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इटावा: जिले में पहुंची 70 मीट्रिक टन जिप्सम की पहली खेप

यूपी के इटावा जिले में खरीफ की खेती के लिए 70 मीट्रिक टन जिप्सम की पहली खेप पहुंच गई है. दरअसल जिप्सम डालने से खेतों में पानी रोकने की क्षमता बढ़ जाती है. वहीं इससे किसान काफी खुश दिख रहे हैं.

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जिले में पहुंची 70 मीट्रिक टन जिप्सम की पहली खेप
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Published : Jun 22, 2020, 6:03 PM IST

इटावा: जिले में खरीफ की खेती के लिए 70 मीट्रिक टन जिप्सम की पहली खेप पहुंची है. इससे किसानों के चेहरों पर खुशी का माहौल है. खरीफ की खेती को अच्छा करने के लिए जनपद वासियों को जिप्सम 70 मीट्रिक टन की पहली खेप उपलब्ध करा दी गई है. जिला प्रशासन का कहना है कि जल्द ही बची हुई खेप को भी पूरा कर लिया जाएगा.

उपनिदेशक कृषि एके सिंह ने बताया कि खरीफ की खेती को अच्छा करने के लिए किसानों को जिप्सम 70 मीट्रिक टन की पहली खेप उपलब्ध करा दी गई है. वही जल्द ही बाकी मांग भी पूरी कर ली जाएगी. उन्होंने बताया कि जिप्सम डालने से खेतों में पानी रोकने की क्षमता बढ़ती है. इससे खेत मजबूत होते हैं और उर्वरक होते हैं, जिससे किसान खेत को ज्यादा से ज्यादा उपयोग में ला सकते हैं. यही कारण है कि जिप्सम की मांग हमेशा रहती है. जनपद इटावा को पहली खेप मिलने के बाद किसान काफी खुश नजर आ रहे हैं.

एके सिंह का कहना है कि जिप्सम अपने जनपद के सभी शासकीय कृषि बीज भंडारों पर उपलब्ध है, जहां से इसे खरीदा जा सकता है. जिला प्रशासन ने जल्द से जल्द दूसरी खेप पहुंचाने का दावा किया है. जिप्सम की पहली खेप आने के बाद किसानों के चेहरों पर चमक साफ दिख रही है. अब उम्मीद है कि जल्द ही प्रशासन बाकी बची खेप भी पहुंचवा देगा, जिससे कि किसान खरीफ की फसलों की बुआई अच्छे से कर सकेंगे.

इटावा: जिले में खरीफ की खेती के लिए 70 मीट्रिक टन जिप्सम की पहली खेप पहुंची है. इससे किसानों के चेहरों पर खुशी का माहौल है. खरीफ की खेती को अच्छा करने के लिए जनपद वासियों को जिप्सम 70 मीट्रिक टन की पहली खेप उपलब्ध करा दी गई है. जिला प्रशासन का कहना है कि जल्द ही बची हुई खेप को भी पूरा कर लिया जाएगा.

उपनिदेशक कृषि एके सिंह ने बताया कि खरीफ की खेती को अच्छा करने के लिए किसानों को जिप्सम 70 मीट्रिक टन की पहली खेप उपलब्ध करा दी गई है. वही जल्द ही बाकी मांग भी पूरी कर ली जाएगी. उन्होंने बताया कि जिप्सम डालने से खेतों में पानी रोकने की क्षमता बढ़ती है. इससे खेत मजबूत होते हैं और उर्वरक होते हैं, जिससे किसान खेत को ज्यादा से ज्यादा उपयोग में ला सकते हैं. यही कारण है कि जिप्सम की मांग हमेशा रहती है. जनपद इटावा को पहली खेप मिलने के बाद किसान काफी खुश नजर आ रहे हैं.

एके सिंह का कहना है कि जिप्सम अपने जनपद के सभी शासकीय कृषि बीज भंडारों पर उपलब्ध है, जहां से इसे खरीदा जा सकता है. जिला प्रशासन ने जल्द से जल्द दूसरी खेप पहुंचाने का दावा किया है. जिप्सम की पहली खेप आने के बाद किसानों के चेहरों पर चमक साफ दिख रही है. अब उम्मीद है कि जल्द ही प्रशासन बाकी बची खेप भी पहुंचवा देगा, जिससे कि किसान खरीफ की फसलों की बुआई अच्छे से कर सकेंगे.

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