जौनपुर: जनपद में शनिवार को जिला समन्वय और निगरानी समिति की बैठक आयोजित हुई. इस बैठक को दिशा के नाम से भी जाना जाता है. यह बैठक विकास कार्यों की समीक्षा को लेकर जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को लेकर आयोजित की जाती है. शनिवार को जिला कलेक्ट्रेट में दिशा समिति की बैठक आयोजित हुई. करीब 3 घंटे तक एक बैठक चली. इस बैठक में भाजपा के कोई भी विधायक सम्मिलित नहीं हुआ.
इस बैठक में विपक्ष के कई जनप्रतिनिधियों ने भ्रष्टाचार और काम को लेकर कई सारी शिकायतें भी की. वहीं मुंगरा बादशाहपुर की बसपा विधायक सुषमा पटेल ने सड़क के काम में कमीशनखोरी की शिकायत की, लेकिन अधिकारियों की ओर से जांच की बात कह के मामले को ठंडा कर दिया गया. बैठक खत्म होने के बाद सांसद और विपक्ष के विधायक बाहर निकले, लेकिन असंतुष्ट दिखाई दिए.
इस बैठक में बसपा के जौनपुर सांसद श्याम सिंह यादव ने अध्यक्षता की तो वहीं भाजपा के मछली शहर के सांसद बीपी सरोज अध्यक्ष बनाए गए. बैठक में बसपा की मुंगरा बादशाहपुर की विधायक सुषमा पटेल सम्मिलित हुई. जबकि और कोई भी विधायक सम्मिलित नहीं हुआ. 3 घंटे तक चली यह बैठक कुल मिलाकर दिशाहीन साबित हुई, क्योंकि बैठक में कोई निष्कर्ष नहीं निकला.
वहीं इस बैठक में मुंगरा बादशाहपुर की बसपा विधायक सुषमा पटेल ने सड़क निर्माण के काम में पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों पर कमीशन खोरी की शिकायत भी की है. जबकि मछली शहर के ब्लॉक प्रमुख बाजार में आंगनवाड़ी का पोषाहार बिकने की शिकायत कि वह अपने साथ खुद पोषाहार बाजार से खरीद कर मीटिंग में सम्मिलित हुए थे. वहीं भाजपा की मछली शहर सांसद बीपी सरोज ने आरोप लगाया कि उन्हें इस बैठक के बारे में 1 दिन पहले बताया गया. जबकि बसपा सांसद को एक हफ्ते पहले ही बैठक के बारे में बता दिया गया था. यह अधिकारियों की लापरवाही है .इसी वजह से उनके कोई भी विधायक इस बैठक में सम्मिलित नहीं हुआ है.