लखीमपुर खीरी : पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश से मैदानी इलाकों में तबाही शुरू हो गई है. जिले में शारदा नदी उफान पर है. नदी के किनारे बसे कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं. कई गांवों से लोग सुरक्षित स्थान की ओर जाने लगे हैं. गुरुवार को एक सरकारी स्कूल भी तेज बहाव से शारदा नदी में समा गया. इसका वीडियो भी सामने आया है. महज 27 सेकेंड में नदी की धारा स्कूल को अपने साथ बहा ले गई. जिसने भी यह नजारा देखा वह हैरान रह गया.
स्कूल की ओर बढ़ रही थी नदी की धारा : लगातार बारिश से हालात दिन प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं. शारदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. नदी की धारा ने किनारे बसे गांवों का कटान करना शुरू कर दिया है. इससे लोग दहशत में हैं. जिले के फूलबेहड़ ब्लाक के करदहिया मानपुर गांव में गुरुवार को एक सरकारी स्कूल कुछ ही सेकेंड में नदी की धारा में समा गया. ग्राम प्रधान प्रीतम यादव ने बताया कि कई दिनों से स्कूल की सुरक्षा को लेकर प्रयास किए जा रहे थे. दो दिन पहले डीएम और तमाम अन्य अफसरों ने गांव का मुआयना भी किया था, लेकिन कोई इंतजाम नहीं किए गए. नदी की धारा तेजी से स्कूल की ओर बढ़ रही थी.
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5 साल में 200 घर नदी में समाए : ग्राम प्रधान ने बताया कि गुरुवार को प्राथमिक विद्यालय पूरी तरह नदी में समा गया. ग्रामीण ये नजारा देखकर हैरान रह गए. प्रीतम यादव ने बताया कि शारदा नदी ने गांव के अस्तित्व को खत्म करने पर आमादा है. इस गांव में 5 सालों में करीब 200 घर नदी में समा चुके हैं. इस बार भी उत्तराखंड के पहाड़ों पर हो रही तेज बारिश की वजह से शारदा नदी में आई बाढ़ से गांव के करीब 15 घर नदी में समा चुके हैं.
सुरक्षित स्थान पर 55 परिवार : अपर जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह कहना है कि शारदा नदी गांव का कटान कर रही है. प्रशासन पूरी तरीके से मुस्तैद है. एसडीएम से लेकर लेखपाल रोज ही गांव का मुआयना कर रहे हैं. जिनके घर बह चुके हैं, ऐसे 55 परिवारों को प्रशासन ने सुरक्षित स्थान पर मौली पुरवा में ठहरा दिया है. गुरुवार को एक स्कूल भी नदी में बह गया. जिलाधिकारी ने पहले ही दौरा कर सभी बच्चों को शंकरपुर प्राथमिक विद्यालय में शिफ्ट करा दिया था. सभी को राशन मिल रहा. ग्रामीणों को कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी.
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