मुंबई: हाल ही में जब राणा दंपति जेल में थे तब महाराष्ट्र के अधिकारियों द्वारा उनके साथ कथित दुर्व्यवहार किया गया. जिसे लेकर दंपति पीएम मोदी से मिलेंगे. नवनीत राणा ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि भाजपा की पीठ में छुरा घोंपने वाले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को राणाओं को सिद्धांत की बात नहीं सिखानी चाहिए.
राणा परिवार ने मीडिया से बात करके अदालत की अवमानना करने के आरोप को भी खारिज कर दिया. 4 मई को यहां की एक विशेष अदालत ने दंपति को जमानत देते हुए कहा था कि दोनों जमानत पर रहते हुए समान अपराध नहीं करेंगे और प्रेस को संबोधित नहीं करेंगे. दंपति को 23 अप्रैल को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जब उन्होंने घोषणा की थी कि वे यहां मुख्यमंत्री ठाकरे के निजी आवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे.
राणा ने कहा कि हम आज दिल्ली जा रहे हैं और महिलाओं का सम्मान करने वाले सभी नेताओं से मिलेंगे. मैं प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और लोकसभा अध्यक्ष से मिलने जा रही हूं और उन्हें बताऊंगी कि लॉकअप से जेल तक हमारे साथ कैसा व्यवहार किया गया. मैं इसकी शिकायत करने जा रही हूं. राणा दंपति ने प्रेस से बात करके अदालत की कोई अवमानना करने से स्पष्ट रूप से इनकार किया. कहा कि हमने अपराध के बारे में बात नहीं की. हमने बताया कि कैसे लॉकअप से जेल तक मेरे साथ बुरा व्यवहार किया गया और कैसे मेरे स्वास्थ्य के मुद्दों को अनदेखा किया गया.
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उन्होंने कहा कि सीएम ठाकरे को अपने पूर्ववर्ती और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस से राज्य चलाना सीखना चाहिए. देवेंद्र फडणवीस जी ने भी पांच साल सरकार चलाई लेकिन वह इतने चतुर नहीं थे. उन्होंने कहा कि ठाकरे को देवेंद्र साहब से सीखना चाहिए कि महाराष्ट्र (सरकार) को कैसे और किस भावना से चलाया जाता है. अमरावती के बडनेरा से विधायक रवि राणा ने भी बृहन्मुंबई नगर निगम द्वारा अवैध निर्माण की शिकायत के बाद यहां उपनगरीय खार में हाउसिंग सोसाइटी को नोटिस जारी करने को लेकर सीएम ठाकरे पर निशाना साधा.