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सूरत की इंजीनियर महिला 41 साल की उम्र में बनी सिंगल मदर, जुड़वां बच्चों को दिया जन्म

गुजरात के सूरत में 41 वर्षीय एक महिला इंजीनियर न केवल सिंगल मदर बनी बल्कि उसने दो जुड़वां बच्चों को जन्म दिया. इस इंजीनियर ने बेटा और बेटी को जन्म दिया है. पढ़िए पूरी खबर...

Unmarried woman became single mother
अविवाहित महिला बनी सिंगल मदर
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Published : Dec 17, 2022, 4:49 PM IST

सूरत : गुजरात के सूरत में 41 वर्षीय एक महिला इंजीनियर न केवल सिंगल मदर बनी बल्कि उसने दो जुड़वां बच्चों को जन्म दिया. देसाई परिवार की इंजीनियर बेटी का विवाह नहीं हो सका तो उसने सिंगल मदर बनने का फैसला किया. वह आईवीएफ के जरिए मां बन गई हैं. इस इंजीनियर ने बेटा और बेटी को जन्म दिया है.

डॉ. रश्मि प्रधान ने बताया कहा कि किसी भी महिला का शादी के बाद मां बनना भारतीय समाज में कई तरह के सवाल खड़े करता है. लेकिन सूरत की डिंपल देसाई ने एक नई पहल की है. डिंपल देसाई ने सूरत के एक अस्पताल में जुड़वां बच्चों को जन्म दिया है. साथ ही डिंपल देसाई की इस पहल की लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं.

इस बारे में उन्होंने कहा कि सूरत के नानपुरा इलाके में रहने वाले देसाई परिवार में दो बेटियां हैं. एक बेटी रूपल देसाई दुबई में सेटल हो गई हैं. तो दूसरी बेटी डिंपल अपने वृद्ध माता-पिता की सेवा करती है. वह अपने माता-पिता के साथ रहकर उनकी सेवा करना चाहता था. दोनों बहनों की किसी वजह से शादी नहीं हो पाई. इसलिए डिंपल ने सिंगल मदर बनने का फैसला किया.

वहीं सिंगल मदर होने के बारे में समाज क्या सोचेगा, इस बारे में डिंपल कहती हैं, 'जब मुझे परिवार की मंजूरी मिली तो समाज को कोई फर्क नहीं पड़ता.' इसके बाद डिंपल देसाई ने डॉ. रश्मि प्रधान से संपर्क किया. उन्होंने उसे बच्चा गोद लेने या आईवीएफ के जरिए जन्म देने की सलाह दी. इसके बाद डिंपल देसाई ने घर पर चर्चा की और आईवीएफ के जरिए बच्चे को जन्म देने का फैसला किया. इस फैसले को लेने के बाद डिंपल देसाई के लिए और भी चुनौतियां थीं. जिसमें उन्हें कुछ चिकित्सीय बाधाएं थीं. इसके बाद वे गर्भवती हो गईं. आखिरकार वह दो बच्चों की मां बन गईं.

ये भी पढ़ें - सूरत में नाबालिग मां ने नवजात को पहली मंजिल से फेंका

सूरत : गुजरात के सूरत में 41 वर्षीय एक महिला इंजीनियर न केवल सिंगल मदर बनी बल्कि उसने दो जुड़वां बच्चों को जन्म दिया. देसाई परिवार की इंजीनियर बेटी का विवाह नहीं हो सका तो उसने सिंगल मदर बनने का फैसला किया. वह आईवीएफ के जरिए मां बन गई हैं. इस इंजीनियर ने बेटा और बेटी को जन्म दिया है.

डॉ. रश्मि प्रधान ने बताया कहा कि किसी भी महिला का शादी के बाद मां बनना भारतीय समाज में कई तरह के सवाल खड़े करता है. लेकिन सूरत की डिंपल देसाई ने एक नई पहल की है. डिंपल देसाई ने सूरत के एक अस्पताल में जुड़वां बच्चों को जन्म दिया है. साथ ही डिंपल देसाई की इस पहल की लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं.

इस बारे में उन्होंने कहा कि सूरत के नानपुरा इलाके में रहने वाले देसाई परिवार में दो बेटियां हैं. एक बेटी रूपल देसाई दुबई में सेटल हो गई हैं. तो दूसरी बेटी डिंपल अपने वृद्ध माता-पिता की सेवा करती है. वह अपने माता-पिता के साथ रहकर उनकी सेवा करना चाहता था. दोनों बहनों की किसी वजह से शादी नहीं हो पाई. इसलिए डिंपल ने सिंगल मदर बनने का फैसला किया.

वहीं सिंगल मदर होने के बारे में समाज क्या सोचेगा, इस बारे में डिंपल कहती हैं, 'जब मुझे परिवार की मंजूरी मिली तो समाज को कोई फर्क नहीं पड़ता.' इसके बाद डिंपल देसाई ने डॉ. रश्मि प्रधान से संपर्क किया. उन्होंने उसे बच्चा गोद लेने या आईवीएफ के जरिए जन्म देने की सलाह दी. इसके बाद डिंपल देसाई ने घर पर चर्चा की और आईवीएफ के जरिए बच्चे को जन्म देने का फैसला किया. इस फैसले को लेने के बाद डिंपल देसाई के लिए और भी चुनौतियां थीं. जिसमें उन्हें कुछ चिकित्सीय बाधाएं थीं. इसके बाद वे गर्भवती हो गईं. आखिरकार वह दो बच्चों की मां बन गईं.

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