आजमगढ़: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के बेटे अनिल शास्त्री ने ईटीवी से खास बातचीत की. अनिल शास्त्री के अनुसार महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर उनके पुतले को गोली मारने की घटना बेहद निंदनीय है. इससे पता चलता है कि नाथूराम गोडसे की विचारधारा के गिने चुने लोग आज भी हमारे देश में हैं.
उन्होंने बताया कि नाथूराम गोडसे के संबंध संघ परिवार से थे. राजनीतिक शुचिता के सवाल पर अनिल शास्त्री ने कहा कि जिस तरह से लाल बहादुर शास्त्री ने रेलवे की दुर्घटना पर इस्तीफा देकर नैतिक मूल्यों की स्थापना की थी. आज वह देखने को नहीं मिलती है. आज के दौर में राजनैतिक और नैतिक मूल्यों में बहुत गिरावट आई है. आज किसी घटना दुर्घटना पर किसी के कानों पर जू तक नहीं रेंगती.
लोकतंत्र में अभद्र भाषा के इस्तेमाल पर उन्होंने कहा कि जिस तरह की भाषा का प्रयोग सत्ता पक्ष और विपक्ष के लोग कर रहे हैं. वह बहुत शर्मनाक है. जो नीव पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और अब्दुल कलाम ने रखी थी. उसे आज के युवा ठेस नहीं पहुंचने देंगे. वर्तमान राजनीतिक लोकतंत्र मंथन के दौर से गुजर रही है. मुझे ऐसा लगता है कि लोकतंत्र के अच्छे दिन आएंगे.