ETV Bharat / briefs

बरेलीः 28 अस्पतालों को मिला बायो-मेडिकल वेस्ट का नोटिस - bio medicale west

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जिले के जिन 37 अस्पतालों में बायो-मेडिकल वेस्ट का निस्तारण सही नहीं पाया था और पंजीकरण रद करने के लिए सीएमओ को पत्र लिखा था, उनमें से 9 अस्पताल तो पहले से ही बंद हैं. जब सीएमओ आफिस से सभी 37 अस्पतालों को नोटिस भेजा गया तो पता चला कि इसमें 9 अस्पतालों में तो पहले से ही ताला बंद पड़ा है.

उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
author img

By

Published : Mar 15, 2019, 3:23 PM IST

बरेली:हॉस्पिटल और क्लीनिक में बैठे डॉक्टर इस संसार की सबसे जटिल समस्या बायो-मेडिकल वेस्टका निस्तारण सही से करने में असमर्थ है.
बरेली में भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और सीएमओ बरेली ने 28 ऐसे हॉस्पिटल और क्लिनिक को बायो-मेडिकल वेस्ट का निस्तारण सही से ना करने के कारण उनको नोटिस भेजा है.

28 अस्पतालों को भेज दिया बायो-मेडिकल वेस्ट का नोटिस


प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड केक्षेत्रीय अधिकारी रोहित सिंह ने कहा किजिले भर के 28 अस्पतालों में बायो-मेडिकल वेस्ट का निस्तारण सही से ना करने की रिपोर्ट सीएमओ को भेजी है.सीएमओ की ओर से 28 अस्पतालों को नोटिस भेजकर 7 दिनों में जवाब मांगा गया है. संतोषजनक जवाब न देने पर उनका लाइसेंस निरस्त कर दिया जा सकता है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि यह 28 हॉस्पिटल और क्लीनिक अपना बायो-मेडिकल वेस्ट का निस्तारण सही से नहीं कर पा रहे थेजिसकी रिपोर्ट हमने सीएमओ को भेज दी .है
etv bharat
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

सीएमओ वी. के. शुक्ला ने बताया की जो हॉस्पिटल अपना बायो-मेडिकल वेस्ट का निस्तारण सही से नहीं कर पा रहे हैं. उन पर सख्त कार्रवाई करी जाएगी एनजीटी के सख्त निर्देशों के तहत इनको अपना बायो-मेडिकल वेस्ट का निस्तारण करना का पंजीकरण कराना होगा. अगर इनके द्वारा सही से निस्तारण नहीं होता है तो उनका लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा.

डॉक्टर विनोद पाकरानी ने बताया कि बायो-मेडिकल वेस्ट से बहुत बड़ा नुकसान होता है. इस कूड़े से काफी गंभीर बीमारी और संक्रमण होते हैं. अगर इसका निस्तारण सही से नहीं किया जाए तो मरीज के अंदर कई तरह के रोग उत्पन्न हो सकते हैं. उन्होंने बताया कि इस कूड़े के निस्तारण के लिए हॉस्पिटलों में कई तरह के कलर बाले डस्टबिन रखे जाते हैं. अगर इनका निस्तारण सही से किया जाए तो गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है.

बरेली:हॉस्पिटल और क्लीनिक में बैठे डॉक्टर इस संसार की सबसे जटिल समस्या बायो-मेडिकल वेस्टका निस्तारण सही से करने में असमर्थ है.
बरेली में भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और सीएमओ बरेली ने 28 ऐसे हॉस्पिटल और क्लिनिक को बायो-मेडिकल वेस्ट का निस्तारण सही से ना करने के कारण उनको नोटिस भेजा है.

28 अस्पतालों को भेज दिया बायो-मेडिकल वेस्ट का नोटिस


प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड केक्षेत्रीय अधिकारी रोहित सिंह ने कहा किजिले भर के 28 अस्पतालों में बायो-मेडिकल वेस्ट का निस्तारण सही से ना करने की रिपोर्ट सीएमओ को भेजी है.सीएमओ की ओर से 28 अस्पतालों को नोटिस भेजकर 7 दिनों में जवाब मांगा गया है. संतोषजनक जवाब न देने पर उनका लाइसेंस निरस्त कर दिया जा सकता है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि यह 28 हॉस्पिटल और क्लीनिक अपना बायो-मेडिकल वेस्ट का निस्तारण सही से नहीं कर पा रहे थेजिसकी रिपोर्ट हमने सीएमओ को भेज दी .है
etv bharat
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

सीएमओ वी. के. शुक्ला ने बताया की जो हॉस्पिटल अपना बायो-मेडिकल वेस्ट का निस्तारण सही से नहीं कर पा रहे हैं. उन पर सख्त कार्रवाई करी जाएगी एनजीटी के सख्त निर्देशों के तहत इनको अपना बायो-मेडिकल वेस्ट का निस्तारण करना का पंजीकरण कराना होगा. अगर इनके द्वारा सही से निस्तारण नहीं होता है तो उनका लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा.

डॉक्टर विनोद पाकरानी ने बताया कि बायो-मेडिकल वेस्ट से बहुत बड़ा नुकसान होता है. इस कूड़े से काफी गंभीर बीमारी और संक्रमण होते हैं. अगर इसका निस्तारण सही से नहीं किया जाए तो मरीज के अंदर कई तरह के रोग उत्पन्न हो सकते हैं. उन्होंने बताया कि इस कूड़े के निस्तारण के लिए हॉस्पिटलों में कई तरह के कलर बाले डस्टबिन रखे जाते हैं. अगर इनका निस्तारण सही से किया जाए तो गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है.

Intro: किसी भी व्यक्ति को कोई भी समस्या आती है तो वह भगवान के पास जाता है और प्रार्थना करता है कि उसके समस्याओं का समाधान हो जाए अगर व्यक्ति का कोई परिचित या व्यक्ति बीमार हो तो वह डॉक्टर के पास जाता है और उसके लिए उस टाइम डॉक्टर भगवान होता है डॉक्टर मरीज को बचाने का पूरा प्रयास करता है और अपनी सेवा से मरीज को सही भी कर देता है लेकिन जहां एक और सभी डॉक्टर अपने कर्तव्य को पूर्ण रूप से करते हैं वहीं यही हॉस्पिटल और क्लिनिक में बैठे डॉक्टर इस संसार की सबसे जटिल समस्या मेडिकल वेस्ट का निस्तारण सही से करने में असमर्थ है
बरेली में भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और सीएमओ बरेली ने 28 ऐसे हॉस्पिटल और क्लिनिक को बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण सही से ना करने के कारण उनको नोटिस भेजा है


Body:प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जिले भर के 28 अस्पतालों में बायोमेट्रिक बेस्ट का निस्तारण सही से ना करने की रिपोर्ट सीएमओ को भेजी है । सीएमओ की ओर से 28 अस्पतालों को नोटिस भेजकर 7 दिनों में जवाब मांगा गया है संतोषजनक जवाब न देने पर उनका लाइसेंस निरस्त कर दिया जा सकता है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि यह 28 हॉस्पिटल और क्लिनिक अपना बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण सही से नहीं कर पा रहे थे। जिसकी रिपोर्ट हमने सीएमओ को भेज दी है
बाइट:- रोहित सिंह क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
सी एम ओ वी के शुक्ला ने बताया की जो हॉस्पिटल अपना बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण सही से नहीं कर पा रहे हैं उन पर सख्त कार्रवाई करी जाएगी एनजीटी के सख्त निर्देशों के तहत इनको अपना बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण करना का पंजीकरण कराना होगा अगर इनके द्वारा सही से निस्तारण नहीं होता है तो उनका लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा।
बाइट:- वी के शुक्ला मुख्य चिकित्सा अधिकारी बरेली


Conclusion:बाइट:- डॉ विनोद पाकरानी
खुश लोग हॉस्पिटल डॉक्टर विनोद पाकरानी ने बताया कि बायो मेडिकल वेस्ट से बहुत बड़ा नुकसान होता है इस कूड़े से काफी गंभीर बीमारी और संक्रमण होते हैं अगर इसका निस्तारण सही से नही किया जाए तो मरीज के अंदर कई तरह के रोग उत्पन्न हो सकते हैं उन्होंने बताया कि इस कूड़े के निस्तारण के लिए हॉस्पिटलों में कई तरह के कलर बाले डस्टबिन रखे जाते हैं अगर इनका निस्तारण सही से किया जाए तो गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.