नई दिल्ली : कांग्रेस ने नौ दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश में चीनी घुसपैठ को लेकर शनिवार को प्रधानमंत्री पर हमला तेज कर दिया. कांग्रेस ने प्रधानमंत्री से पूछा कि वह इस मुद्दे पर देश को भरोसे में क्यों नहीं ले रहे हैं? (Congress asks PM over Chinese threat)
कांग्रेस के संचार प्रभारी जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने कहा कि आप देश को भरोसे में क्यों नहीं लेते? क्या सात सवालों पर मन की बात करना प्रधानमंत्री का राजनीतिक कर्तव्य और नैतिक दायित्व है, देश जानना चाहता है. एक दिन पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि चीन युद्ध की तैयारी कर रहा है, लेकिन सरकार खतरे को नजरअंदाज कर रही है.
जयराम रमेश ने रविवार को प्रसारित होने वाले पीएम के नियमित रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' का अप्रत्यक्ष संदर्भ दिया. कांग्रेस के दिग्गज नेता ने पीएम को क्लीन चिट की याद दिलाई जो उन्होंने 2020 में चीन को दी थी जब पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने जानबूझकर पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control), वास्तविक सीमा का उल्लंघन किया था.
रमेश ने पूछा, '20 जून 2020 को आपने ऐसा क्यों कहा कि चीन ने पूर्वी लद्दाख में भारतीय क्षेत्र में कोई घुसपैठ नहीं की है.' कांग्रेस नेता ने कहा कि क्लीन चिट से चीन का हौसला बढ़ा है और वास्तव में उसने अपने नियंत्रण वाले भारतीय क्षेत्र से हटने से इनकार कर दिया है.
रमेश ने पूछा कि 'आपने चीनियों को हमारे सैनिकों को पूर्वी लद्दाख में हजारों वर्ग किलोमीटर तक पहुंचने से रोकने की अनुमति क्यों दी, जहां हम मई 2020 से पहले नियमित रूप से गश्त कर रहे थे.'
कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य ने पीएम पर निशाना साधते हुए पूछा कि उन्होंने 2013 में यूपीए सरकार के दौरान स्वीकृत माउंटेन स्ट्राइक कॉर्प्स स्थापित करने की योजना क्यों छोड़ दी. इसे हिमालय में चीन का मुकाबला करने के उद्देश्य से गठित किया जाना था.
रमेश ने पूछा, 'आपने 17 जुलाई, 2013 को माउंटेन स्ट्राइक कोर की स्थापना के लिए कैबिनेट द्वारा अनुमोदित योजना को क्यों छोड़ दिया.' उन्होंने पूछा कि चीनी कंपनियों को पीएम केयर्स फंड में पैसा दान करने और चीन को द्विपक्षीय व्यापार में लाभ लेने की अनुमति क्यों दी.
रमेश ने पूछा, 'आपने चीनी कंपनियों को PM CARES फंड में योगदान करने की अनुमति क्यों दी है? आपने पिछले दो वर्षों में चीन से आयात को रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ने की अनुमति क्यों दी है.'
संसद के शीतकालीन सत्र में सीमाओं पर चीनी खतरे पर बहस की अनुमति देने को लेकर विपक्ष और सरकार के बीच गतिरोध के बीच कांग्रेस का हमला हुआ है.
रमेश ने पूछा, 'आप क्यों जोर दे रहे हैं कि संसद में सीमा की स्थिति और चीन से हमें जो चुनौतियां मिल रही हैं उन पर बहस नहीं होनी चाहिए.' उन्होंने कहा कि पीएम ने पिछले वर्षों में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से 18 बार मुलाकात की है. अरुणाचल प्रदेश में 9 दिसंबर की घुसपैठ हाल ही में इंडोनेशिया के बाली में जी20 शिखर सम्मेलन में शी के साथ हाथ मिलाने के तुरंत बाद हुई.
रमेश ने पूछा कि 'आपने शीर्ष चीनी नेतृत्व (राष्ट्रपति शी जिनपिंग) से अभूतपूर्व 18 बार मुलाकात की है और हाल ही में बाली में उनसे हाथ मिलाया है. इसके तुरंत बाद चीन ने तवांग में घुसपैठ शुरू कर दी और सीमा की स्थिति में एकतरफा बदलाव करना जारी रखा.'
पढ़ें- हमारी सेना का मनोबल तोड़ने का काम कर रहे भारत के 'जयचंद' राहुल : BJP