शाहजहांपुर : शाहजहांपुर में पूर्व गृह राज्यमंत्री मंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने अभिनेत्री कंगना रनौत के देश की आजादी वाले बयान को समर्थन दिया. उन्होंने कहा कि अभिनेत्री ने सही कहा है, वास्तव में हमें आजादी वर्ष 2014 के बाद ही मिली है. इसमें गलत क्या है.
उन्होंने कहा कि पुतला फूंकने वालों को इस पर चिंतन करना चाहिए. भगवान श्री राम को भी आजादी वर्ष 2014 के बाद ही मिली है. वह स्वामी शुकदेवानंद डिग्री कॉलेज में एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे. इस दौरान वह मीडिया से रूबरू हुए. उन्होंने कहा कि सच में देश को आजादी 2014 के बाद ही मिली है.
भगवान श्री राम को भी आजादी 2014 के बाद ही मिली है. भगवान श्री राम को खंडहर और बाबरी मस्जिद से आजादी 2014 के बाद ही मिली है. साथ ही माया, मुलायम और कांग्रेस की बाबरी मस्जिद से भी राम को आजादी 2014 के बाद ही मिली है. इसके पहले देश परिवारवाद की राजनीति में जकड़ा था.
उन्होंने कहा कि पहली बार सरकार संसद में बनाए गए कानून को किसानों की मांग को ध्यान में रखते हुए वापस ले रही है. यह किसान हित में लिया गया फैसला है. उन्होंने कृषि कानून की वापसी के ऐलान के बावजूद किसान नेता राकेश टिकैत के आंदोलन वापस न लेने पर भी सवाल उठाए.
यह भी पढ़ें-एक तस्वीर ने बढ़ाई यूपी में सियासी सरगर्मी, 'नया भारत' बनाने का मोदी-योगी ने लिया संकल्प
उन्होंने कहा कि आखिर वह आंदोलन क्यों नहीं वापस ले रहे हैं. उनके पीछे आखिर है कौन? इसका पता लगाया जाना चाहिए. गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले कंगना राणावत ने एक टीवी शो में कहा था कि देश को असली आजादी तो 2014 में मिली है 15 अगस्त 1947 में जो आजादी मिली थी वह आजादी नहीं भीख थी.