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लखनऊ: मॉडर्न मदरसा शिक्षकों को राहत, 32.50 करोड़ रुपए स्वीकृत - लखनऊ समाचार

योगी सरकार ने अपनी मांगो को लेकर प्रदर्शन कर रहे 25 हजार मॉडर्नमदरसा शिक्षकों के लिये राहत भरी खबर दी है. निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण की ओर से जारी हुए पत्र में मदरसा माडर्न शिक्षकों के लिए 32 करोड़ 50 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं.

मॉडर्नमदरसा शिक्षकों को मानदेय
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Published : Jun 28, 2019, 12:36 PM IST

लखनऊ: लंबे वक्त से अपने मानदेय की लड़ाई लड़ रहे यूपी के 25 हज़ार मॉडर्न मदरसा शिक्षकों को योगी सरकार ने राहत भरी खबर दी है. निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण की ओर से बजट स्वीकृत हो गया है. पैसा जिलों को भेज दिया गया है, जो जल्द ही इनके बैंक खाते में भेज दिया जाएगा.

मॉडर्न मदरसा शिक्षकों को मानदेय.

शिक्षकों की प्रमुख मांगें

  • आपको बताते चलें कि ये शिक्षक मदरसों में आधुनिक विषय जैसे कि हिंदी, इंग्लिश, गणित, साइंस जैसे सब्जेक्ट पढ़ाते हैं.
  • इस्लामिक मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक संघ की मांग है कि मॉडर्न मदरसा शिक्षकों को नियमित किया जाय.
  • 38 माह का बकाया मानदेय केन्द्रयांश और राज्यांश दोनों एक मुश्त दिया जाए.

मदरसा मॉडर्न शिक्षकों को केन्द्र से आस
इन मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों को केंद्र से मिलने वाला मानदेय यानी केन्द्रयांश 38 माह का बकाया है. इसके चलते 25 मदरसा टीचर्स अब तक अपनी ज़िंदगी से हाथ धो बैठे हैं. वहीं कई टीचर्स भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं. राज्य सरकार की ओर से मिलने वाला मानदेय भले ही इन शिक्षकों को मिल गया हो, लेकिन मदरसा मॉर्डन टीचर्स की आस केंद्र सरकार की ओर से मिलने वाले केन्द्रयांश पर टिकी है.

लखनऊ: लंबे वक्त से अपने मानदेय की लड़ाई लड़ रहे यूपी के 25 हज़ार मॉडर्न मदरसा शिक्षकों को योगी सरकार ने राहत भरी खबर दी है. निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण की ओर से बजट स्वीकृत हो गया है. पैसा जिलों को भेज दिया गया है, जो जल्द ही इनके बैंक खाते में भेज दिया जाएगा.

मॉडर्न मदरसा शिक्षकों को मानदेय.

शिक्षकों की प्रमुख मांगें

  • आपको बताते चलें कि ये शिक्षक मदरसों में आधुनिक विषय जैसे कि हिंदी, इंग्लिश, गणित, साइंस जैसे सब्जेक्ट पढ़ाते हैं.
  • इस्लामिक मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक संघ की मांग है कि मॉडर्न मदरसा शिक्षकों को नियमित किया जाय.
  • 38 माह का बकाया मानदेय केन्द्रयांश और राज्यांश दोनों एक मुश्त दिया जाए.

मदरसा मॉडर्न शिक्षकों को केन्द्र से आस
इन मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों को केंद्र से मिलने वाला मानदेय यानी केन्द्रयांश 38 माह का बकाया है. इसके चलते 25 मदरसा टीचर्स अब तक अपनी ज़िंदगी से हाथ धो बैठे हैं. वहीं कई टीचर्स भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं. राज्य सरकार की ओर से मिलने वाला मानदेय भले ही इन शिक्षकों को मिल गया हो, लेकिन मदरसा मॉर्डन टीचर्स की आस केंद्र सरकार की ओर से मिलने वाले केन्द्रयांश पर टिकी है.

Intro:एक लंबे वक्त से अपने मानदेय की लड़ाई लड़ रहे यूपी के 25 हज़ार मदरसा शिक्षकों को आज योगी सरकार ने राहत दी है। यह राहत भले ही थोड़ी हो लेकिन अपनी बकाया सैलरी के लिए दर्जनों प्रदर्शन कर चुके इन टीचर्स के ज़ख्मो के लिए कुछ हद तक मरहम का काम करेगी। निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण की ओर से जारी हुए पत्र में इन मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों के लिए 32 करोड़ 50 लाख रुपये स्वीकृत किये गए है वहीं यह पैसा जिलों को भेज दिया गया है जिसके बाद इन मदरसा टीचर्स को यह पैसा प्रदान किया जाएगा।


Body:अपनी बकाया तनख्वाह के लिए यूपी के 25 हज़ार मदरसा शिक्षक दिल्ली के जंतर मंतर से सूबे की राजधानी लखनऊ तक दर्जनों छोटे बड़े प्रदर्शन कर चुके है लेकिन केंद्र से 38 माह का बकाया मानदेय इनको अब तक नसीब नही हुआ है वहीं राज्यांश के नाम पर 5 महीने का मानदेय मिलने से इनके चेहरों पर थोड़ी ही सी सही लेकिन मुस्कान आयी है। राज्यांश मिलने के साथ ही इन मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों को केंद्र से मिलने वाला मानदेय यानी केन्द्रयांश मिलने की एक बार फिर से उम्मीद जगी है। आपको बताते चले यह टीचर्स मदरसों में आधुनिक विषय जैसे कि हिंदी इंग्लिश मैथ्स साइंस जैसे सब्जेक्ट पढ़ाते है लेकिन केंद्र सरकार ने इनके 38 महीनों की तनख्वाह अब तक नही दी है जिसके चलते 25 मदरसा टीचर्स अब तक अपनी ज़िंदगी से हाथ धो बैठे है वहीं कई टीचर्स भुखमरी के हाल पर पहुँच गए है।


Conclusion:राज्य सरकार की ओर से मिलने वाला मानदेय भले ही इन टीचर्स को मिल गया हो लेकिन मदरसा मॉर्डन टीचर्स की आस केंद्र सरकार की ओर से मिलने वाले केन्द्रयांश पर टिकी है। मदरसा टीचर्स का मानना है कि केंद्र से मिलने वाली उनकी तनख्वाह मिलने से उनके माली हालात काफी हद तक बेहतर हो सकते है। अब देखना यह होगा कि सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के नारे के साथ आई यह मोदी सरकार इन टीचर्स का कितना विश्वास जीतती है।
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