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कोरोना के आंकड़ों को लेकर सीएम योगी नाराज, अफसरों को दिए सख्त निर्देश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना के आंकड़ों को लेकर काफी नाराज हैं. एक पत्र में उनकी नाराजगी साफ तौर पर देखी जा रही है. मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव ने सभी जिलाधिकारियों और कमिश्नर को भेजे एक पत्र में कोरोना के आंकड़ों को सही से फीड करने को कहा है. साथ ही उन्होंने इसमें लापरवाही करने वाले अधिकारी पर कार्रवाई की बात भी कही है.

लखनऊ
सीएम योगी
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Published : Jun 22, 2020, 6:12 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना के आंकड़ों की सही फीडिंग न होने पर नाराज हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय से लीक हुए एक पत्र में इसकी जानकारी मिली है. पिछले कुछ दिनों में कोरोना से मरने वालों की जानकारी ऑनलाइन पोर्टल में सही ढंग से फीड न किए जाने को लेकर मुख्यमंत्री की नाराजगी सामने आई है. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद मुख्यमंत्री सचिवालय के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल की तरफ से सभी जिलाधिकारियों को इस संबंध में सख्त दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं.

मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रमुख सचिव एसपी गोयल ने सभी जिलाधिकारियों को भेजे पत्र में कहा है कि ऑनलाइन पोर्टल में सही जानकारी फीड करने को लेकर मुख्यमंत्री नाराज हैं. अधिकारियों को यह हिदायत भी दी कि ऑनलाइन पोर्टल में कोरोना वायरस से सम्बंधित सभी प्रकार के आंकड़े ठीक ढंग से दर्ज किए जाएं. ऐसा करने में लापरवाही बरतने पर संबंधित मेडिकल कॉलेज, मुख्य चिकित्सा अधिकारी और अन्य अधिकारी इसके जिम्मेदार होंगे.

आंकड़ों में देखा जा रहा है विरोधाभास

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी के बाद प्रमुख सचिव एसपी गोयल की तरफ से पत्र भेजकर कहा गया है कि अक्सर यह देखा गया है कि मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किए जाने वाले कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के मृत्यु से संबंधित आंकड़े वास्तविक रूप से घटित मृत्यु के आंकड़ों में विरोधाभास होता है. 17 जून 2020 को प्रस्तुत की गई सूचना में 16 जून 2020 को कोविड-19 से 30 मरीजों की मृत्यु हुई है, जबकि वास्तविक रूप से यह संख्या काफी कम है. हालांकि मरने वालों की संख्या के बारे में मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी पत्र में जिक्र नहीं किया गया है.

संबंधित अधिकारी पर होगी कार्रवाई

मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एसपी गोयल की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि मृत्यु से संबंधित वास्तविक आंकड़े ही पोर्टल पर फीड किए जाएं और उसी के अनुसार सूचना मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत की जाए. पूर्व में घटित मृत्यु के प्रकरणों में यदि फीडिंग अब तक नहीं की गई है तो उसे अगले चौबीस घंटों में पूर्ण कराया जाए और समय से फीडिंग न करने पर जिम्मेदारी भी संबंधित अधिकारी की सुनिश्चित की जाए. मृत्यु के संबंध में सही सूचना फीड करने के लिए यथास्थिति जहां मृत्यु होती है वहां के चिकित्सा संस्थान के प्राचार्य, प्राइवेट एवं जिला चिकित्सालय के अधीक्षक को जिम्मेदार बनाया जाए.

मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एसपी गोयल ने इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों और कमिश्नर को पत्र भेजा है कि मृत्यु को लेकर जारी किए जाने वाले आंकड़ों में लापरवाही न बरती जाए और ठीक ढंग से यह आंकड़े ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज किए जाएं. इसमें जिस स्तर पर भी लापरवाही होगी तो संबंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना के आंकड़ों की सही फीडिंग न होने पर नाराज हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय से लीक हुए एक पत्र में इसकी जानकारी मिली है. पिछले कुछ दिनों में कोरोना से मरने वालों की जानकारी ऑनलाइन पोर्टल में सही ढंग से फीड न किए जाने को लेकर मुख्यमंत्री की नाराजगी सामने आई है. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद मुख्यमंत्री सचिवालय के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल की तरफ से सभी जिलाधिकारियों को इस संबंध में सख्त दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं.

मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रमुख सचिव एसपी गोयल ने सभी जिलाधिकारियों को भेजे पत्र में कहा है कि ऑनलाइन पोर्टल में सही जानकारी फीड करने को लेकर मुख्यमंत्री नाराज हैं. अधिकारियों को यह हिदायत भी दी कि ऑनलाइन पोर्टल में कोरोना वायरस से सम्बंधित सभी प्रकार के आंकड़े ठीक ढंग से दर्ज किए जाएं. ऐसा करने में लापरवाही बरतने पर संबंधित मेडिकल कॉलेज, मुख्य चिकित्सा अधिकारी और अन्य अधिकारी इसके जिम्मेदार होंगे.

आंकड़ों में देखा जा रहा है विरोधाभास

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी के बाद प्रमुख सचिव एसपी गोयल की तरफ से पत्र भेजकर कहा गया है कि अक्सर यह देखा गया है कि मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किए जाने वाले कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के मृत्यु से संबंधित आंकड़े वास्तविक रूप से घटित मृत्यु के आंकड़ों में विरोधाभास होता है. 17 जून 2020 को प्रस्तुत की गई सूचना में 16 जून 2020 को कोविड-19 से 30 मरीजों की मृत्यु हुई है, जबकि वास्तविक रूप से यह संख्या काफी कम है. हालांकि मरने वालों की संख्या के बारे में मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी पत्र में जिक्र नहीं किया गया है.

संबंधित अधिकारी पर होगी कार्रवाई

मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एसपी गोयल की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि मृत्यु से संबंधित वास्तविक आंकड़े ही पोर्टल पर फीड किए जाएं और उसी के अनुसार सूचना मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत की जाए. पूर्व में घटित मृत्यु के प्रकरणों में यदि फीडिंग अब तक नहीं की गई है तो उसे अगले चौबीस घंटों में पूर्ण कराया जाए और समय से फीडिंग न करने पर जिम्मेदारी भी संबंधित अधिकारी की सुनिश्चित की जाए. मृत्यु के संबंध में सही सूचना फीड करने के लिए यथास्थिति जहां मृत्यु होती है वहां के चिकित्सा संस्थान के प्राचार्य, प्राइवेट एवं जिला चिकित्सालय के अधीक्षक को जिम्मेदार बनाया जाए.

मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एसपी गोयल ने इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों और कमिश्नर को पत्र भेजा है कि मृत्यु को लेकर जारी किए जाने वाले आंकड़ों में लापरवाही न बरती जाए और ठीक ढंग से यह आंकड़े ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज किए जाएं. इसमें जिस स्तर पर भी लापरवाही होगी तो संबंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.

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