लखनऊ : बीते रविवार को लखनऊ से गिरफ्तार हुआ मोहम्मद रिजवान उर्फ मौलाना फतेहपुर में पैदा हुआ था, आजमगढ़ में पढ़ाई की, प्रयागराज में नौकरी और लखनऊ में आकर आतंकी साजिश रच रहा था। उसकी गिरफ्तारी के तीन दिन बाद ही एनआईए ने फतेहपुर से चार लोगों को गिरफ्तारी की है, सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसियों को रिजवान के लैपटॉप से तीन शहरों के वो युवाओं की एक लिस्ट बरामद हुई है जिन्हें रिजवान ने गुमराह कर अपने साथ जोड़ा था. एनआईए व यूपी एटीएस के सामने अब उन युवाओं की चिन्हित करना सबसे बड़ी चुनौती है.
सूत्रों के मुताबिक रविवार को लखनऊ के सआदतगंज से गिरफ्तार आतंकी रिजवान से एनआईए ने पूछताछ की. इसके अलावा उसके मोबाइल व लैपटॉप को भी खंगाला गया. जिसके आधार पर एनआईए की एक टीम फतेहपुर पहुंची, जहां से चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया. बताया जा रहा है कि ये सभी चारों प्रतिबंधित संगठन सिमी के सदस्य रहे हैं. चारों संदिग्ध रिजवान के संपर्क में थे और उसके नापाक मंसूबों में उसका साथ दे रहे थे. एनआईए फतेहपुर के अलावा आजमगढ़, प्रयागराज व लखनऊ में रिजवान के साथियों की तलाश में जुटी हुई है.
रिजवान ने आजमगढ़, प्रयागराज व लखनऊ के कई युवाओं को किया गुमराह
आतंकी रिजवान आजमगढ़ का रहने वाला है और प्रयागराज में वह काफी समय तक रहा था. पूछताछ में उसने एजेंसी को बताया है कि वह आजमगढ़ और प्रयागराज के कई युवाओं को सोशल मीडिया के माध्यम से ढूंढ कर उन्हें भारत विरोधी और इस्लामिक स्टेट के निर्माण को लेकर वीडियो भेजा करता था. कई बार तो वह इन युवाओं से मिला भी था. जिनकी उसने अपने लैपटॉप में एक लिस्ट तैयार की थी. यह लिस्ट उसने अपने आतंकी आकाओं को भी भेजी. एजेंसी अब प्रयागराज, आजमगढ़ और लखनऊ के इन्हीं युवाओं को ढूंढने में लगी हुई है ताकि इस बात की तसदीक की जा सके कि इन युवाओं की कितने हद तक गुमराह किया गया है.
बता दें, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रविवार देर रात लखनऊ के सआदतगंज में स्थित एक किराए के मकान से फतेहपुर के खेलदार निवासी मोहम्मद रिजवान उर्फ मौलाना को गिरफ्तार किया था. रिजवान की भर्ती पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआईएस (ISIS) ने की थी और वह अयोध्या समेत कई संवेदनशील शहरों में आतंकी हमले की साजिश रच रहा था. इसके अलावा मुरादाबाद से अरशद वारसी और दिल्ली से तीन लाख इनामी शाहनवाज को भी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है.