शहडोल। मध्यप्रदेश के एक छोटे से शहर शहडोल की रहने वाली हैं पूजा वस्त्रकार. इन दिनों भारतीय महिला टीम की नियमित खिलाड़ी के रूप में अपना, जिले और प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं. क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट की टीम में वह शामिल रहती हैं. पूजा इन दिनों साउथ अफ्रीका में भारतीय टीम के साथ हैं. जहां टी-20 वर्ल्ड कप खेल रही हैं. अभी हाल ही में पूजा महिला प्रीमियर लीग को लेकर सुर्खियों में फिर से आईं हैं. हरफनमौला खिलाड़ी पूजा को मुंबई की टीम ने एक करोड़ 90 लाख रुपये में अपनी टीम में शामिल किया है. पूजा के क्रिकेट की शुरुआत कैसे हुई, और कैसे इस मुकाम तक पहुंची, इसे जानने के लिए हमने बात की उनके शुरुआती कोच आशुतोष श्रीवास्तव से.
ऐसे शुरू हुई पूजा के क्रिकेट करियर की शुरुआतः पहले कहा जाता था 'पढ़ोगे लिखोगे तो बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे तो हो जाओगे खराब'.भले ही पहले ये कहावत खेलों को लेकर कही जाती थी. अब वर्तमान समय में यह कहावत बदल गई है.पूजा जैसी खिलाड़ियों ने भी इस कहावत को बदल दिया है. अब अपने खेल के दम पर पूजा ने दुनिया भर में अपनी एक अलग पहचान बना ली है. पूजा के क्रिकेट को लेकर उनके शुरुआती कोच, जिन्होंने पूजा को क्रिकेट का ककहरा सिखाया है, आशुतोष श्रीवास्तव से जब ईटीवी ने बात की तो उन्होंने बताया कि शुरुआत में क्रिकेट को लेकर शहडोल में बहुत कुछ नहीं था.
पूजा के लंबे सिक्सर देखकर प्रभावित हुए थे कोचः कोच के अनुसार उस समय शहडोल एक जिला ही था और यहां जिला मुख्यालय के स्टेडियम में सुबह क्रिकेट एकेडमी का सेशन चलता था. उस समय हमारी नजर पूजा पर पड़ी थी. हमने देखा कि एक लड़की टेनिस बॉल से खेल रही है और लंबे लंबे सिक्सर लगा रही है. उसके खेल को देखकर मैं काफी प्रभावित हुआ था. मैंने उसे बोला कि हमारे साथ खेलना चाहती हो लेकिन लड़कों के साथ में खेलना पड़ेगा. उसने कहा मैं खेलूंगी, मैंने बोला कि ठीक है कल से ज्वाइन करो तो बोली कि नहीं मैं आज ही ज्वाइन करूंगी. वह दिन था, और फिर उसके बाद पूजा कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा. शुरुआत में बीच में उसके घर में कुछ प्रॉब्लम आ गई थी तो एक महीने उसने गैप किया था. उसके बाद से फिर मुझे याद नहीं है कि पूजा ने फिर कभी एक दिन भी प्रैक्टिस मिस की हो. फिर वो रेगुलर यहां आई, रेगुलर प्रैक्टिस की और उसका परिणाम आप देखें ही रहें हैं कि आज वो कहां हैं.
ये सफलता पूजा की मेहनत का नतीजा है-कोचः पूजा इन दिनों विमेंस क्रिकेट टीम की रेगुलर खिलाड़ी हैं. वह तीनों फॉर्मेट की खिलाड़ी हैं, और विमेंस प्रीमियर लीग में भी उन्हें एक बड़ी सफलता मिली है. उसे लेकर उनके शुरुआती कोच आशुतोष श्रीवास्तव बताते हैं कि ये उनकी मेहनत है, लगन है कि आज जो यहां इस मुकाम तक पहुंची हैं.उसके लिए एक बड़ी उपलब्धि है और मुझे लगता है कहीं न कहीं ये हमारे लिए भी गौरव की बात है और शहडोल संभाग और मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के लिए भी यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है.
महिला प्रीमियर लीग क्रिकेटर्स के लिए बड़ा मंचः विमेंस प्रीमियर लीग शुरू हो रहा है. शहडोल संभाग की भी लड़कियां बहुत अच्छा क्रिकेट खेलती हैं. शहडोल का नाम भी लड़कियों के क्रिकेट की वजह से सुर्खियों में रहता है. विमेंस प्रीमियर लीग को यहां के लड़कियों के हिसाब कैसे देखते हैं? इस पर आशुतोष श्रीवास्तव ने कहा कि अपने संभाग में पूजा के जाने के बाद से गर्ल्स क्रिकेट का भविष्य बहुत अच्छा हुआ है. यहां क्रिकेट में बहुत सुधार हुआ है. यहां की कई लड़कियां मध्य प्रदेश की टीम में भी रेगुलर खेल भी रही हैं पूजा के साथ में, और विमेंस प्रीमियर लीग चालू हो जाने से अब यह हो गया है कि विमेंस क्रिकेट को काफी हाइप मिलेगी. जब लड़कियां भी बराबर से खेल रही हैं तो वो क्यों किसी से पीछे रह जाएं. भारतीय महिला टीम इन दिनों लगातार बेहतर खेल दिखा रही है.
टी-20 वर्ल्ड कप में पूजा से कैसी उम्मीदः वर्ल्ड कप में पूजा से किस तरह के प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं. उसका फॉर्म कैसा है, इसे लेकर कोच आशुतोष श्रीवास्तव बताते हैं कि पिछले कुछ समय से पूजा बहुत अच्छे फॉर्म में चल रही हैं. देखा जाए तो मैच दर मैच खिलाड़ी कहीं न कहीं निखर के ही आता है. वो चीजें पूजा में भी देखने को मिली है. जैसे अभी वो पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में गेंदबाजी कर रही थी, तो लय में नज़र आ रही थी. उसमें काफी आत्मविश्वास झलक रहा था. एक खिलाड़ी को रहता है कि मैं एक मैच खेलूंगी कहीं बाहर न हो जाऊं तो ऐसा अभी उसके साथ नहीं है और उसे पूर्ण विश्वास है कि उसे रेगुलर खेलना है. मुझे उम्मीद है कि ये वर्ल्ड कप उसके लिए बहुत अच्छा जाएगा.
पूरी तरह से फिट हैं पूजाः फिटनेस को लेकर पूजा वस्त्रकार बीच-बीच में परेशान रहती थीं, अब उनकी फिटनेस कैसी है? फिटनेस को लेकर कोच ने बताया कि शुरुआत में थोड़ी दिक्कत हुई थी, लेकिन गेंदबाजों के साथ ऐसी दिक्कत आती है. गेंदबाज बॉल डाल रहे हैं, रनिंग कर रहे हैं, जिम कर रहे हैं, तो कहीं न कहीं थोड़ी बहुत हो जाता है. बहरहाल वह कोई बड़ा इशू नहीं है. उससे अब वो बाहर निकल चुकी है, और इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करेगी, क्योंकि वो पूरी तरह से फिट है.
ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं पूजाः बता दें की पूजा वस्त्रकार एक ऑलराउंडर खिलाड़ी है जिनकी बल्लेबाजी भी शानदार है तो वहीं गेंदबाजी भी दमदार है. पूजा वस्त्रकार इन दिनों भारतीय टीम की परमानेंट खिलाड़ी हैं और क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम में अहम भूमिका निभाती हैं टी-20 के लिए पूजा वस्त्रकार एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं. पूजा को उसके हरफनमौला खेल की वजह से मुंबई की फ्रेंचाइजी ने इतनी बड़ी रकम में खरीदा है. क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप टी-20 में ऑलराउंडर खिलाड़ी मैच में अहम भूमिका निभाते हैं.
पूजा का क्रिकेट करियरः पूजा वस्त्रकार के इंटरनेशनल क्रिकेट करियर पर नजर डालें तो पूजा वस्त्रकार ने गेंदबाजी में दो टेस्ट मैच में 5 विकेट लिए हैं. 26 वनडे मैच में 20 विकेट हासिल किए हैं, और 43 टी-20 मैच में 28 विकेट निकाले हैं. वहीं बल्लेबाजी की बात करें तो दो टेस्ट मैच में इनके 37 रन है. 26 वनडे मैच खेल पूजा ने 463 रन बनाए हैं, और 43 टी-20 मैच में उसके 257 रन हैं, जिसमें 37 नाबाद इनका बेस्ट स्कोर है.
बिगबैश लीग भी खेलती हैं पूजाः पूजा वस्त्रकार को महिला प्रीमियर लीग में अपनी टीम में शामिल करने के लिए जहां फ्रेंचाइजी टीमों के बीच जबरदस्त टक्कर ऑक्शन में देखने को मिली और पूजा को मुंबई की टीम ने एक करोड़ 90 लाख रुपए में अपनी टीम में शामिल किया. पूजा वस्त्रकार एक ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं,और वह ऑस्ट्रेलिया में बिग बैश लीग भी ब्रिसबेन हीट टीम की ओर से खेलती हैं.