ETV Bharat / briefs

वाराणसी में अपनी ताकत दिखाएगा महागठबंधन, 10 लाख लोगों को जुटाने की तैयारी

19 मई को लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के मतदान होने हैं. इससे पहले 16 मई को वाराणसी में महागठबंधन की ऐतिहासिक रैली होने जा रही है. इस रैली के जरिए विपक्ष पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ बड़ा हमला बोलने की तैयारी में है.

महागठबंधन की रैली
author img

By

Published : May 13, 2019, 11:04 AM IST

वाराणसी: 16 मई को बनारस में पहली बार एक ही मंच पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती और राष्ट्रीय लोक दल के नेता अजीत सिंह मौजूद होंगे. महागठबंधन की इस रैली में पहली बार 10 लाख से ज्यादा की भीड़ जुटाने की तैयारी की जा रही है.

16 मई को होगी रैली.
  • प्रधानमंत्री के खिलाफ महागठबंधन की इस रैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए समाजवादी पार्टी पूरी ताकत झोंक रही है.
  • बहुजन समाज पार्टी और रालोद भी कहीं से कोई कमी नहीं रखना चाह रही है.
  • महागठबंधन की इस रैली का आयोजन बहुजन समाज पार्टी के गढ़ कहे जाने वाले पीर इलाके में किया जाना है.
  • यह इलाका अपने आप में बेहद खास इसलिए भी है, क्योंकि यह संत रविदास की जन्मस्थली है.
  • यहां पर संत रविदास का भव्य मंदिर मौजूद है, जहां उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रहते हुए मायावती कई बार आ चुकी हैं.
  • इस स्थान पर ही एक मैदान से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ महागठबंधन अपनी चुनावी चाल चलने की तैयारी में है.
  • इसके लिए पूर्वांचल भर से बड़ी संख्या में लाखों लोगों की भीड़ जुटाने की तैयारी की जा रही है.
  • वहीं महागठबंधन की रैली से 1 दिन पहले कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी भी लंका इलाके से अपना रोड शो करने की तैयारी में हैं.

19 मई को होने वाले आखिरी चरण के मतदान से पहले बनारस का सियासी पारा पूरी तरह से गर्म होने वाला है. हर राजनीतिक पार्टी अपना पूरा जोर लगाकर पीएम मोदी को बनारस में घेरने की तैयारी कर रही है. देखने वाली बात यह होगी कि 23 मई को इस मेहनत का नतीजा किसके पक्ष में आता है.

वाराणसी: 16 मई को बनारस में पहली बार एक ही मंच पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती और राष्ट्रीय लोक दल के नेता अजीत सिंह मौजूद होंगे. महागठबंधन की इस रैली में पहली बार 10 लाख से ज्यादा की भीड़ जुटाने की तैयारी की जा रही है.

16 मई को होगी रैली.
  • प्रधानमंत्री के खिलाफ महागठबंधन की इस रैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए समाजवादी पार्टी पूरी ताकत झोंक रही है.
  • बहुजन समाज पार्टी और रालोद भी कहीं से कोई कमी नहीं रखना चाह रही है.
  • महागठबंधन की इस रैली का आयोजन बहुजन समाज पार्टी के गढ़ कहे जाने वाले पीर इलाके में किया जाना है.
  • यह इलाका अपने आप में बेहद खास इसलिए भी है, क्योंकि यह संत रविदास की जन्मस्थली है.
  • यहां पर संत रविदास का भव्य मंदिर मौजूद है, जहां उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रहते हुए मायावती कई बार आ चुकी हैं.
  • इस स्थान पर ही एक मैदान से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ महागठबंधन अपनी चुनावी चाल चलने की तैयारी में है.
  • इसके लिए पूर्वांचल भर से बड़ी संख्या में लाखों लोगों की भीड़ जुटाने की तैयारी की जा रही है.
  • वहीं महागठबंधन की रैली से 1 दिन पहले कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी भी लंका इलाके से अपना रोड शो करने की तैयारी में हैं.

19 मई को होने वाले आखिरी चरण के मतदान से पहले बनारस का सियासी पारा पूरी तरह से गर्म होने वाला है. हर राजनीतिक पार्टी अपना पूरा जोर लगाकर पीएम मोदी को बनारस में घेरने की तैयारी कर रही है. देखने वाली बात यह होगी कि 23 मई को इस मेहनत का नतीजा किसके पक्ष में आता है.

Intro:वाराणसी: 19 मई को सातवें और अंतिम चरण में बनारस में चुनाव होने हैं और इन चुनावों से पहले 16 मई को वाराणसी में पहली बार एक ऐतिहासिक रैली होने जा रही है इस ऐतिहासिक रैली में बनारस की धरती से वर्तमान सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्ष बड़ा हमला बोलने की तैयारी में महागठबंधन की तरफ से आयोजित इस रैली में पहली बार वाराणसी में एक ही मंच पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बहुजन समाजवादी पार्टी की सर्वे सर्वा मायावती और राष्ट्रीय लोक दल के नेता अजीत सिंह मौजूद रहेंगे सबसे बड़ी बात यह है कि पीएम मोदी की क्षेत्र में महागठबंधन कि इन चुनावों में होने वाली पहली रैली में 10 लाख से ज्यादा की भीड़ जुटाने की तैयारी की जा रही है.


Body:वीओ-01 प्रधानमंत्री के खिलाफ महागठबंधन कि इस रैली को ऐतिहासिक रैली बनाने के लिए जहां एक तरफ समाजवादी पार्टी पूरी ताकत झोंक रहे हैं वहीं बहुजन समाजवादी पार्टी और रालोद भी कहीं से कोई कमी नहीं रखना चाह रही है महागठबंधन की इस रैली का आयोजन बहुजन समाजवादी पार्टी के गढ़ कहे जाने वाले पीर इलाके में किया जाना है यह इलाका अपने आप में बेहद खास इसलिए भी है क्योंकि यह संत रविदास की जन्म स्थली है यहां पर संत रविदास का भव्य मंदिर मौजूद है जहां उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रहते हुए मायावती कई बार आ चुकी है इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मंदिर में मत्था टेक चुके हैं इस स्थान पर ही एक खाली मैदान से महागठबंधन प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अपनी चुनावी चाल चलने की तैयारी में है जिसके लिए पूर्वांचल भर से बड़ी संख्या में लाखों लोगों की भीड़ जुटाने की तैयारी की जा रही है.

बाईट- डॉ पीयूष यादव, सपा जिलाध्यक्ष, वाराणसी


Conclusion:वीओ-02 फिलहाल महागठबंधन की बनारस में होने वाली पहली रैली 1 दिन पहले कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी भी लंका इलाके से ही अपना रोड शो करने की तैयारी में है यानी कुल मिलाकर कहा जाए तो 19 मई को होने वाले आखिरी चरण के मतदान से पहले बनारस का सियासी पारा पूरी तरह से हाई होने वाला है हर राजनीतिक पार्टी अपना पूरा जोर लगा कर पीएम मोदी को बनारस में खेलने की तैयारी कर रही है देखने वाली बात यह होगी कि 23 मई को इस मेहनत का नतीजा किसके पक्ष में आता है.

गोपाल मिश्र

9839809074
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.