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एटा में भगवे और फतवे से दूर रहेंगे व्यापारी, विकास के मुद्दे पर करेंगे वोट

इस बार एटा के व्यापारी जाति और धर्म के आधार पर नहीं बल्कि विकास के आधार पर मतदान करने का मन बना चुके हैं. व्यापारियों के मुताबिक इस बार वह भगवे और फतवे के असर से दूर रहेंगे.

एटा
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Published : Apr 14, 2019, 2:26 PM IST

एटा: लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद एटा लोकसभा सीट पर भी चुनावी पारा दिन प्रतिदिन चढ़ता ही जा रहा है. विभिन्न पार्टियों से चुनावी मैदान में जोर आजमाइश कर रहे प्रत्याशी अपने-अपने तरह से जनता को लुभाने में लगे हुए हैं, लेकिन व्यापारियों पर राजनीतिक पार्टीओं के प्रत्याशियों का रंग चढ़ता हुआ दिखाई नहीं पड़ रहा है.

इस बार विकास के मुद्दे को व्यापारी करेंगे चुनाव.


⦁ एटा लोकसभा सीट के लिए 23 अप्रैल को मतदान होना है.
⦁ इस बार एटा के व्यापारी जाति और धर्म के आधार पर नहीं बल्कि विकास के आधार पर मतदान करने का मन बना चुके हैं.
⦁ व्यापारियों के मुताबिक इस बार वह भगवे और फतवे के असर से वो दूर रहेंगे.

ईटीवी भारत ने व्यापारियों से बात कर उनकी समस्याओं को जनाने की कोशिश की:-

व्यापारियों ने कहा नोटबंदी और जीएसटी ने उन्हें को बर्बाद कर दिया.

नोटबंदी व जीएसटी लागू होने के बाद व्यापारी बर्बाद हो चुका है. इससे भी ज्यादा बुरी स्थिति यह है कि जो सांसद यहां से जीत कर गया वह कभी पलटकर नहीं आया. इस बार हम लोग उसी को वोट देंगे, जो व्यापारियों की बात करेगा और उन्हें राहत देगा, अब की बार न भगवा चलेगा न फतवा चलेगा.

-साबिर मियां, बाबूगंज सब्जी मंडी व्यापार मंडल अध्यक्ष

व्यापारी हो या आम जनता सब की समस्या एक जैसी

एटा की हालत इसलिए खराब है कि यहां ट्रांसपोर्ट का साधन नहीं है. यहां रेलवे की बहुत अर्से से मांग थी, लेकिन वह भी अभी तक सुचारू रूप से शुरू नहीं हो पाई है. यह हाल तब है जब रेलवे के लिए बजट भी मंजूर कर दिया गया था. यहां पब्लिक से लेकर व्यापारियों तक की समस्या एक समान है.

-गुफरान, व्यापारी

इस बार चुनाव में व्यापारियों का मुद्दा विकास का होगा, जो भी प्रत्याशी व्यापारियों के विकास की बात करेगा वोट उन्हीं को जाएगा. व्यापारी ने कहा कि अभी तक जो भी सांसद आते थे, चाहे वह जिस पार्टी के हो वह झूठे लॉलीपॉप दे जाते थे.

-मोहम्मद नाजिम, व्यापारी

एटा: लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद एटा लोकसभा सीट पर भी चुनावी पारा दिन प्रतिदिन चढ़ता ही जा रहा है. विभिन्न पार्टियों से चुनावी मैदान में जोर आजमाइश कर रहे प्रत्याशी अपने-अपने तरह से जनता को लुभाने में लगे हुए हैं, लेकिन व्यापारियों पर राजनीतिक पार्टीओं के प्रत्याशियों का रंग चढ़ता हुआ दिखाई नहीं पड़ रहा है.

इस बार विकास के मुद्दे को व्यापारी करेंगे चुनाव.


⦁ एटा लोकसभा सीट के लिए 23 अप्रैल को मतदान होना है.
⦁ इस बार एटा के व्यापारी जाति और धर्म के आधार पर नहीं बल्कि विकास के आधार पर मतदान करने का मन बना चुके हैं.
⦁ व्यापारियों के मुताबिक इस बार वह भगवे और फतवे के असर से वो दूर रहेंगे.

ईटीवी भारत ने व्यापारियों से बात कर उनकी समस्याओं को जनाने की कोशिश की:-

व्यापारियों ने कहा नोटबंदी और जीएसटी ने उन्हें को बर्बाद कर दिया.

नोटबंदी व जीएसटी लागू होने के बाद व्यापारी बर्बाद हो चुका है. इससे भी ज्यादा बुरी स्थिति यह है कि जो सांसद यहां से जीत कर गया वह कभी पलटकर नहीं आया. इस बार हम लोग उसी को वोट देंगे, जो व्यापारियों की बात करेगा और उन्हें राहत देगा, अब की बार न भगवा चलेगा न फतवा चलेगा.

-साबिर मियां, बाबूगंज सब्जी मंडी व्यापार मंडल अध्यक्ष

व्यापारी हो या आम जनता सब की समस्या एक जैसी

एटा की हालत इसलिए खराब है कि यहां ट्रांसपोर्ट का साधन नहीं है. यहां रेलवे की बहुत अर्से से मांग थी, लेकिन वह भी अभी तक सुचारू रूप से शुरू नहीं हो पाई है. यह हाल तब है जब रेलवे के लिए बजट भी मंजूर कर दिया गया था. यहां पब्लिक से लेकर व्यापारियों तक की समस्या एक समान है.

-गुफरान, व्यापारी

इस बार चुनाव में व्यापारियों का मुद्दा विकास का होगा, जो भी प्रत्याशी व्यापारियों के विकास की बात करेगा वोट उन्हीं को जाएगा. व्यापारी ने कहा कि अभी तक जो भी सांसद आते थे, चाहे वह जिस पार्टी के हो वह झूठे लॉलीपॉप दे जाते थे.

-मोहम्मद नाजिम, व्यापारी

Intro:एंकर

लोकसभा चुनाव 2019 की अधिसूचना जारी होने के बाद एटा लोकसभा सीट पर भी चुनावी पारा दिन प्रतिदिन चढ़ता ही जा रहा है। विभिन्न पार्टियों से चुनावी मैदान में जोर आजमाइश कर रहे प्रत्याशी अपने अपने तरह से जनता को लुभाने में लगे हुए हैं। लेकिन जनता पर विशेषकर व्यापारियों पर राजनीतिक पार्टीओं के प्रत्याशियों का रंग चढ़ता हुआ दिखाई नहीं पड़ रहा है। इस बार एटा के व्यापारी जाति व धर्म के आधार पर नहीं बल्कि विकास के आधार पर मतदान करने का मन बना चुके हैं। व्यापारियों के मुताबिक इस बार वह भगवे और फतवे के असर से दूर रहेंगे।


Body:वीओ- लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जिले के मुख्य बाजार बाबूगंज में जब ईटीवी भारत ने व्यापारियों से बातचीत कर उनके मुद्दे जानने की कोशिश की। तो व्यापारियों ने बड़े बेबाकी के साथ अपनी राय रखी। मोहम्मद नाजिम के मुताबिक इस बार चुनाव में व्यापारियों का मुद्दा विकास का होगा । जो भी प्रत्याशी व्यापारियों के विकास की बात करेगा। वोट उन्हीं को जाएगा उन्होंने कहा कि अभी तक जो भी सांसद आते थे ,चाहे वह जिस पार्टी के हो, वह झूठे लॉलीपॉप दे जाते थे । लेकिन पलट कर फिर नहीं देखते थे। उन्होंने बताया कि यहां से अलग-अलग पार्टियों के सांसद जीत कर गए । लेकिन उसके बाद एटा की बदहाल स्थिति को कोई झांकने तक नहीं आया।

नोटबंदी और जीएसटी ने व्यापारियों को बर्बाद कर दिया-

बाबूगंज सब्जी मंडी व्यापार मंडल के अध्यक्ष साबिर मियां ने बताया कि नोटबंदी व जीएसटी लागू होने के बाद व्यापारी बर्बाद हो चुका है। इससे भी ज्यादा बुरी स्थिति यह है कि जो सांसद यहां से जीत कर गया । वह कभी पलटकर नहीं आया। इतना ही नहीं ऊपर से भी व्यापारियों को कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है। इस बार हम लोग उसी को वोट देंगे ,जो व्यापारियों की बात करेगा। उन्हें राहत देगा, अब की बार ना भगवा चलेगा ना फतवा चलेगा। उन्होंने बताया कि सांसद किसी भी पार्टी का हो। लेकिन किसी ने भी यहां के व्यापारी व व्यापार पर ध्यान नहीं दिया। यही कारण है कि यहां से बड़े-बड़े व्यापारी पलायन कर गए और एटा पिछड़ता गया।

मीडिया के जरिए हुई पार्टी प्रत्याशियों की जानकारी-

व्यापारी मुकेश के मुताबिक एटा लोकसभा सीट के लिए 23 अप्रैल को मतदान होना है। सपा बसपा गठबंधन प्रत्याशी से लेकर भाजपा के प्रत्याशी तक ने अपना नामांकन करा लिया है। लेकिन व्यापारियों के बीच में कोई भी प्रत्याशी अभी तक नहीं पहुंचा है । मीडिया के माध्यम से ही जानकारी मिल पाई है कि कौन सा प्रत्याशी किस पार्टी से इस बार के चुनाव में खड़ा हुआ है।

व्यापारी हो या आम जनता सब की समस्या एक जैसी

व्यापारी गुफरान की मानें तो एटा की हालत इसलिए खराब है कि यहां ट्रांसपोर्ट का साधन नहीं है। यहां रेलवे की बहुत अर्से से मांग थी। लेकिन वह भी अभी तक सुचारू रूप से शुरू नहीं हो पाई है। यह हाल तब है जब रेलवे के लिए बजट भी मंजूर कर दिया गया था। यहां पब्लिक से लेकर व्यापारियों तक की समस्या एक समान है।

बाइट: व्यापारियों से बातचीत


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