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कुशीनगर: सरकारी राशन की कालाबाजारी का ऐसे हुआ खुलासा, एसडीएम ने कही ये बात - kushinagar mandi parishad

गुरुवार सुबह हाटा तहसील स्थित नेशनल हाइवे पर अनाज से लगा का ट्रक पलट गया. ट्रक में जो अनाज लदा था वह सरकारी अनाज की कालाबजारी करके और उसमें हेरफेर करके दूसरी जगहों पर लेकर जाया जा रहा था. हालांकि एसडीएम मीडिया से बात करते हुए राशन की कालाबाजारी से इनकार किया है.

सरकारी राशन की हो रही कालाबाजारी, एसडीएम ने दी क्लीन चिट
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Published : Jun 28, 2019, 7:42 AM IST

कुशीनगर: प्रदेश में योगी सरकार के अस्तित्व में आने के बाद जिले में सरकारी राशन की कालाबाजारी पर लगाम लगाने का दावा किया जा रहा था, लेकिन गुरुवार सुबह हाटा तहसील स्थित नेशनल हाइवे पर अनाज का ट्रक पलटने के बाद इस दावे की पोल खुलकर सामने आ गई. राशन माफियाओं ने बड़ी चालाकी से सरकारी अनाज को ठिकाने लगाने की जुगत में थे.

मामले की जानकारी देते संवाददाता.

मामला खुला तो अधिकारियों में में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में जांच की गई और पूरा खेल खुद सामने आ गया, लेकिन एसडीएम प्रमोद तिवारी ने किसी भी प्रकार से सरकारी अनाज की कालाबजारी से साफ मना कर दिया.

जानिए क्या है मामला

  • बिहार सीमा से सटे कुशीनगर जिले में गरीबों के राशन की कालाबाजारी का खेल काफी पुराना है.
  • प्रदेश में काफी सरकारें बदल गईं, लेकिन कालाबाजारी के खेल पर अंकुश नहीं लग पाया.
  • पिछली सरकारों ने भी कालाबाजारी के खेल पर अंकुश लगाने के लिए काफी प्रयास किए.
  • पिछली सरकारों ने कई खाद्यान्न माफियाओं को भी पकड़ा, लेकिन खेल साल दर साल बदस्तूर जारी रहा.
  • योगी सरकार के अस्तित्व में आने के साथ ही बायोमेट्रिक प्रणाली के द्वारा राशन वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित की गई.
  • प्रदेश सरकार ने कई बार कालाबाजारी के खेल पर अंकुश लगने की बात भी कही लेकिन हकीकत कुछ और ही है.
  • हाटा तहसील मुख्यालय पर गुरुवार सुबह वर्तमान सत्र 2018-19 के सरकारी बोरे में भरे गेंहूं से लदे ट्रक के अचानक पलटने से इस खेल की बात सामने आई.
  • बोरे से सरकारी टैग हटाकर उसका वजन तो बदल दिया गया था, लेकिन वर्तमान सत्र के बोरों ने खेल का सारा राज खोल दिया
  • माफियाओं ने प्रशासन की जांच से पहले मंडी परिषद की रसीद के साथ अपने को थोक विक्रेता बताते हुए कागज एसडीएम के सामने प्रस्तुत कर दिए.

जो सरकारी कोटे वाले लोग बोरे बेच देते है. वहीं बोरे पकड़े मिले है. संदेह के आधार पर जांच की गई, अनाज एक थोक व्यापारी का है.
- प्रमोद तिवारी, एसडीएम , हाटा, कुशीनगर

कुशीनगर: प्रदेश में योगी सरकार के अस्तित्व में आने के बाद जिले में सरकारी राशन की कालाबाजारी पर लगाम लगाने का दावा किया जा रहा था, लेकिन गुरुवार सुबह हाटा तहसील स्थित नेशनल हाइवे पर अनाज का ट्रक पलटने के बाद इस दावे की पोल खुलकर सामने आ गई. राशन माफियाओं ने बड़ी चालाकी से सरकारी अनाज को ठिकाने लगाने की जुगत में थे.

मामले की जानकारी देते संवाददाता.

मामला खुला तो अधिकारियों में में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में जांच की गई और पूरा खेल खुद सामने आ गया, लेकिन एसडीएम प्रमोद तिवारी ने किसी भी प्रकार से सरकारी अनाज की कालाबजारी से साफ मना कर दिया.

जानिए क्या है मामला

  • बिहार सीमा से सटे कुशीनगर जिले में गरीबों के राशन की कालाबाजारी का खेल काफी पुराना है.
  • प्रदेश में काफी सरकारें बदल गईं, लेकिन कालाबाजारी के खेल पर अंकुश नहीं लग पाया.
  • पिछली सरकारों ने भी कालाबाजारी के खेल पर अंकुश लगाने के लिए काफी प्रयास किए.
  • पिछली सरकारों ने कई खाद्यान्न माफियाओं को भी पकड़ा, लेकिन खेल साल दर साल बदस्तूर जारी रहा.
  • योगी सरकार के अस्तित्व में आने के साथ ही बायोमेट्रिक प्रणाली के द्वारा राशन वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित की गई.
  • प्रदेश सरकार ने कई बार कालाबाजारी के खेल पर अंकुश लगने की बात भी कही लेकिन हकीकत कुछ और ही है.
  • हाटा तहसील मुख्यालय पर गुरुवार सुबह वर्तमान सत्र 2018-19 के सरकारी बोरे में भरे गेंहूं से लदे ट्रक के अचानक पलटने से इस खेल की बात सामने आई.
  • बोरे से सरकारी टैग हटाकर उसका वजन तो बदल दिया गया था, लेकिन वर्तमान सत्र के बोरों ने खेल का सारा राज खोल दिया
  • माफियाओं ने प्रशासन की जांच से पहले मंडी परिषद की रसीद के साथ अपने को थोक विक्रेता बताते हुए कागज एसडीएम के सामने प्रस्तुत कर दिए.

जो सरकारी कोटे वाले लोग बोरे बेच देते है. वहीं बोरे पकड़े मिले है. संदेह के आधार पर जांच की गई, अनाज एक थोक व्यापारी का है.
- प्रमोद तिवारी, एसडीएम , हाटा, कुशीनगर

Intro:intro p2c

प्रदेश मे योगी सरकार के अस्तित्व में आने के बाद कुशीनगर में सरकारी राशन के तस्करी पर लगाम लगाने का दावा किया जा रहा था, गुरुवार के भोर मे हाटा तहसील मुख्यालय पर नेशनल हाइवे के किनारे एक ट्रक के पलटने के बाद इस दावे की पोल खुलकर सामने आ गयी है, मीडिया के सवालों पर फिलहाल क्षेत्रीय एसडीएम ने कैमरे पर गोलमोल जवाब देते हुए तस्करी की बात को ही खारिज कर दिया है


Body:VO - बिहार सीमा से सटे कुशीनगर जिले मे गरीबों के राशन की कालाबाज़ारी का खेल काफी पुराना है, सरकारें बदल गयीं लेकिन इस खेल पर अंकुश नही लग पाया

पिछली सरकारों ने भी इस खेल पर अंकुश लगाने का काफी प्रयास किया लेकिन प्रशासनिक शह पर खाद्यान्न माफियाओं द्वारा चलाए जाने वाले इस खेल में बहुत लोग पकड़े भी गए लेकिन खेल साल दर साल बदस्तूर जारी रहा

योगी सरकार के अस्तित्व में आने के साथ ही बायोमेट्रिक प्रणाली के द्वारा राशन वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी, उसके बाद इस खेल पर अंकुश लगने की बात कही जाने लगी

हाटा तहसील मुख्यालय पर आज सुबह वर्तमान सत्र 2018-19 के सरकारी बोरे में भरे गेंहूँ से लदी ट्रक के अचानक पलटने से इस खेल की बात सामने आयी

बोरे से सरकारी टैग हटाकर उसका वजन तो बदल दिया गया था लेकिन वर्तमान सत्र के बोरों ने खेल का सारा राज खोल दिया लेकिन माफियाओं ने प्रशासन की तेजी से पहले मंडी परिषद की रशीद के साथ अपने को थोक विक्रेता बताते हुए कागज एसडीएम के सामने प्रस्तुत कर दिया

मीडिया के प्रश्नों का जवाब देते समय एसडीएम हाटा प्रमोद तिवारी ने सरकारी बोरों के बाज़ार में मिलने की बात को स्वीकारा लेकिन उन्होंने कहा कि संदेह के आधार पर जाँच की गई, अनाज एक थोक व्यापारी का है

बाइट - प्रमोद तिवारी, एसडीएम , हाटा, कुशीनगर


Conclusion:VO - कुशीनगर में खाद्यान्न तस्करी का खेल पिछले कई दशकों से खुलेआम होता रहा है और इसमें कोई शक नही था कि इस कार्य मे माफियाओं के सिर पर अधिकारी ही अपना हाथ रखे नजर आते थे, फिलहाल योगी सरकार इस खेल पर प्रभावी अंकुश लगाने के प्रयास में लगी दिख रही है लेकिन इस खेल से जुड़े माफिया हर रोज अपना नया गणित लगाते दिख रहे हैं ।

END P2C

सूर्य प्रकाश राय
कुशीनगर
9984001450
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