मथुराः धर्म नगरी वृंदावन में स्थित सप्त देवालय में से राधा दामोदर मंदिर पर एक पोस्टर चस्पा किया गया है. इस पोस्टर में श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वह मर्यादित कपड़े पहनकर ही मंदिर में प्रवेश करें. कान्हा की नगरी में यह पोस्टर चर्चा का विषय बना हुआ है. पोस्टर लगाने और इस तरह का नियम लागू करने पर मंदिर प्रशासन ने हिंदू संस्कृति का हवाला दिया है. हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. इससे पहले भी वृंदावन के कई मंदिरों में इस तरह की बातें सामने आई हैं और मंदिरों के बाहर नोटिस चस्पा किए गए हैं.
मंदिर प्रशासन का कहना है कि हिंदू संस्कृति बड़ी महान है. हिंदू संस्कृति के अनुसार जो कपड़े पहने जाते हैं वह काफी मर्यादित हैं, जिसमें कुर्ता-पजामा, साड़ी इत्यादि वस्त्र आते हैं. आजकल विदेशी श्रद्धालु भी भारत की संस्कृति के अनुसार कल्चर अपना रहे हैं और अपने लोग हमारी संस्कृति से दूर जा रहे हैं, जिसको लेकर हमने एक छोटी सी अपील श्रद्धालुओं से की है. इस अपील के चलते अब कुछ-कुछ परिवर्तन भी नजर आने लगा है.
मंदिर के सेवायत पूर्ण चंद गोस्वामी ने बताया कि 'सनातन धर्म की जो हमारी परंपरा है उसकी एक सभ्यता है. प्राचीन परंपरा के अनुसार हमारी संस्कृति में आपने देखा होगा जितने भी लोग थे वह धोती, कुर्ता और पजामा इत्यादि धारण करते थे. आपने देखा होगा जो महिलाएं हैं वह साड़ी आदि पहनकर रहती थी, लेकिन धीरे-धीरे देखने को मिल रहा है यह विलुप्त होता जा रहा है. आजकल जो लोग कपड़े पहन रहे हैं, उसमें ज्यादातर पाश्चात्य संस्कृति के कपड़े हैं, जो हमारी सनातन संस्कृति पर हावी हो रहे हैं'.
उन्होंने कहा कि 'हमने यह छोटी सी कोशिश की है और हम चाहेंगे कि और भी मंदिर हैं वह भी ऐसे पोस्टर चस्पा करें. जब भी श्रद्धालु मंदिर में आएं तो उनके वस्त्र ऐसे हों जिससे ऐसा लगे कि भगवान के सामने शुद्ध भाव से हम आ रहे हैं और बाकी लोगों को भी अच्छा लगेगा. इससे एक शुद्धता मंदिर में बनती है और धीरे-धीरे पहनावे में भी उससे फर्क आएगा. इससे जागरुकता भी फैलेगी'.