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Sextortion Case in UP : सेक्सटॉर्शन में फंसे लोगों का थानों में उड़ता है मजाक, इसलिए FIR दर्ज नहीं कराते लोग - यूपी में सेक्सटार्शन केस

यूपी पुलिस के पास सेक्सटाॅर्शन के केस पहुंचते हैं, लेकिन दर्ज नहीं होते हैं. यह आंकड़े पुलिस की फैक्ट फाइल में कैद हैं. दरअसल सेक्सटाॅर्शन मामलों में अश्लील तस्वीरों और वीडियो का इस्तेमाल होता है. ऐसे में पीड़ित पुलिस के पास पहुंचते हैं तो सबूत के तौर पर यही आपत्तिजनक सामग्री मांगी जाती है और मजाक उड़ाया जाता है. ऐसे में पीड़ित मुंह बंद रखना ज्यादा बेहतर समझते हैं.

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Published : Mar 18, 2023, 1:09 PM IST

Updated : Mar 18, 2023, 1:25 PM IST

Sextortion Case in UP : सेक्सटॉर्शन में फंसे लोगों का थानों में उड़ता है मजाक.

लखनऊ : राजधानी के पीजीआई थाने में एक युवक सेक्सटाॅर्शन से परेशान हो कर शिकायत दर्ज कराने पहुंचता है, लेकिन वहां उसका मजाक उड़ा दिया जाता है. बंथरा थाने में लोन एप के झांसे में आए युवक और उसकी पत्नी की नग्न तस्वीरें वायरल की गईं. पुलिस के पास जब पीड़ित पहुंचा तो उससे पत्नी की तस्वीरें मांगी गईं. जिससे क्षुब्ध होकर वह बैरंग वापस लौट गया. ये दो मामले ही नहीं रोजाना दर्जनों ऐसे लोग है जो थानों में खुद का मजाक उड़ाते जाने की वजह सेक्सटोर्शन के मामले दर्ज ही नहीं करा पाते हैं.

साइबर अपराध को लेकर दुनियाभर की सरकारें, पुलिस और साइबर एक्सपर्ट गंभीर है, लेकिन यूपी की स्थानीय पुलिस उतनी गंभीर नहीं दिखती है. खासतौर पर सेक्सटॉर्शन को लेकर जिसमें हिम्मत जुटा कर अगर पीड़ित थाने पहुंचता है तो वहां उसका मजाक उड़ाया जाता है. इसके अलावा उल्टे सीधे सवाल पूछकर उसे टॉर्चर किया जाता है. यही कारण है कि अधिकतर मामलों में मुकदमे दर्ज ही नहीं हो पाते हैं. राजधानी में दर्जनों ऐसे मामले आए, जिसमें वीडियो कॉल के झांसे में फंसे पीड़ित का मजाक उड़ाया गया और आपत्तिजनक फोटो मांगे गए. ऐसे में शर्मिंदगी से बचने के लिए शिकायतकर्ता थाने से भाग गए. लोन एप के जरिए सेक्सटॉर्शन में फंसे पीड़ित से जालसाजों द्वारा भेजे जाने वाली उसकी पत्नी की निजी तस्वीरें देखने की जिद पर अड़ी पुलिस के रवैए से नाराज पीड़ित ने मुकदमा ही नहीं दर्ज कराया. इसके अलावा पीजीआई में संविदा के पद पर काम करने वाला एक युवक सोशल मीडिया के जरिए साइबर जालसाजों के चक्कर में फंस कर सेक्सटोर्शन का शिकार हो गया. वह पीजीआई थाने पहुंचा जहां मौजूद दिवस अधिकारी ने उससे कई तरह के ऊल जलूल सवाल पूछ कर उसका मजाक उड़ाया. कुछ वक्त तो उसने जवाब दिया फिर धैर्य ने साथ न दिया तो वह वहां से जाने लगा. आखिर में पुलिस अधिकारी ने उसकी तहरीर ली और मुकदमा दर्ज कर लिया.

Sextortion Case in UP : सेक्सटॉर्शन में फंसे लोगों का थानों में उड़ता है मजाक.
Sextortion Case in UP : सेक्सटॉर्शन में फंसे लोगों का थानों में उड़ता है मजाक.
पत्नी की अश्लील फोटो मांगी तो थाने से वापस आया पीड़ित : बंथरा थाने के अंतर्गत एक युवक ने पैसों की तंगी के चलते एक लोन एप से नौ हजार रुपये ले लिए. जालसाजों ने लोन का भुगतान होने के बाद और पैसों की डिमांड की और ऐसा न करने पर पीड़ित के सोशल मीडिया को हैक कर पीड़ित और उसकी पत्नी की तस्वीरों को एडिट कर उनके रिश्तेदारों को वायरल कर दिया. पीड़ित थाने पहुंच कर शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस अधिकारियों से मिला, लेकिन उससे पत्नी की अश्लील तस्वीरें सबूत के तौर पर मांगाी गईं. पीड़ित ने अपनी तस्वीर पुलिस को दी, लेकिन पुलिस ने पत्नी के फोटो देने की जिद पकड़ ली. इस पर पीड़ित ने असहजता महसूस की और वापस अपने घर लौट गया. राजधानी के ही ऐशबाग के रहने वाले एक कॉरपोरेट कंपनी में काम करने वाला युवक सेक्सटोर्शन का शिकार हो गया. वह शिकायत लेकर बाजार खाला थाने पहुंचा जहां उसे साइबर सेल में शिकायत दर्ज करने के लिए कह कर टरका दिया गया. लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की प्रवक्ता अपर्णा रजत कौशिक कहती हैं कि हर थाने की पुलिस को एसओपी जारी की गई है. जिसमें साइबर क्राइम की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए मुकदमे दर्ज करने के लिए कहा गया है. समय समय पर उन्हें साइबर अपराध से संबंधी मामलों को लेकर कई दिशा निर्देश दिए जाते हैं. साइबर अपराध को लेकर यूपी पुलिस काफी गंभीर है. इसके लिए हर थानों में साइबर हेल्प डेस्क के अलावा तैनात पुलिसकर्मियों को साइबर सिक्योरिटी की जरूरी जानकारी भी दी जाती है.
Sextortion Case in UP : सेक्सटॉर्शन में फंसे लोगों का थानों में उड़ता है मजाक.
Sextortion Case in UP : सेक्सटॉर्शन में फंसे लोगों का थानों में उड़ता है मजाक.
साइबर ब्लैकमेलिंग : साइबर ठगों ने सेक्सटॉर्शन को अपना सबसे मजबूत हथियार बना लिया है. अपराधी पुरुषों की पहले पूरी जानकारी जुटा लेते हैं. जिनके उनके परिचितों के कांटेक्ट नम्बर भी शामिल होते हैं. उसके बाद उन्हें अचानक महिला वीडियो कॉल कर न्यूड हो जाती है और सामने वाले शिकार की वीडियो बना लेती है. इसके बाद वीडियो वायरल करने के नाम और ठगी करते हैं. इसका शिकार पढ़े लिखे लोग अधिक हो रहे हैं. उत्तर प्रदेश के जाने माने साइबर एक्सपर्ट अमित दुबे बताते हैं कि ऑनलाइन वर्ल्ड में किसी भी तरह से डरा कर व धमकाकर पैसे मांगे जा रहे हैं तो इसे साइबर ब्लैकमेलिंग कहते हैं. यह ब्लैकमेलिंग तीन कारणों से होती है.पहला तरीका : आपको कोई वीडियो कॉल करता है और गलती से इस वीडियो कॉल को उठा लेते हैं और वीडियो कॉल को देखते हैं कि सामने कोई लड़की बैठी होती है और कॉल उठते ही कपड़े उतारने लगती है. यदि आप 3-4 सेकंड देख लेते हैं तो उसका एक स्क्रीन रिकॉर्डिंग आपको देखते हुए रिकॉर्ड कर लेते हैं और फिर से रिपीट मोड में 1:30 मिनट का बनाकर आपको भेजते हैं और कहा जाता है कि आपके रिश्तेदारों को परिचितों को यह वीडियो भेज दिया जाएगा और फिर पैसे मांगे जाते हैं.
Sextortion Case in UP : सेक्सटॉर्शन में फंसे लोगों का थानों में उड़ता है मजाक.
Sextortion Case in UP : सेक्सटॉर्शन में फंसे लोगों का थानों में उड़ता है मजाक.
दूसरा तरीका : कई बार आपको पुलिस की तरफ से कॉल किया जाती है और यह कहा जाता है कि मैं क्राइम ब्रांच से बोल रहा हूं और कहा जाता है कि आप का वीडियो देखा था. उस वीडियो में कुछ आपत्तिजनक चीजें थीं वह रिकॉर्ड कर लिया गया है और आपके ip-address के जरिए ट्रेस कर अरेस्ट करने पहुंच रहा हूं. फिर उसी के द्वारा एक नंबर बताया जाता है तो कहा था कि इस नंबर पर कॉल करके इस वीडियो को डिलीट करा लीजिए. अक्सर डर कर इस नंबर को डिलीट करने के लिए कॉल करते हैं उसमें पेमेंट मांगा जाता है.तीसरा तरीका : मौजूदा समय सबसे अधिक लोन एप के जरिए ब्लैकमेलिंग हो रही है. जिसके तहत इंटरनेट पर लोन एप होती है जिसे 5000 से लेकर 10 हजार तक का लोन दिया जाता है. एप से लोन लेने वालों के मोबाइल से सभी कांटेक्ट नंबर कॉपी कर लेते हैं. जब लोन लेने वाले पूरा भुगतान कर देते हैं तो उसके बाद उनका असली गेम शुरू होता है. ठग और पैसे मांगते हैं, वे लाखों तक वसूली करने की कोशिश करते हैं. अगर आप पैसा देने के बाद मना कर देते हैं फिर उनकी ब्लैक मेलिंग शुरू होती है. आपकी पिक्चर को एडिट करते हैं और परिचितों को भेजते हैं. इसके कारण कई बार सुसाइड की घटनाएं भी होती हैं.साइबर ब्लैकमेलिंग से बचाव : अमित दुबे कहते है कि अब आपको यह समझना होगा कि साइबर ब्लैकमेलिंग अगर आपको हो रही है तो आप को डरना नहीं है. सबसे पहले आप अगर लोन एप के जरिए आप से ब्लैकमेलिंग हो रही है तो आप उन नंबरों को ब्लॉक कर दीजिए. भारत सरकार कई ऐसी चाइनीज ऐप को ब्लॉक भी कर रही है. फिलहाल अब भी कुछ मौजूद हैं. यही नहीं सेक्सटॉर्शन के जरिये कोई वीडियो बन गया है और पैसा मांग रहा है तो उसको ब्लॉक कर दें. अगर आप ब्लॉक कर देंगे तो वह कभी भी कहीं वीडियो नहीं डालेगा. क्योंकि ऐसे लोग सिर्फ आप को डरा कर ही पैसा कमाना चाहते हैं. अगर आप डर गए और आपने एक बार पैसा दे दिया तो वह बार-बार आपसे पैसा मांगेगा वह कभी खत्म नहीं होगा, इसलिए पैसे नहीं देना है.सेक्सटोर्शन होने पर यह करें : साइबर एसपी त्रिवेणी सिंह कहते हैं कि अगर साइबर ब्लैकमेलिंग का शिकार हो चुके हैं, तो आप तुरंत 1930 पर कॉल कीजिए. हमारा 1930 एक डेडिकेटेड कॉल सेंटर है. यहां आप कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. सूचना के आधार पर यहां से आपके संबंधित बैंक को सूचना चली जाएगी और तुरंत पेमेंट ब्लॉक हो जाएगी. इस तरह से अब तक हम करीब 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम लोगों की बचा चुके हैं. फेसबुक पर बदनामी कराने की कोशिश, कोई साइबर अटैक, कोई पोर्नोग्राफी चीजें सेंड कर रहा हो, साइबर स्टॉकिंग कर रहा हो, धमकी आदि के शिकार हों तो आप cybercrime.gov.in पर जाइए. यहां अपनी शिकायत रजिस्टर कराइए और रजिस्टर कराने के बाद उसकी पीडीएफ फाइल लेकर आप सीधे थाने पर दे सकते हैं. इसके अलावा राज्य में 18 साइबर क्राइम थाने हैं, वहां जाकर अपना मुकदमा दर्ज करा सकते हैं.यह भी पढ़ें : यूपी में मेगा टेक्सटाइल पार्क को मंजूरी, सीएम योगी ने कहा-बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

Sextortion Case in UP : सेक्सटॉर्शन में फंसे लोगों का थानों में उड़ता है मजाक.

लखनऊ : राजधानी के पीजीआई थाने में एक युवक सेक्सटाॅर्शन से परेशान हो कर शिकायत दर्ज कराने पहुंचता है, लेकिन वहां उसका मजाक उड़ा दिया जाता है. बंथरा थाने में लोन एप के झांसे में आए युवक और उसकी पत्नी की नग्न तस्वीरें वायरल की गईं. पुलिस के पास जब पीड़ित पहुंचा तो उससे पत्नी की तस्वीरें मांगी गईं. जिससे क्षुब्ध होकर वह बैरंग वापस लौट गया. ये दो मामले ही नहीं रोजाना दर्जनों ऐसे लोग है जो थानों में खुद का मजाक उड़ाते जाने की वजह सेक्सटोर्शन के मामले दर्ज ही नहीं करा पाते हैं.

साइबर अपराध को लेकर दुनियाभर की सरकारें, पुलिस और साइबर एक्सपर्ट गंभीर है, लेकिन यूपी की स्थानीय पुलिस उतनी गंभीर नहीं दिखती है. खासतौर पर सेक्सटॉर्शन को लेकर जिसमें हिम्मत जुटा कर अगर पीड़ित थाने पहुंचता है तो वहां उसका मजाक उड़ाया जाता है. इसके अलावा उल्टे सीधे सवाल पूछकर उसे टॉर्चर किया जाता है. यही कारण है कि अधिकतर मामलों में मुकदमे दर्ज ही नहीं हो पाते हैं. राजधानी में दर्जनों ऐसे मामले आए, जिसमें वीडियो कॉल के झांसे में फंसे पीड़ित का मजाक उड़ाया गया और आपत्तिजनक फोटो मांगे गए. ऐसे में शर्मिंदगी से बचने के लिए शिकायतकर्ता थाने से भाग गए. लोन एप के जरिए सेक्सटॉर्शन में फंसे पीड़ित से जालसाजों द्वारा भेजे जाने वाली उसकी पत्नी की निजी तस्वीरें देखने की जिद पर अड़ी पुलिस के रवैए से नाराज पीड़ित ने मुकदमा ही नहीं दर्ज कराया. इसके अलावा पीजीआई में संविदा के पद पर काम करने वाला एक युवक सोशल मीडिया के जरिए साइबर जालसाजों के चक्कर में फंस कर सेक्सटोर्शन का शिकार हो गया. वह पीजीआई थाने पहुंचा जहां मौजूद दिवस अधिकारी ने उससे कई तरह के ऊल जलूल सवाल पूछ कर उसका मजाक उड़ाया. कुछ वक्त तो उसने जवाब दिया फिर धैर्य ने साथ न दिया तो वह वहां से जाने लगा. आखिर में पुलिस अधिकारी ने उसकी तहरीर ली और मुकदमा दर्ज कर लिया.

Sextortion Case in UP : सेक्सटॉर्शन में फंसे लोगों का थानों में उड़ता है मजाक.
Sextortion Case in UP : सेक्सटॉर्शन में फंसे लोगों का थानों में उड़ता है मजाक.
पत्नी की अश्लील फोटो मांगी तो थाने से वापस आया पीड़ित : बंथरा थाने के अंतर्गत एक युवक ने पैसों की तंगी के चलते एक लोन एप से नौ हजार रुपये ले लिए. जालसाजों ने लोन का भुगतान होने के बाद और पैसों की डिमांड की और ऐसा न करने पर पीड़ित के सोशल मीडिया को हैक कर पीड़ित और उसकी पत्नी की तस्वीरों को एडिट कर उनके रिश्तेदारों को वायरल कर दिया. पीड़ित थाने पहुंच कर शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस अधिकारियों से मिला, लेकिन उससे पत्नी की अश्लील तस्वीरें सबूत के तौर पर मांगाी गईं. पीड़ित ने अपनी तस्वीर पुलिस को दी, लेकिन पुलिस ने पत्नी के फोटो देने की जिद पकड़ ली. इस पर पीड़ित ने असहजता महसूस की और वापस अपने घर लौट गया. राजधानी के ही ऐशबाग के रहने वाले एक कॉरपोरेट कंपनी में काम करने वाला युवक सेक्सटोर्शन का शिकार हो गया. वह शिकायत लेकर बाजार खाला थाने पहुंचा जहां उसे साइबर सेल में शिकायत दर्ज करने के लिए कह कर टरका दिया गया. लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की प्रवक्ता अपर्णा रजत कौशिक कहती हैं कि हर थाने की पुलिस को एसओपी जारी की गई है. जिसमें साइबर क्राइम की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए मुकदमे दर्ज करने के लिए कहा गया है. समय समय पर उन्हें साइबर अपराध से संबंधी मामलों को लेकर कई दिशा निर्देश दिए जाते हैं. साइबर अपराध को लेकर यूपी पुलिस काफी गंभीर है. इसके लिए हर थानों में साइबर हेल्प डेस्क के अलावा तैनात पुलिसकर्मियों को साइबर सिक्योरिटी की जरूरी जानकारी भी दी जाती है.
Sextortion Case in UP : सेक्सटॉर्शन में फंसे लोगों का थानों में उड़ता है मजाक.
Sextortion Case in UP : सेक्सटॉर्शन में फंसे लोगों का थानों में उड़ता है मजाक.
साइबर ब्लैकमेलिंग : साइबर ठगों ने सेक्सटॉर्शन को अपना सबसे मजबूत हथियार बना लिया है. अपराधी पुरुषों की पहले पूरी जानकारी जुटा लेते हैं. जिनके उनके परिचितों के कांटेक्ट नम्बर भी शामिल होते हैं. उसके बाद उन्हें अचानक महिला वीडियो कॉल कर न्यूड हो जाती है और सामने वाले शिकार की वीडियो बना लेती है. इसके बाद वीडियो वायरल करने के नाम और ठगी करते हैं. इसका शिकार पढ़े लिखे लोग अधिक हो रहे हैं. उत्तर प्रदेश के जाने माने साइबर एक्सपर्ट अमित दुबे बताते हैं कि ऑनलाइन वर्ल्ड में किसी भी तरह से डरा कर व धमकाकर पैसे मांगे जा रहे हैं तो इसे साइबर ब्लैकमेलिंग कहते हैं. यह ब्लैकमेलिंग तीन कारणों से होती है.पहला तरीका : आपको कोई वीडियो कॉल करता है और गलती से इस वीडियो कॉल को उठा लेते हैं और वीडियो कॉल को देखते हैं कि सामने कोई लड़की बैठी होती है और कॉल उठते ही कपड़े उतारने लगती है. यदि आप 3-4 सेकंड देख लेते हैं तो उसका एक स्क्रीन रिकॉर्डिंग आपको देखते हुए रिकॉर्ड कर लेते हैं और फिर से रिपीट मोड में 1:30 मिनट का बनाकर आपको भेजते हैं और कहा जाता है कि आपके रिश्तेदारों को परिचितों को यह वीडियो भेज दिया जाएगा और फिर पैसे मांगे जाते हैं.
Sextortion Case in UP : सेक्सटॉर्शन में फंसे लोगों का थानों में उड़ता है मजाक.
Sextortion Case in UP : सेक्सटॉर्शन में फंसे लोगों का थानों में उड़ता है मजाक.
दूसरा तरीका : कई बार आपको पुलिस की तरफ से कॉल किया जाती है और यह कहा जाता है कि मैं क्राइम ब्रांच से बोल रहा हूं और कहा जाता है कि आप का वीडियो देखा था. उस वीडियो में कुछ आपत्तिजनक चीजें थीं वह रिकॉर्ड कर लिया गया है और आपके ip-address के जरिए ट्रेस कर अरेस्ट करने पहुंच रहा हूं. फिर उसी के द्वारा एक नंबर बताया जाता है तो कहा था कि इस नंबर पर कॉल करके इस वीडियो को डिलीट करा लीजिए. अक्सर डर कर इस नंबर को डिलीट करने के लिए कॉल करते हैं उसमें पेमेंट मांगा जाता है.तीसरा तरीका : मौजूदा समय सबसे अधिक लोन एप के जरिए ब्लैकमेलिंग हो रही है. जिसके तहत इंटरनेट पर लोन एप होती है जिसे 5000 से लेकर 10 हजार तक का लोन दिया जाता है. एप से लोन लेने वालों के मोबाइल से सभी कांटेक्ट नंबर कॉपी कर लेते हैं. जब लोन लेने वाले पूरा भुगतान कर देते हैं तो उसके बाद उनका असली गेम शुरू होता है. ठग और पैसे मांगते हैं, वे लाखों तक वसूली करने की कोशिश करते हैं. अगर आप पैसा देने के बाद मना कर देते हैं फिर उनकी ब्लैक मेलिंग शुरू होती है. आपकी पिक्चर को एडिट करते हैं और परिचितों को भेजते हैं. इसके कारण कई बार सुसाइड की घटनाएं भी होती हैं.साइबर ब्लैकमेलिंग से बचाव : अमित दुबे कहते है कि अब आपको यह समझना होगा कि साइबर ब्लैकमेलिंग अगर आपको हो रही है तो आप को डरना नहीं है. सबसे पहले आप अगर लोन एप के जरिए आप से ब्लैकमेलिंग हो रही है तो आप उन नंबरों को ब्लॉक कर दीजिए. भारत सरकार कई ऐसी चाइनीज ऐप को ब्लॉक भी कर रही है. फिलहाल अब भी कुछ मौजूद हैं. यही नहीं सेक्सटॉर्शन के जरिये कोई वीडियो बन गया है और पैसा मांग रहा है तो उसको ब्लॉक कर दें. अगर आप ब्लॉक कर देंगे तो वह कभी भी कहीं वीडियो नहीं डालेगा. क्योंकि ऐसे लोग सिर्फ आप को डरा कर ही पैसा कमाना चाहते हैं. अगर आप डर गए और आपने एक बार पैसा दे दिया तो वह बार-बार आपसे पैसा मांगेगा वह कभी खत्म नहीं होगा, इसलिए पैसे नहीं देना है.सेक्सटोर्शन होने पर यह करें : साइबर एसपी त्रिवेणी सिंह कहते हैं कि अगर साइबर ब्लैकमेलिंग का शिकार हो चुके हैं, तो आप तुरंत 1930 पर कॉल कीजिए. हमारा 1930 एक डेडिकेटेड कॉल सेंटर है. यहां आप कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. सूचना के आधार पर यहां से आपके संबंधित बैंक को सूचना चली जाएगी और तुरंत पेमेंट ब्लॉक हो जाएगी. इस तरह से अब तक हम करीब 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम लोगों की बचा चुके हैं. फेसबुक पर बदनामी कराने की कोशिश, कोई साइबर अटैक, कोई पोर्नोग्राफी चीजें सेंड कर रहा हो, साइबर स्टॉकिंग कर रहा हो, धमकी आदि के शिकार हों तो आप cybercrime.gov.in पर जाइए. यहां अपनी शिकायत रजिस्टर कराइए और रजिस्टर कराने के बाद उसकी पीडीएफ फाइल लेकर आप सीधे थाने पर दे सकते हैं. इसके अलावा राज्य में 18 साइबर क्राइम थाने हैं, वहां जाकर अपना मुकदमा दर्ज करा सकते हैं.यह भी पढ़ें : यूपी में मेगा टेक्सटाइल पार्क को मंजूरी, सीएम योगी ने कहा-बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
Last Updated : Mar 18, 2023, 1:25 PM IST
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