फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में दो दिन पहले एक युवक की मौत हो गई थी. वह कैंसर से पीड़त था. युवक के निधन से आहत एक दोस्त ने भी अपनी जान देने की कोशिश की थी. वह अपने दोस्त की जलती चिता में कूद गया था. उसका कहना था कि दोस्त चला गया तो अब मैं जीकर क्या करूंगा. इसमें वह काफी झुलस गया था. लोगों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया जहां सोमवार को उसकी भी मौत हो गई.
लेकिन, उसके जलती चिता में कूदने के बाद का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें इंसानियत तार-तार होती साफ-साफ देखी जा सकती है. वायरल वीडियो में जलती चिता के पास में जलता हुआ एक युवक पड़ा दिख रहा है, जो पूरी तरह से झुलसा हुआ है और चीखते-चिल्लाते हुए तड़प रहा है. लेकिन, अंतिम संस्कार के समय वहां मौजूद किसी भी व्यक्ति ने उसकी तत्काल मदद नहीं की और वीडियो बनाने में लगे रहे. उसे काफी देर बाद अस्पताल ले जाया गया. लेकिन, तब तक काफी देर हो चुकी थी. आगरा ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई.
मामला फिरोजाबाद जनपद के नगला खंगर थाना क्षेत्र का है. लेकिन, वायरल वीडियो के बारे में सबसे पहले कानपुर पुलिस ने संज्ञान लिया. जांच पड़ताल के बाद पता चला कि वीडियो फिरोजाबाद का है. दो दिन पूर्व शनिवार को गांव मढैया नादिया में रहने वाले युवक अशोक कुमार पुत्र रामबाबू की कैंसर की वजह से मौत हो गई थी. अशोक के परिजन उसे अंतिम संस्कार के लिए यमुना नदी के पास एक घाट पर ले गए थे. वहीं पर अशोक का दोस्त आनंद राजपूत पुत्र रणवीर सिंह निवासी गढ़िया पंचवटी भी पहुंचा था. अशोक के शव दाह के बाद परिजन और अन्य लोग लौटने लगे, तभी आनंद, अशोक की जलती चिता में कूद गया था. स्थानीय लोगों की जब आनंद पर नजर पड़ी तो उनके हाथ पैर फूल गए.
साहसी ग्रामीणों ने उसे बांस के जरिये चिता की आग से बाहर निकाला. लेकिन, तब तक आनंद काफी जल चुका था. परिजन गंभीर हालत में झुलसे आनंद को लेकर जिला अस्पताल आये जहां से उसे आगरा रेफर कर दिया गया. आनंद 90 फीसदी जल चुका था. आनंद के परिजन धर्म सहाय ने बताया कि चिता में कूदकर जान देने की कोशिश करने के घटनाक्रम का एक वीडियो भी सामने आया है. किसी ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल तो किया है लेकिन किसी ने उसे समय से अस्पताल पहुंचाने की जहमत नहीं उठाई. नतीजा, उसकी मौत हो गयी.