ETV Bharat / bharat

छत्तीसगढ़ में लौह खदान के विरोध में उतरे ग्रामीण, पुलिस ने किया लाठीचार्ज - पुलिस ने ग्रामीणों पर किया लाठीचार्ज

छत्तीसगढ़ में रावघाट लौह खदान (Rawghat iron mine) के विरोध में 22 गांवों के ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपना विरोध जताने लगे. इस दौरान पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया.

Villagers
रावघाट लौह खदान
author img

By

Published : Apr 1, 2022, 10:52 PM IST

नारायणपुर: रावघाट लौह खदान (Rawghat iron mine) के विरोध में क्षेत्र के प्रभावित 22 गांव के ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया. गांव वालों ने कलेक्टर कार्यालय का मेन गेट तोड़कर परिसर में घुसने की कोशिश की. जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया. इसमें करीब 25 से 30 ग्रामीण घायल हो गए हैं.

नारायणपुर जिले में रावघाट परियोजना के विरोध में हजारों ग्रामीणों ने आज कलेक्टोरेट कार्यालय का घेराव किया. ग्रामीणों की भीड़ ने पुलिस के द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स तोड़कर कलेक्टर कार्यालय में घुसने की कोशिश की. इस दौरान यहां पर जमकर नारेबाजी भी की गई. पुलिस ग्रामीणों को रोकने में नाकाम साबित हुई. भीड़ जब बैरिकेड तोड़ रही थी तो पुलिस ने ग्रामीणों पर लाठीचार्ज भी किया. ग्रामीणों की मांग है कि रावघाट परियोजना को बंद कर दिया जाए.

रावघाट लौह खदान के विरोध

लंबे समय से चल रहा विरोध: गौर हो कि लंबे समय से गांव वाले रावघाट लोहा खदान, बीएसपी (भिलाई स्टील प्लांट) के साथ-साथ देव माइनिंग कंपनी का विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि देव माइनिंग और बीएसपी कंपनी हमारी मांगों का नजरअंदाज कर रही है और चोरी छुपे लौह अयस्क रात के समय 12:00 बजे के बाद निकालती है. यह सरासर चोरी है. आज ग्रामीण आदिवासियों का आंदोलन इतना उग्र था की पुलिस बैरिकेड भी काम न आ सका. इस बीच पुलिस और ग्रामीणों के मध्य आपसी बल प्रयोग से लाठीचार्ज किया गया, जिसमें लगभग 25 से 30 ग्रामीण जख्मी हुए.

यह भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ की बोहार भाजी जो चिकन-मटन से भी महंगी, जानें क्या है इसकी खासियत

ग्रामीणों का कहना है कि, बिना ग्राम सभा के अनुमति के रावघाट से लौह अयस्क खनन शुरू कर दिया था. यह अयस्क हमारा है और कंपनी इसकी चोरी कर रही है. उत्खनन को लेकर किसी भी तरह की ग्राम सभा नहीं हुई. 2 सप्ताह पहले बीएसपी के कंडक्टर देव माइनिंग कंपनी ने ट्रक से लोहे का परिवहन करना शुरू कर दिया था. जिसे इलाके के ग्रामीणों ने चोरी बताया और ट्रक को खोड़गांव में ही खड़ा करवा दिया. जिसके बाद ट्रक से लौह अयस्क खाली करवाया गया. ग्रामीणों ने बताया कि जब थाने में इस मामले के संबंध में मामला दर्ज करवाना चाहा तो पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया.

नारायणपुर: रावघाट लौह खदान (Rawghat iron mine) के विरोध में क्षेत्र के प्रभावित 22 गांव के ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया. गांव वालों ने कलेक्टर कार्यालय का मेन गेट तोड़कर परिसर में घुसने की कोशिश की. जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया. इसमें करीब 25 से 30 ग्रामीण घायल हो गए हैं.

नारायणपुर जिले में रावघाट परियोजना के विरोध में हजारों ग्रामीणों ने आज कलेक्टोरेट कार्यालय का घेराव किया. ग्रामीणों की भीड़ ने पुलिस के द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स तोड़कर कलेक्टर कार्यालय में घुसने की कोशिश की. इस दौरान यहां पर जमकर नारेबाजी भी की गई. पुलिस ग्रामीणों को रोकने में नाकाम साबित हुई. भीड़ जब बैरिकेड तोड़ रही थी तो पुलिस ने ग्रामीणों पर लाठीचार्ज भी किया. ग्रामीणों की मांग है कि रावघाट परियोजना को बंद कर दिया जाए.

रावघाट लौह खदान के विरोध

लंबे समय से चल रहा विरोध: गौर हो कि लंबे समय से गांव वाले रावघाट लोहा खदान, बीएसपी (भिलाई स्टील प्लांट) के साथ-साथ देव माइनिंग कंपनी का विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि देव माइनिंग और बीएसपी कंपनी हमारी मांगों का नजरअंदाज कर रही है और चोरी छुपे लौह अयस्क रात के समय 12:00 बजे के बाद निकालती है. यह सरासर चोरी है. आज ग्रामीण आदिवासियों का आंदोलन इतना उग्र था की पुलिस बैरिकेड भी काम न आ सका. इस बीच पुलिस और ग्रामीणों के मध्य आपसी बल प्रयोग से लाठीचार्ज किया गया, जिसमें लगभग 25 से 30 ग्रामीण जख्मी हुए.

यह भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ की बोहार भाजी जो चिकन-मटन से भी महंगी, जानें क्या है इसकी खासियत

ग्रामीणों का कहना है कि, बिना ग्राम सभा के अनुमति के रावघाट से लौह अयस्क खनन शुरू कर दिया था. यह अयस्क हमारा है और कंपनी इसकी चोरी कर रही है. उत्खनन को लेकर किसी भी तरह की ग्राम सभा नहीं हुई. 2 सप्ताह पहले बीएसपी के कंडक्टर देव माइनिंग कंपनी ने ट्रक से लोहे का परिवहन करना शुरू कर दिया था. जिसे इलाके के ग्रामीणों ने चोरी बताया और ट्रक को खोड़गांव में ही खड़ा करवा दिया. जिसके बाद ट्रक से लौह अयस्क खाली करवाया गया. ग्रामीणों ने बताया कि जब थाने में इस मामले के संबंध में मामला दर्ज करवाना चाहा तो पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.