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शारजाह के शेख लेंगे बनारसी लंगड़े का स्वाद, वाराणसी एयरपोर्ट से रवाना होगा पूर्वांचल का यह खास आम

बनारसी लंगड़े आम का स्वाद अब शारजाह के शेख भी ले सकेंगे. 4 से 5 मीट्रिक टन आम वाराणसी एयरपोर्ट से शारजाह भेजा जाएगा. इसकी तैयारी कर ली गई है.

banarasi langda mango
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Published : Jun 25, 2023, 4:39 PM IST

वाराणसी : पूर्वांचल की मिट्टी की उपज अब एक नई पहचान के साथ शरजाह के लिए उड़ान भरेगी. हम बात कर रहे हैं बनारसी लंगड़ा आम की. इस आम को जीआई टैग के साथ भेजा जाएगा. केंद्र व राज्य सरकार ने इसके लिए वाराणसी में पैक हाउस बनवाया है. अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुसार तैयार पेरिशेबल फूड उत्पाद को सीएम योगी आदित्यनाथ पहली बार हरी झंडी दिखाकर विदेश के लिए रवाना करेंगे. इसी के साथ शरजाह के शेख भी पूर्वांचल के इस खास आम का स्वाद ले सकेंगे.

बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूर्वांचल के अन्नदाताओं को 26 जून को बड़ी सौगात देंगे. इसके बाद पूर्वांचल की सब्जी और फल अब वाराणसी के पैक हाउस से सीधे एक्सपोर्ट किए जाएंगे. खास बात यह है कि, पैक हाउस में अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुसार पेरिशेबल फूड उत्पाद को तैयार किया जाएगा. बताते चलें कि, एयरपोर्ट से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर योगी सरकार ने इंटीग्रेटेड पैक हाउस फॉर फूड एंड वेजिटेबल एक्सपोर्ट का निर्माण करवाया है.

4 से 5 मीट्रिक टन बनारसी लंगड़ा आम जाएगा शारजाह : एपीडा के उप महाप्रबंधक डॉ. सीबी सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा पैक हाउस से पहली बार फ्लैग ऑफ होने वाले जीआई व अन्य उत्पादों में 4 से 5 मीट्रिक टन बनारसी लंगड़ा आम वाराणसी एयरपोर्ट से शारजाह जाएगा. इसके साथ ही 30 से 35 मीट्रिक टन हरी मिर्च, 40 फिट रेफेर कंटेनर से पानी के जहाज से मुंबई के रास्ते दुबई और दोहा जाएगा. इसके अलावा भिंडी समेत अन्य उत्पाद भी भेजने की तैयारी है. बता दें कि इंटीग्रेटेड पैक हाउस जल, थल और नभ से निर्यात करने के लिए उचित संसाधनों से लैस है.

यूपी का तीसरा इंटीग्रेटेड पैक हाउस वाराणसी में : सरकार किसान व उद्यमियों के बीच से बिचौलियों को हटाकर उन्हें निर्यातक बनाने में जुटी है. इसके तहत वाराणसी में 15.78 करोड़ की लागत से लगभग 4461 स्क्वायर फीट में इंटीग्रेटेड पैक हाउस तैयार कराया गया है. यहां किसान उद्यमियों को इंटरनेशनल मार्केट की मांग के अनुरूप उत्पाद तैयार करने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. सहारनपुर, लखनऊ के बाद उत्तर प्रदेश का वाराणसी में ये तीसरा इंटीग्रेटेड पैक हाउस है. इंटीग्रेटेड पैक हाउस फॉर फ़ूड एंड वेजिटेबल एक्सपोर्ट में लगे उपकरण स्वेदशी हैं.

इंटीग्रेटेड पैक हाउस में क्या होता है : इंटीग्रेटेड पैक हाउस का सबसे जरूरी काम उत्पाद को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार तैयार करना है. अलग-अलग देशों की अलग-अलग तरह की डिमांड होती है. उनके डिमांड को पूरा करने के लिए पैक हाउस काम करता है. इंटीग्रेटेड पैक हाउस में फलों और सब्जियों को कई प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. इससे उनकी ताजगी, स्वाद और अन्य गुण बरकरार रहता है. ध्यान रखा जाता है कि इन उत्पादों में कीट और किसी भी तरह की बीमारी न हो. इंटीग्रेटेड पैक हाउस फॉर फूड एंड वेजिटेबल एक्सपोर्ट में लगे उपकरण स्वेदशी हैं.

इंटीग्रेटेड पैक हाउस में कई उपकरण लगाए गए हैं.
इंटीग्रेटेड पैक हाउस में कई उपकरण लगाए गए हैं.



पैक हाउस में लगे उपकरणों के नाम और क्षमता

1-कोल्ड रूम- 2- 20 - एमटी
2-प्री कोल्ड रूम- 2-15- एमटी
3- राईपिनिंग रूम- 10 -एमटी

यह भी पढ़ें : बनारसी लंगड़ा आम और पूर्वांचल की सब्जी के विदेशी हुए दीवाने, लगातार बढ़ रही डिमांड

वाराणसी : पूर्वांचल की मिट्टी की उपज अब एक नई पहचान के साथ शरजाह के लिए उड़ान भरेगी. हम बात कर रहे हैं बनारसी लंगड़ा आम की. इस आम को जीआई टैग के साथ भेजा जाएगा. केंद्र व राज्य सरकार ने इसके लिए वाराणसी में पैक हाउस बनवाया है. अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुसार तैयार पेरिशेबल फूड उत्पाद को सीएम योगी आदित्यनाथ पहली बार हरी झंडी दिखाकर विदेश के लिए रवाना करेंगे. इसी के साथ शरजाह के शेख भी पूर्वांचल के इस खास आम का स्वाद ले सकेंगे.

बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूर्वांचल के अन्नदाताओं को 26 जून को बड़ी सौगात देंगे. इसके बाद पूर्वांचल की सब्जी और फल अब वाराणसी के पैक हाउस से सीधे एक्सपोर्ट किए जाएंगे. खास बात यह है कि, पैक हाउस में अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुसार पेरिशेबल फूड उत्पाद को तैयार किया जाएगा. बताते चलें कि, एयरपोर्ट से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर योगी सरकार ने इंटीग्रेटेड पैक हाउस फॉर फूड एंड वेजिटेबल एक्सपोर्ट का निर्माण करवाया है.

4 से 5 मीट्रिक टन बनारसी लंगड़ा आम जाएगा शारजाह : एपीडा के उप महाप्रबंधक डॉ. सीबी सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा पैक हाउस से पहली बार फ्लैग ऑफ होने वाले जीआई व अन्य उत्पादों में 4 से 5 मीट्रिक टन बनारसी लंगड़ा आम वाराणसी एयरपोर्ट से शारजाह जाएगा. इसके साथ ही 30 से 35 मीट्रिक टन हरी मिर्च, 40 फिट रेफेर कंटेनर से पानी के जहाज से मुंबई के रास्ते दुबई और दोहा जाएगा. इसके अलावा भिंडी समेत अन्य उत्पाद भी भेजने की तैयारी है. बता दें कि इंटीग्रेटेड पैक हाउस जल, थल और नभ से निर्यात करने के लिए उचित संसाधनों से लैस है.

यूपी का तीसरा इंटीग्रेटेड पैक हाउस वाराणसी में : सरकार किसान व उद्यमियों के बीच से बिचौलियों को हटाकर उन्हें निर्यातक बनाने में जुटी है. इसके तहत वाराणसी में 15.78 करोड़ की लागत से लगभग 4461 स्क्वायर फीट में इंटीग्रेटेड पैक हाउस तैयार कराया गया है. यहां किसान उद्यमियों को इंटरनेशनल मार्केट की मांग के अनुरूप उत्पाद तैयार करने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. सहारनपुर, लखनऊ के बाद उत्तर प्रदेश का वाराणसी में ये तीसरा इंटीग्रेटेड पैक हाउस है. इंटीग्रेटेड पैक हाउस फॉर फ़ूड एंड वेजिटेबल एक्सपोर्ट में लगे उपकरण स्वेदशी हैं.

इंटीग्रेटेड पैक हाउस में क्या होता है : इंटीग्रेटेड पैक हाउस का सबसे जरूरी काम उत्पाद को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार तैयार करना है. अलग-अलग देशों की अलग-अलग तरह की डिमांड होती है. उनके डिमांड को पूरा करने के लिए पैक हाउस काम करता है. इंटीग्रेटेड पैक हाउस में फलों और सब्जियों को कई प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. इससे उनकी ताजगी, स्वाद और अन्य गुण बरकरार रहता है. ध्यान रखा जाता है कि इन उत्पादों में कीट और किसी भी तरह की बीमारी न हो. इंटीग्रेटेड पैक हाउस फॉर फूड एंड वेजिटेबल एक्सपोर्ट में लगे उपकरण स्वेदशी हैं.

इंटीग्रेटेड पैक हाउस में कई उपकरण लगाए गए हैं.
इंटीग्रेटेड पैक हाउस में कई उपकरण लगाए गए हैं.



पैक हाउस में लगे उपकरणों के नाम और क्षमता

1-कोल्ड रूम- 2- 20 - एमटी
2-प्री कोल्ड रूम- 2-15- एमटी
3- राईपिनिंग रूम- 10 -एमटी

यह भी पढ़ें : बनारसी लंगड़ा आम और पूर्वांचल की सब्जी के विदेशी हुए दीवाने, लगातार बढ़ रही डिमांड

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