कानपुर: जनपद में हिमालयन गिद्ध के बाद अब सफेद उल्लू शहर भर में चर्चा का विषय बना हुआ है. जी हां बुधवार को शहर के परेड स्थित नवीन मार्केट में एक सफेद उल्लू मिला. जिसे दिखने के लिए लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई. फिलहाल मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम सफेद उल्लू को पकड़कर कानपुर प्राणी उद्यान ले गई. जहां उसका परीक्षण किया जा रहा है.
उल्लू को चिड़ियाघर ले गई टीम
कानपुर प्राणी उद्यान के निदेशक के.के सिंह ने बताया कि कानपुर के परेड स्थित नवीन मार्केट में सफेद उल्लू के मिलने की सूचना प्राप्त हुई थी. जिसे वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर पकड़ लिया है. इनके शिकार पर पूरी तरीके से प्रतिबंध है. जिसकी वजह से भारत सरकार की तरफ से इनको संरक्षण भी मिला हुआ है. कहा कि अब इसे पकड़कर एक अलग पिंजरे में रखा गया है. जहां इसे लगभग 10 से 15 दिन तक क्वारंटाइन किया जाएगा. साथ ही इसके बाद इसे कानपुर प्राणी उद्यान में आने वाले पर्यटकों के लिए एक अलग पिंजरे में शिफ्ट किया जाएगा.
अपने शिकार को लेकर माहिर होता है बार्न आउल
वन विभाग के विशेषज्ञ डॉक्टर आरके सिंह ने बताया कि इसे बार्न आउल या खलिहान उल्लू भी कहा जाता है. यह अपने शिकार को लेकर काफिर माहिर होता है. इतना ही नहीं सफेद उल्लू अपनी गर्दन को लगभग 360 डिग्री में भी घुमा सकता है. इसके अलावा बार्न आउल किसानों के मित्र होते हैं, क्योंकि यह खेतों में छोटे-छोटे कीड़ों को भी देख कर उनका शिकार आसानी से कर लेते है. लेकिन अब धीरे-धीरे सफेद बार्न आउल की प्रजाति विलुप्त होती जा है. कहा कि ये उल्लू दुनिया में सबसे व्यापक पक्षी प्रजातियों में से एक होने की प्रतिष्ठा भी रखता है. इसकी अलग-अलग दिल के आकार की चेहरे की डिस्क है. साथ ही इसके लंबे पैर, ताल और छोटी, अंधेरे आंखें हैं. जबकि एक लंबी विंग अवधि होती है.
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