बरेली:हॉस्पिटल और क्लीनिक में बैठे डॉक्टर इस संसार की सबसे जटिल समस्या बायो-मेडिकल वेस्टका निस्तारण सही से करने में असमर्थ है.
बरेली में भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और सीएमओ बरेली ने 28 ऐसे हॉस्पिटल और क्लिनिक को बायो-मेडिकल वेस्ट का निस्तारण सही से ना करने के कारण उनको नोटिस भेजा है.
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड केक्षेत्रीय अधिकारी रोहित सिंह ने कहा किजिले भर के 28 अस्पतालों में बायो-मेडिकल वेस्ट का निस्तारण सही से ना करने की रिपोर्ट सीएमओ को भेजी है.सीएमओ की ओर से 28 अस्पतालों को नोटिस भेजकर 7 दिनों में जवाब मांगा गया है. संतोषजनक जवाब न देने पर उनका लाइसेंस निरस्त कर दिया जा सकता है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि यह 28 हॉस्पिटल और क्लीनिक अपना बायो-मेडिकल वेस्ट का निस्तारण सही से नहीं कर पा रहे थेजिसकी रिपोर्ट हमने सीएमओ को भेज दी .है
सीएमओ वी. के. शुक्ला ने बताया की जो हॉस्पिटल अपना बायो-मेडिकल वेस्ट का निस्तारण सही से नहीं कर पा रहे हैं. उन पर सख्त कार्रवाई करी जाएगी एनजीटी के सख्त निर्देशों के तहत इनको अपना बायो-मेडिकल वेस्ट का निस्तारण करना का पंजीकरण कराना होगा. अगर इनके द्वारा सही से निस्तारण नहीं होता है तो उनका लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा.
डॉक्टर विनोद पाकरानी ने बताया कि बायो-मेडिकल वेस्ट से बहुत बड़ा नुकसान होता है. इस कूड़े से काफी गंभीर बीमारी और संक्रमण होते हैं. अगर इसका निस्तारण सही से नहीं किया जाए तो मरीज के अंदर कई तरह के रोग उत्पन्न हो सकते हैं. उन्होंने बताया कि इस कूड़े के निस्तारण के लिए हॉस्पिटलों में कई तरह के कलर बाले डस्टबिन रखे जाते हैं. अगर इनका निस्तारण सही से किया जाए तो गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है.