रायबरेली: पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के रास्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आगामी निकाय चुनाव 2023 और लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए हर जिले में अपने दौरे तेज कर दिए हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में जहां सपा ने बसपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, वहीं इस बार अखिलेश यादव बहुजन समाज पार्टी के वोट बैंक पर नजर गढ़ाए हुए हैं.
अखिलेश यादव सोमवार को रायबरेली के दौरे पर पहुंचे. वहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए जहां भाजपा की राज्य और केंद्र सरकार पर निशाना साधा वहीं बसपा के वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए सपा के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ एक नया काम किया. रायबरेली के चरुहार गांव में संचालित महाविद्यालय में उन्होंने कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण किया. इसके बाद वहीं पर जनसभा को भी संबोधित किया.
रायबरेली दौरे पर अखिलेश यादव ने मौजूदा ऊंचाहार के सपा विधायक मनोज पांडेय के विधानसभा क्षेत्र के जगतपुर में एक जनसभा को संबोधित कर केंद्र सरकार व राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा. इसके बाद वे गौरा विकासखंड के चरुहार गांव में संचालित महाविद्यालय पहुंचे और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ नवनिर्मित कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण किया. साथ ही एक जनसभा को संबोधित किया. यहां पर भी उन्होंने केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला.
वैसे, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मौजूदा राज्य सरकार पर निशाना साधने के लिए कोई भी मौका गंवाना नहीं चाहते हैं. वहीं बसपा के वोटरों को भी अब रिझाने की कोशिश में लग गए हैं. सोमवार को इसी कड़ी में उन्होंने रायबरेली के जगतपुर में आयोजित जनसभा में केंद्र व राज्य सरकार पर निशाना साधा और गौरा विकासखंड के चरुहार गांव में संचालित महाविद्यालय में नवनिर्मित कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण कर बसपा के वोटरों को अपने पाले में लाने का प्रयास भी किया. इस दौरान उनके साथ स्वामी प्रसाद मौर्य भी थे.