अयोध्या: कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर 12 नवंबर की सुबह से 14 कोसी परिक्रमा शुरू हो गई है. इसके लिए गुरुवार देर रात रामकथा संग्रहालय में जिला प्रशासन के सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर व्यापक मंथन किया था. बैठक के दौरान अधिकारियों ने कहा कि परिक्रमा में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
इसके साथ ही इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो. यह परिक्रमा करीब 24 घंटे अनवरत चलने के बाद 13 अक्टूबर की सुबह 8:30 बजे के करीब समाप्त होगी. हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी निर्धारित मुहूर्त से पहले ही शुक्रवार की ब्रह्म मुहूर्त में श्रद्धालु मां सरयू का स्नान करने के बाद परिक्रमा शुरू हुई.
मुस्तैद की जाएगी सुरक्षा टीमें
14 कोसी परिक्रमा के सिलसिले में आयोजित बैठक में आईजी रेंज केपी सिंह, एसएसपी शैलेश पांडे, डीएम नीतीश कुमार सहित जिला प्रशासन के सभी अधिकारी और सुरक्षा महकमे के सभी अधिकारी मौजूद रहे. बैठक के दौरान सुरक्षा से जुड़ी एजेंसियों के अधिकारियों ने मंथन किया कि लगभग 24 घंटे से अधिक समय तक चलने वाली इस परिक्रमा को सकुशल निपटाने के लिए फोर्स की तैनाती किस तरह से करनी है. परिक्रमा में सुरक्षा के प्रबंध के साथ ही श्रद्धालुओं के नगर में प्रवेश से लेकर उनके बाहर जाने तक के मार्ग को सुगम बनाने पर भी चर्चा हुई.
पुलिसकर्मी रखेंगे पैनी नजर
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए एसएसपी शैलेश पांडे ने बताया कि परिक्रमा में सुरक्षा के दृष्टिगत पूरे परिक्रमा क्षेत्र को जोन सेक्टर सब सेक्टर में बांटकर सुरक्षा व्यवस्था तय की गई है. सुरक्षा में पुलिस के जवानों के अलावा पीएसी के जवान और महिला पुलिस सहित सादी वर्दी में जवानों को तैनात किया गया है जो भीड़ में मौजूद रहकर भीड़ की हर गतिविधि पर नजर रखेंगे.
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स्टेटिक टीम के जरिए सचल रहते हुए पूरे परिक्रमा कार्यक्रम पर नजर रखी जाएगी. परिक्रमा पर पैनी निगाह बनाए रखने के लिए जगह-जगह पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इसके अतिरिक्त फायर विभाग के कर्मचारियों की भी प्रमुख स्थानों पर तैनाती की गई है जिससे किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके. हमारा प्रयास है कि कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए सभी श्रद्धालुओं को परिक्रमा कराई जाए किसी भी श्रद्धालु को कोई असुविधा न हो.