिषद की पांचवीं बैठक राष्ट्रपति भवन में सम्पन्न हुई. इस बैठक को केंद्रीय मंत्रियों और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सम्बोधित किया. इस दौरान सीएम योगी ने किसानों का मुद्दा जोर-शोर से उठाया. साथ ही विश्वास जताया कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर यूपी के विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सफल हो रही हैं.

नक्सल से लड़ने के लिए केंद्र की मदद जरूरी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गृह मंत्रालय ने प्रदेश के नक्सल प्रभावित सोनभद्र और चन्दौली जनपदों में तैनात तीन-तीन सीआरपीएफ कम्पनियों की वापसी के आदेश दिए हैं. इस क्षेत्र में नक्सली पर अंकुश लगाए जाने के लिए अभी भी इनकी आवश्यकता है, इसलिए इनकी वापसी के आदेश पर विचार किया जाए. उन्होंने विश्वास जताया कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर यूपी के विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सफल हो रही हैं.

यह भी बोले सीएम

  • नीति आयोग की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुझाव दिया कि किसानों को राहत पहुंचाने के लिए सूखा घोषित क्षेत्रों में फसल क्षति की सीमा को 33 प्रतिशत की सीमा से कम करते हुए 20 प्रतिशत कर दिया जाए.
  • इसके अलावा बाढ़ के समय राज्यों को अपेक्षित सहायता प्राथमिकता पर उपलब्ध कराने की व्यवस्था कर दी जाए तो इससे राज्यों को राहत मिल सकेगी.
  • उन्होंने सुझाव दिया कि किसान क्रेडिट कार्ड की ऋण व्यवस्था को फसल के स्थान पर भूमि क्षेत्रफल के आधार पर बनाया जाए.
Intro:नोट-नीति आयोग की बैठक दिल्ली में हुई है। इसमें सीएम योगी शामिल हुए हैं।

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की शासी परिषद की दिल्ली में आयोजित पांचवी बैठक राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली में सम्पन्न हुई। इस बैठक को केंद्रीय मंत्रियों और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने भी सम्बोधित किया। इस दौरान उन्होंने किसानों का मुद्दा जोर-शोर से उठाया तो नक्सल से लड़ने के लिए केंद्र की मदद जारी रखने की बात कही। इसके साथ ही विश्वास जताया कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर यूपी के विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सफल हो रहे हैं।


Body:नीति आयोग की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुझाव दिया कि किसानों को राहत पहुंचाने के लिये सूखा घोषित क्षेत्रों में फसल क्षति की सीमा को 33 प्रतिशत की सीमा से कम करते हुये 20 प्रतिशत कर दिया जाए। इसके अलावा बाढ़ की विभीषिका के समय बाढ़ मेमोरेण्डम के आधार पर परिसम्पत्तियों के रेस्टोरेशन हेतु यदि भारत सरकार द्वारा एक माह के अंदर निरीक्षण कराकर राज्यों को अपेक्षित सहायता प्राथमिकता पर उपलब्ध कराने की व्यवस्था कर दी जाये तो इससे राज्यों को राहत मिल सकेगी। 

इसके अतिरिक्त उन्होंने आग्रह किया कि एसडीआरएफ के अंतर्गत राहत के विभिन्न मदों में वर्तमान में देय सहायता को बढ़ाया जाना उचित होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि किसान क्रेडिट कार्ड की ऋण व्यवस्था को फसल के स्थान पर भूमि क्षेत्रफल के आधार पर बनाये जाने से किसानों को अधिक साख सीमा उपलब्ध हो सकेगी। सीएम योगी ने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली को चुस्त-दुरुस्त, पारदर्शी एवं प्रभावी बनाने के उद्देश्य से उचित दर विक्रेताओं द्वारा ई-पॉस मशीनों के माध्यम से खाद्यान्न वितरण किया जा रहा है। उन्होंने सुझाव दिया कि ई-पाॅस मशीनों के माध्यम से खाद्यान्न वितरण किये जाने के परिणामस्वरूप सब्सिडी की होने वाली बचत में से कुछ अंश कोटेदारों को अनुमन्य लाभांश/मार्जिन मनी की धनराशि बढाने पर विचार किया जाना समीचीन होगा।

नक्सल से लड़ने के लिए केंद्र की मदद जरूरी
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि गृह मंत्रालय ने प्रदेश के नक्सल प्रभावित सोनभद्र व चन्दौली जनपदों में तैनात 03-03 सीआरपीएफ कम्पनियों की वापसी के आदेश दिये हैं। इस क्षेत्र में नक्सली संचरण पर अंकुश लगाये जाने हेतु अभी भी इनकी नितान्त आवश्यकता है। इसलिए इनकी वापसी के आदेश पर विचार युक्ति संगत होगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि केन्द्र तथा राज्य सरकार के समन्वित प्रयास प्रदेश की समस्याओं का ससमय निराकरण करने तथा प्रदेश को नई उँचाइयों पर ले जाने में सहायक होंगे।


Conclusion:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नीति आयोग की बैठक में किसानों की समस्याओं को ही नहीं उठाया बल्कि उत्तर प्रदेश में चल रही विभिन्न सरकारी योजनाओं का भी जिक्र किया और यह दावा पेश किया कि उनकी सरकार प्रदेश के विकास के लिए बेहतर कार्य हो रहा है। साथ ही उन्होंने यह भी विश्वास जताया कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर आगे और बेहतर कार्य करेंगे।
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