ETV Bharat / briefs

इंदिरा नहर हादसा : 12 साल के अशोक ने बचाई 5 मासूमों की जान

राजधानी में गुरुवार तड़के बारातियों से भरी एक पिकअप नहर में गिर गई थी. इस घटना में सात बच्चों की डूबकर मौत हो गई. कई घंटों चले सर्च अभियान के बाद मासूमों के शवों को निकाला गया था. इस हादसे में 12 साल के एक बहादुर बच्चे ने अपनी कुशलता से पांच मासूमों की जिंदगी बचा ली.

बहादुर अशोक ने तैरकर बचाई 5 बच्चों की जान.
author img

By

Published : Jun 21, 2019, 11:58 PM IST

लखनऊ: बुधवार रात नगराम थाना क्षेत्र में शादी समारोह से लौट रही पिकअप वैन इंदिरा नहर में गिर गई थी. वैन में कुल 29 लोग सवार थे, जिनमें से 7 मासूम बच्चे काल के गाल में समा गए. इस हादसे में मरने वालों की संख्या ज्यादा भी हो सकती थी, लेकिन 12 साल के बहादुर अशोक ने 5 बच्चों को सकुशल बचा लिया.

बहादुर अशोक ने बचाई 5 बच्चों की जान.
क्या है पूरा मामला
घटना राजधानी के नगराम थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पटवा खेड़ा गांव की है. यहां शादी समारोह से लौट रहे पिकअप वैन में सवार 29 लोग इंदिरा नहर में गिर गए थे. इनमें से 22 लोगों को स्थानीय लोग और पुलिस प्रशासन की मदद से बचा लिया गया था, जबकि 7 मासूम बच्चों की मौत हो गई थी. वहीं वैन में मौजूद अशोक नाम के 12 वर्षीय मासूम ने 5 बच्चों की बड़ी ही बहादुरी के साथ जान बचा ली.

बचपन की तैराकी आई काम

ईटीवी भारत से बातचीत में अशोक ने बताया कि बचपन से ही उसको तैराकी का शौक रहा है. इसकी वजह से हादसे के बाद उसने हिम्मत के साथ डूब रहे बच्चों की जान बचाई. अशोक कक्षा आठ में पढ़ने वाला छात्र है, जो बचपन से ही गांव के तालाब व नहर में मछलियां पकड़ता था. उसकी इसी कुशलता के चलते बच्चों की जान बच पाई.

परिजनों ने की इनाम की मांग
उसी पिकअप वैन में सवार अन्य बच्चों से जब बात की गई तो उन्होंने भी बताया कि किस बहादुरी के साथ अशोक ने उन्हें बीच धार से किनारे तक छोड़ने में मदद की. बच्चों का कहना था कि जब वह डूबने लगे तो अशोक ने उनको सहारा दिया और नहर के किनारे तक छोड़ा, जिसके बाद उनको बाहर निकाला गया. वहीं पीड़ित बच्चों के माता-पिता का कहना है कि अशोक को उसकी बहादुरी के लिए सरकार की ओर से इनाम दिया जाना चाहिए.

लखनऊ: बुधवार रात नगराम थाना क्षेत्र में शादी समारोह से लौट रही पिकअप वैन इंदिरा नहर में गिर गई थी. वैन में कुल 29 लोग सवार थे, जिनमें से 7 मासूम बच्चे काल के गाल में समा गए. इस हादसे में मरने वालों की संख्या ज्यादा भी हो सकती थी, लेकिन 12 साल के बहादुर अशोक ने 5 बच्चों को सकुशल बचा लिया.

बहादुर अशोक ने बचाई 5 बच्चों की जान.
क्या है पूरा मामला
घटना राजधानी के नगराम थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पटवा खेड़ा गांव की है. यहां शादी समारोह से लौट रहे पिकअप वैन में सवार 29 लोग इंदिरा नहर में गिर गए थे. इनमें से 22 लोगों को स्थानीय लोग और पुलिस प्रशासन की मदद से बचा लिया गया था, जबकि 7 मासूम बच्चों की मौत हो गई थी. वहीं वैन में मौजूद अशोक नाम के 12 वर्षीय मासूम ने 5 बच्चों की बड़ी ही बहादुरी के साथ जान बचा ली.

बचपन की तैराकी आई काम

ईटीवी भारत से बातचीत में अशोक ने बताया कि बचपन से ही उसको तैराकी का शौक रहा है. इसकी वजह से हादसे के बाद उसने हिम्मत के साथ डूब रहे बच्चों की जान बचाई. अशोक कक्षा आठ में पढ़ने वाला छात्र है, जो बचपन से ही गांव के तालाब व नहर में मछलियां पकड़ता था. उसकी इसी कुशलता के चलते बच्चों की जान बच पाई.

परिजनों ने की इनाम की मांग
उसी पिकअप वैन में सवार अन्य बच्चों से जब बात की गई तो उन्होंने भी बताया कि किस बहादुरी के साथ अशोक ने उन्हें बीच धार से किनारे तक छोड़ने में मदद की. बच्चों का कहना था कि जब वह डूबने लगे तो अशोक ने उनको सहारा दिया और नहर के किनारे तक छोड़ा, जिसके बाद उनको बाहर निकाला गया. वहीं पीड़ित बच्चों के माता-पिता का कहना है कि अशोक को उसकी बहादुरी के लिए सरकार की ओर से इनाम दिया जाना चाहिए.

Intro:बुधवार की रात करीब 2:00 बजे नगराम थाना क्षेत्र के पटवा खेड़ा गांव की इंदिरा नहर में शादी समारोह से लौट रही पिकअप वैन में सवार 29 लोग गिर गए थे। जिसमें 7 मासूम काल के गाल में समा गए। हादसा और भी बड़ा हो सकता था लेकिन बहादुर अशोक ने 5 बच्चों को सकुशल बचा लिया।


Body:मामला राजधानी लखनऊ के नगराम थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पटवा खेड़ा गांव की इंदिरा नहर का है जहां रफ्तार के कहर ने एक बार फिर से अपना असर दिखाया था। शादी समारोह से लौट रहे पिकअप वैन में सवार 29 लोग इंदिरा नहर में जा गिरे थे जिसमें से 22 लोगों को स्थानीय लोग और पुलिस प्रशासन की मदद से बचा लिया गया था वही साथ मासूम बच्चे काल के गाल में समा गए।

उसी वन में मौजूद अशोक नाम के 12 वर्षीय मासूम बच्चे ने 5 बच्चों की बड़ी ही बहादुरी के साथ जान बचाई। ईटीवी भारत है जब अशोक से बात की तो उसने बताया कि बचपन से ही उसको तैराकी का शौक रहा है जिसकी वजह से हादसे के बाद उसने हिम्मत ना हार के डूब रहे बच्चों की जान बचाई। अशोक कक्षा आठ में पढ़ने वाला छात्र है जो बचपन से ही गांव के तालाबों व नेहरू में मछलियां पकड़ता था उसकी इसी कुशलता के चलते बच्चों की जान बच पाई। वरना और भी बड़ा हादसा हो सकता था।
अशोक ने बताया कि किस तरह से अनियंत्रित होकर पिकअप वैन इंदिरा नहर में जा गिरी थी जिसके बाद उसने किस तरह से बच्चों की जान बचाई।

बाइट- अशोक (बहादुर बच्चा)

उसी पिकअप वैन में सवार अन्य बच्चों से जब हमने बात की तो उन्होंने भी बताया कि किस बहादुरी के साथ अशोक ने उन बच्चों को बीच मझधार से किनारे तक छोड़ने में मदद की। बच्चों ने बताया कि जब वह डूब गया लगे तो अशोक ने उनको सहारा दिया और नहर के किनारे तक छोड़ा जिसके बाद उनको बाहर निकाला गया।

पीटीसी- पीड़ित बच्चों के साथ

वहीं पीड़ित बच्चों के माता-पिता से जब हमने बात की तो उनका कहना था कि अशोक ने जिस बहादुरी के साथ उनके बच्चों को बचाया है उसके लिए सरकार द्वारा उसको इनाम दिया जाना चाहिए। ।

बाइट- परिजन




Conclusion:बुधवार रात को हुए नगराम थाना क्षेत्र के अंतर्गत इंदिरा नहर हादसे में जहां 7 बच्चों की जान चली गई वही या हादसा और भी बड़ा हो सकता था लेकिन बहादुर अशोक की बहादुरी ने 5 बच्चों की जान को बचा लिया।

यह कहानी इस इंदिरा नहर कांड में सुनने को नहीं मिली होगी क्योंकि या कहानी एक बहादुर बच्चे की अनसुनी कहानी है जो इंदिरा नहर कांड की सच्चाई को बयां करती है।

योगेश मिश्रा लखनऊ
70 54 17 9998
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.