नई दिल्ली: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने सभी शैक्षणिक संस्थानों से डिजिलॉकर (DigiLocker)में रखे दस्तावेजों को स्वीकार करने का अनुरोध किया है. ऑनलाइन सिस्टम को बढ़ावा देने की दिशा में यह अच्छा कदम है. कोरोना काल में इससे स्टूडेंट को भी काफी सहूलियत मिलेगी.
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UGC requests all Academic Institutions to accept Degree, Mark-sheets & other documents available in issued documents in DigiLocker account as valid documents: University Grants Commission pic.twitter.com/MuYYjOybSH
— ANI (@ANI) January 7, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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यूजीसी ने सभी शैक्षणिक संस्थानों से ( UGC to educational institutions) डिजिलॉकर खाते में रखे गए दस्तावेजों में शामिल डिग्री, मार्कशीट और अन्य दस्तावेजों को वैध दस्तावेजों के रूप में स्वीकार करने का अनुरोध किया है. आयोग ने कहा है कि इसे लेकर शिक्षा मंत्रालय की ओर से दिशा निर्देश दिये गये हैं. डिजिलॉकर में कोई भी स्टूडेंट फ्री में अपना डॉक्यूमेंट रख सकता है. इसके लिए उसे किसी तरह की फीस नहीं चुकानी पड़ती है.
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गौरतलब है कि डिजिलॉकर, एक भारतीय डिजिटलीकरण ऑनलाइन सेवा है. यहां कोई भी भारतीय नागरिक फ्री में अपना खाता बनाकर इसमें कोई भी डॉक्यूमेंट रख सकता है.