वाराणसी: 16 मई को बनारस में पहली बार एक ही मंच पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती और राष्ट्रीय लोक दल के नेता अजीत सिंह मौजूद होंगे. महागठबंधन की इस रैली में पहली बार 10 लाख से ज्यादा की भीड़ जुटाने की तैयारी की जा रही है.
- प्रधानमंत्री के खिलाफ महागठबंधन की इस रैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए समाजवादी पार्टी पूरी ताकत झोंक रही है.
- बहुजन समाज पार्टी और रालोद भी कहीं से कोई कमी नहीं रखना चाह रही है.
- महागठबंधन की इस रैली का आयोजन बहुजन समाज पार्टी के गढ़ कहे जाने वाले पीर इलाके में किया जाना है.
- यह इलाका अपने आप में बेहद खास इसलिए भी है, क्योंकि यह संत रविदास की जन्मस्थली है.
- यहां पर संत रविदास का भव्य मंदिर मौजूद है, जहां उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रहते हुए मायावती कई बार आ चुकी हैं.
- इस स्थान पर ही एक मैदान से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ महागठबंधन अपनी चुनावी चाल चलने की तैयारी में है.
- इसके लिए पूर्वांचल भर से बड़ी संख्या में लाखों लोगों की भीड़ जुटाने की तैयारी की जा रही है.
- वहीं महागठबंधन की रैली से 1 दिन पहले कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी भी लंका इलाके से अपना रोड शो करने की तैयारी में हैं.
19 मई को होने वाले आखिरी चरण के मतदान से पहले बनारस का सियासी पारा पूरी तरह से गर्म होने वाला है. हर राजनीतिक पार्टी अपना पूरा जोर लगाकर पीएम मोदी को बनारस में घेरने की तैयारी कर रही है. देखने वाली बात यह होगी कि 23 मई को इस मेहनत का नतीजा किसके पक्ष में आता है.