लखनऊ : उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (UP Global Investors Summit 2023) का आगाज हो गया. इस निवेश कुंभ के पहले दिन जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद को यूपी का सांसद बताते हुए इन्वेस्टर्स को निवेश के लिए आमंत्रित किया, वहीं देश के बड़े उद्योग घरानों ने निवेश की घोषणा की.
बिड़ला ग्रुप ने 25 हजार करोड़ के निवेश की घोषणा की तो रिलायंस समूह के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने 75 हजार करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान कर दिया. इसके अलावा टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन, हिंदुस्तान यूनिलीवर के संजय मेहता और डिक्सॉन इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक सुनील वाच्छानी ने भी निवेश करने की घोषणा की. इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि दुनिया यूपी के विकास की नई कहानी देखेगी. ग्लोवल इन्वेस्टर्स समिट के उद्धाटन सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विशेष तौर से मौजूद रहे. शाम को गृह मंत्री अमित शाह भी आए और योगी सरकार की तारीफ की.
यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी में बदलाव की कहानी निवेशकों को बताई और इन्वेस्ट करने के लिए आमंत्रित किया. यूपी में निवेश के अवसरों को गिनाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की आबादी करीब 25 करोड़ है. दुनिया के बड़े देशों से अधिक सामर्थ्य अकेले यूपी में है.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर पर हुए काम का बड़ा लाभ भी उत्तरप्रदेश को मिला है. निवेशकों को सलाह देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यूपी अब भारत का टेक्सटाइल हब है. देश के 2 डिफेंस कॉरिडोर में एक उत्तरप्रदेश में बन रहा है. प्रदेश में डेयरी, एग्रीकल्चर, फ़ूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में बहुत संभावनाएं है और प्राइवेट सेक्टर को इसका फायदा उठाना चाहिए.
निवेशकों का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी में निवेश की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने बताया कि यूपी के दूसरे ग्लोबल इनवेस्टर समिट में डेनमार्क, नीदरलैंड, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया जैसे देश कंट्री पार्टनर हैं. उत्तर प्रदेश के मंत्रियों ने 16 देशों के 21 शहरों में रोड शो कर यूपी के बारे में निवेशकों को जानकारी दी है. देश के महानगरों में भी रोड शो आयोजित किए गए. उन्होंने बताया कि यह निवेश सम्मेलन प्रदेश के 75 जनपदों में भी एक साथ आयोजित हो रहा है. सीएम योगी ने नीदरलैंड, डेनमार्क, सिंगापुर, जापान, साउथ कोरिया, इटली, UAE के बिजनेसमैन के सपोर्ट पर खुशी जाहिर की. .
यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में देश के बड़े उद्योगपतियों ने निवेश की घोषणा की, मगर सबसे अधिक चर्चा रिलायंस समूह के चेयरमैन मुकेश अंबानी की रही. उन्होंने कहा कि उनकी समूह की कंपनियां अगले चार साल में 75 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी. उन्होंने बताया कि रिलायंस उत्तर प्रदेश में 10 GW की रिन्यूबल एनर्जी क्षमता का सिस्टम बनाएगा. साथ ही बायो गैस एनर्जी में भी कंपनी निवेश करेगी. उन्होंने कहा कि कि 5 वर्षों के भीतर ही उत्तर प्रदेश 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा.
समिट में टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने भारत के बढ़ती अर्थव्यवस्था की तारीफ की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत 360 डिग्री डेवलेपमेंट करेगा. उन्होंने कहा कि यूपी में निवेश के लिए कृषि, मैन्युफेक्चरिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर, डिफेंस, फार्मा, एयरोस्पेस और टूरिज्म में निवेश की बहुत संभावनाएं हैं. विदेशी पर्यटकों के लिए यूपी पहली पसंद है क्योंकि यहां कई धार्मिक, ऐतिहासिक और वाइल्ड लाइफ सेंचुरी हैं.
कार्यक्रम में डिक्सॉन इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक सुनील वाच्छानी ने यूपी में तीन और मैन्यूफैक्चरिंग सेंटर खोलने का ऐलान किया . उन्होंने बताया कि यूपी में बनने वाले मोबाइल फोन विदेशों में भी एक्सपोर्ट किेए जा रहे हैं. आने वाले समय में यूपी मोबाइल फोन का मैन्युफैक्चरिंग हब बन जाएगा.
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के पहले दिन ही ऊर्जा के क्षेत्र में साथ लाख करोड़ का निवेश के लिए एमओयू साइन हुए . इसमें ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन करने वाली अवारडा ग्रुप ने 22 हजार करोड़, पंप स्टोरेज की ग्रीनको ने 17 हजार करोड़, जियो थर्मल कोर ने एक हजार करोड़, NTPC NE 75 हजार करोड़ और वेलस्पन ने चालीस हजार करोड़ निवेश करने किए सरकार के साथ एमओयू किया है.