वाराणसी: IIT BHU में छेड़खानी की शर्मनाक घटना के बाद स्टूडेंट आक्रोशित हैं. वे लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. इसी बीच एक नया मामला सामने आया है. बीएचयू यूथ पार्लियामेंट के सदस्यों ने दावा किया है कि जिस जगह यह शर्मनाक घटना अंजाम दी गई वहां एक दिन पहले भी छेड़खानी का मामला सामने आया था. कैंपस में छेड़खानी की वारदातों को लेकर सदस्यों ने जिला प्रशासन आईआईटी बीएचयू प्रशासन और काशी हिंदू विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच बैठक में भाग लिया. साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी मांग उठाई.
बता दें कि दो दिन पहले आईआईटी बीएचयू में छात्रा के कपड़े उतरवाकर वीडियो बनाने का मामला सामने आया था. इसके बाद आक्रोशित छात्रों ने आरोपियों की गिरफ्तारी मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया था. इस मामले की सीएम योगी और पीएमओ ने भी जानकारी ली थी. साथ ही लंका थाना प्रभारी को लापरवाही के चलते हटा दिया गया था. वहीं, प्रशासन के आश्वसान के बाद स्टूडेंट्स ने धरना खत्म कर दिया था. वहीं, यूनिवर्सिटी प्रशासन ने आईआईटी बीएचयू और बीएचयू के बीच दीवार खड़ी करने की बात कही थी ताकि ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके. इस फैसले को लेकर भी स्टूडेंट ने आपत्ति जताई और महामना की बगिया को न बांटने की बात कही.
इस बीच आईआईटी बीएचयू यूथ पार्लियामेंट के सदस्य प्रणव ने एक चौंकाने वाली जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 1 नवंबर यानी बुधवार को आईआईटी बीएचयू की छात्रा के साथ जिस तरह की घटना हुई वैसी ही घटना ठीक एक दिन पहले उसी जगह हुई थी. शक है ये वही आरोपी है. इन्होंने एक लड़के को पीटा भी था और लड़की का हाथ पकड़ा था. इसके बाद प्रॉक्टर बोर्ड के माध्यम से पुलिस में इसकी शिकायत की गई थी लेकिन लड़की और लड़के ने प्राइवेसी की वजह से शिकायत नहीं की. इस वजह से मामला दब गया.
प्रणव ने बताया कि प्रोटेस्ट में हमने सीसीटीवी, लाइटिंग और आईआईटी बीएचयू कैंपस में पुलिस और स्थाई चौकी बनाने की बात कही थी. मांग कि थी चौकी में महिला पुलिस अधिकारी भी तैनात की जाएं. हमारी बात बीएचूय प्रशासन और जिला प्रशासन से हो चुकी है, हालांकि अभी तक हमें लिखित कुछ भी नहीं मिला है. आरोपियों के बारे में जो भी जानकारी हमें थी वह हमने वाराणसी पुलिस को दे दी है.