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यूक्रेन संकट पर UNSC की आपात बैठक, अमेरिका करेगा यूक्रेन की मदद; रूस का आक्रामक अभियान जारी - russia bombed ukraine

यूक्रेन की मानवीय स्थिति पर चर्चा करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (united nation security council) की आपातकालीन बैठक बुलाई गई है. बता दें कि, इस बैठक में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, अल्बानिया, आयरलैंड नॉर्वे शामिल होंगे. वहीं, संयुक्त राष्ट्र न्यायालय ने रूस से यूक्रेन में सैन्य अभियान बंद करने को कहा है. दूसरी तरफ अमेरिका यूक्रेन में और अधिक विमान भेदी प्रणाली, ड्रोन भेजने की बात कही है. वार्ता को लेकर उम्मीदों के बीच यूक्रेन पर रूस का आक्रामक अभियान जारी है.

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Published : Mar 17, 2022, 7:16 AM IST

Updated : Mar 17, 2022, 12:59 PM IST

कीव : रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध (russia ukraine war 22nd day) का आज 21वां दिन है. यूक्रेन के कीव में रूस द्वारा की जा रही गोलाबारी से शहर के पड़ोस में स्थित पोडिल में कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इन सबके बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस के खिलाफ यूक्रेन की लड़ाई में अमेरिकी संसद से और अधिक मदद की अपील है. इस पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि अमेरिका यूक्रेन को और अधिक देने जा रहा है. साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) को यूक्रेन पर आक्रमण को लेकर ‘युद्ध अपराधी’ बताया है. बता दें कि, यूक्रेन पर हमले के बाद से यह पुतिन और रूसी कार्रवाइयों की किसी अमेरिकी अधिकारी द्वारा अब तक की सबसे तीखी निंदा है. वहीं, पोप फ्रांसिस ने रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी ऑर्थोडॉक्स चर्च के प्रमुख के साथ एक वीडियो कॉल के दौरान धार्मिक उपदेशकों द्वारा राजनीति नहीं बल्कि शांति की सीख देने की जरूरत पर बल दिया.

इधर जंग के बीच राष्ट्रपति जो बाइडेन (american president joe biden) ने कहा कि रूस के खिलाफ अमेरिका यूक्रेन को उसकी रक्षा में सहायता के लिए और अधिक विमान-रोधी वाहन, हथियार और ड्रोन भेज रहा है. बाइडेन ने कहा, हम यूक्रेन को आगे आने वाले सभी कठिन दिनों में लड़ने और अपनी रक्षा करने के लिए हथियार देने जा रहे हैं. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Ukrainian President Volodymyr Zelensky) ने रूस के खिलाफ यूक्रेन की लड़ाई में अमेरिकी संसद से और अधिक मदद की अपील करते हुए पर्ल हार्बर और 11 सितंबर 2001 को हुए आतंकवादी हमलों का बुधवार को जिक्र किया. हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि उनके देश के ऊपर उड़ान वर्जित क्षेत्र की घोषणा संभव नहीं हो सकती है.

अमेरिकी संसद परिसर में सीधे प्रसारण वाले अपने संबोधन में जेलेंस्की ने कहा कि अमेरिका को रूसी सांसदों पर अवश्य ही प्रतिबंध लगा देना चाहिए और रूस से आयात रोक देना चाहिए. साथ ही, उन्होंने अपने देश में युद्ध से हुई तबाही और विनाश का एक मार्मिक वीडियो सांसदों से खचाखच भरे एक सभागार में दिखाया. जेलेंस्की के संबोधन के कुछ घंटों बाद बाइडेन ने कहा कि अमेरिका यूक्रेन को और अधिक देने जा रहा है. हालांकि, जेलेंस्की ने उड़ान वर्जित क्षेत्र की घोषणा करने पर जोर देने के बजाय रूसी हमला रोकने के लिए सैन्य मदद मांगी. उल्लेखनीय है कि व्हाइट हाउस ने उड़ान वर्जित क्षेत्र घोषित करने के जेलेंस्की के अनुरोध को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है.

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद यूक्रेन मुद्दे पर फिर करेगा चर्चा

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद छह पश्चिमी देशों के अनुरोध पर एक बार फिर बृहस्पतिवार को यूक्रेन के मुद्दे पर बैठक करेगी. इन देशों ने रूसी मानवीय प्रस्ताव पर अपेक्षित वोट से पहले यूक्रेन पर एक सत्र आयोजित करने की मांग की थी.ब्रिटेन के संयुक्त राष्ट्र मिशन ने ट्वीट किया, रूस युद्ध अपराधों को अंजाम दे रहा है और नागरिकों को निशाना बना रहा है.’’सत्र का अनुरोध करने वाले छह देशों में ब्रिटेन भी शामिल है. अन्य पांच देश अमेरिका, फ्रांस, आयरलैंड, नॉर्वे और अल्बानिया हैं.रूस ने मंगलवार को सुरक्षा परिषद के एक प्रस्तावित प्रस्ताव को वितरित किया, जो यूक्रेन में संवेदनशील परिस्थितियों में’’ नागरिकों की सुरक्षा के लिए, मानवीय सहायता के लिए और देश छोड़ना चाह रहे लोगों के लिए सुरक्षित मार्ग बनाने की मांग करेगा, लेकिन युद्ध का कोई जिक्र किए बिना.मसौदा प्रस्ताव में सभी नागरिकों को वहां से जल्दी निकालने के लिए ‘‘सभी संबंधित पक्षों’’ को राजी करने के महत्व पर जोर दिया जाएगा, हालांकि ये पक्ष कौन हैं इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गई.प्रस्ताव पर शुक्रवार को परिषद में मतदान होने की उम्मीद है.संयुक्त राष्ट्र में रूस के उप राजदूत दमित्री पोलांस्की ने बृहस्पतिवार को एक ट्वीट में ब्रिटेन को कोई ऐसा उदाहरण देने को कहा, जहां संयुक्त राष्ट्र के मानवीय प्रस्तावों में कभी आक्रामकता या ‘‘आक्रमण’’ का हवाला दिया गया हो.वार्ता को लेकर उम्मीदों के बीच यूक्रेन पर

रूस का आक्रामक अभियान जारी

रूसी सेना ने मारियुपोल में बुधवार को एक थिएटर को ध्वस्त कर दिया, जहां सैकड़ों लोगों ने शरण ले रखी थी और अन्य शहरों पर भी बमबारी की. यूक्रेन के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. हालांकि, दोनों पक्षों ने युद्ध खत्म करने के लिए बातचीत के प्रयासों को लेकर आशावादी रुख दिखाया है.

यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि हवाई हमले से एक शानदार इमारत का केंद्र नष्ट हो गया है जहां लड़ाई में अपने घरों के ध्वस्त होने के बाद से सैकड़ों नागरिक रह रहे थे. कई लोग मलबे में दब गए. हालांकि ,अभी यह नहीं पता चला है कि कितने लोग हताहत हुए हैं.

पढ़ें : रूसी सेना का आक्रमण जारी, आज फिर होगी बातचीत; भारत ने कहा- शत्रुता समाप्त करें यूक्रेन और रूस

बता दें कि रूस जहां पर गोलीबारी कर रहा है, वह स्थान सिटी सेंटर के उत्तर में स्थित है और तथाकथित सरकारी भवन से ढाई किलोमीटर दूर है जहां राष्ट्रपति भवन, कार्यालय और अन्य महत्वपूर्ण कार्यालय स्थित हैं. इस बीच संयुक्त राष्ट्र की सर्वोच्च अदालत ने बुधवार को रूस को यूक्रेन में युद्ध रोकने का आदेश दिया. हालांकि कई लोगों को संदेह है कि रूस इसका पालन करेगा. दो सप्ताह पहले यूक्रेन ने इस अंतरराष्ट्रीय न्यायालय से हस्तक्षेप का अनुरोध किया था और दलील दी थी कि रूस ने उस पर नरसंहार का झूठा आरोप लगाकर 1948 की नरसंहार संधि का उल्लंघन किया एवं उसकी (नरसंहार के आरोप की) आड़ में उस पर हमला कर दिया. अदालत के अध्यक्ष अमेरिकी न्यायाधीश जोन ई डोनोगुई ने कहा, रूसी संघ ने 24 फरवरी, 2022 को जो सैन्य अभियान शुरू किया था, उसे वह तत्काल बंद करे. जो देश इस अदालत के आदेश को मानने से मना कर देते हैं ,उनका मामला संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भेजा जाता है जहां रूस को वीटो का अधिकार प्राप्त है.

कीव : रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध (russia ukraine war 22nd day) का आज 21वां दिन है. यूक्रेन के कीव में रूस द्वारा की जा रही गोलाबारी से शहर के पड़ोस में स्थित पोडिल में कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इन सबके बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस के खिलाफ यूक्रेन की लड़ाई में अमेरिकी संसद से और अधिक मदद की अपील है. इस पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि अमेरिका यूक्रेन को और अधिक देने जा रहा है. साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) को यूक्रेन पर आक्रमण को लेकर ‘युद्ध अपराधी’ बताया है. बता दें कि, यूक्रेन पर हमले के बाद से यह पुतिन और रूसी कार्रवाइयों की किसी अमेरिकी अधिकारी द्वारा अब तक की सबसे तीखी निंदा है. वहीं, पोप फ्रांसिस ने रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी ऑर्थोडॉक्स चर्च के प्रमुख के साथ एक वीडियो कॉल के दौरान धार्मिक उपदेशकों द्वारा राजनीति नहीं बल्कि शांति की सीख देने की जरूरत पर बल दिया.

इधर जंग के बीच राष्ट्रपति जो बाइडेन (american president joe biden) ने कहा कि रूस के खिलाफ अमेरिका यूक्रेन को उसकी रक्षा में सहायता के लिए और अधिक विमान-रोधी वाहन, हथियार और ड्रोन भेज रहा है. बाइडेन ने कहा, हम यूक्रेन को आगे आने वाले सभी कठिन दिनों में लड़ने और अपनी रक्षा करने के लिए हथियार देने जा रहे हैं. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Ukrainian President Volodymyr Zelensky) ने रूस के खिलाफ यूक्रेन की लड़ाई में अमेरिकी संसद से और अधिक मदद की अपील करते हुए पर्ल हार्बर और 11 सितंबर 2001 को हुए आतंकवादी हमलों का बुधवार को जिक्र किया. हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि उनके देश के ऊपर उड़ान वर्जित क्षेत्र की घोषणा संभव नहीं हो सकती है.

अमेरिकी संसद परिसर में सीधे प्रसारण वाले अपने संबोधन में जेलेंस्की ने कहा कि अमेरिका को रूसी सांसदों पर अवश्य ही प्रतिबंध लगा देना चाहिए और रूस से आयात रोक देना चाहिए. साथ ही, उन्होंने अपने देश में युद्ध से हुई तबाही और विनाश का एक मार्मिक वीडियो सांसदों से खचाखच भरे एक सभागार में दिखाया. जेलेंस्की के संबोधन के कुछ घंटों बाद बाइडेन ने कहा कि अमेरिका यूक्रेन को और अधिक देने जा रहा है. हालांकि, जेलेंस्की ने उड़ान वर्जित क्षेत्र की घोषणा करने पर जोर देने के बजाय रूसी हमला रोकने के लिए सैन्य मदद मांगी. उल्लेखनीय है कि व्हाइट हाउस ने उड़ान वर्जित क्षेत्र घोषित करने के जेलेंस्की के अनुरोध को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है.

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद यूक्रेन मुद्दे पर फिर करेगा चर्चा

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद छह पश्चिमी देशों के अनुरोध पर एक बार फिर बृहस्पतिवार को यूक्रेन के मुद्दे पर बैठक करेगी. इन देशों ने रूसी मानवीय प्रस्ताव पर अपेक्षित वोट से पहले यूक्रेन पर एक सत्र आयोजित करने की मांग की थी.ब्रिटेन के संयुक्त राष्ट्र मिशन ने ट्वीट किया, रूस युद्ध अपराधों को अंजाम दे रहा है और नागरिकों को निशाना बना रहा है.’’सत्र का अनुरोध करने वाले छह देशों में ब्रिटेन भी शामिल है. अन्य पांच देश अमेरिका, फ्रांस, आयरलैंड, नॉर्वे और अल्बानिया हैं.रूस ने मंगलवार को सुरक्षा परिषद के एक प्रस्तावित प्रस्ताव को वितरित किया, जो यूक्रेन में संवेदनशील परिस्थितियों में’’ नागरिकों की सुरक्षा के लिए, मानवीय सहायता के लिए और देश छोड़ना चाह रहे लोगों के लिए सुरक्षित मार्ग बनाने की मांग करेगा, लेकिन युद्ध का कोई जिक्र किए बिना.मसौदा प्रस्ताव में सभी नागरिकों को वहां से जल्दी निकालने के लिए ‘‘सभी संबंधित पक्षों’’ को राजी करने के महत्व पर जोर दिया जाएगा, हालांकि ये पक्ष कौन हैं इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गई.प्रस्ताव पर शुक्रवार को परिषद में मतदान होने की उम्मीद है.संयुक्त राष्ट्र में रूस के उप राजदूत दमित्री पोलांस्की ने बृहस्पतिवार को एक ट्वीट में ब्रिटेन को कोई ऐसा उदाहरण देने को कहा, जहां संयुक्त राष्ट्र के मानवीय प्रस्तावों में कभी आक्रामकता या ‘‘आक्रमण’’ का हवाला दिया गया हो.वार्ता को लेकर उम्मीदों के बीच यूक्रेन पर

रूस का आक्रामक अभियान जारी

रूसी सेना ने मारियुपोल में बुधवार को एक थिएटर को ध्वस्त कर दिया, जहां सैकड़ों लोगों ने शरण ले रखी थी और अन्य शहरों पर भी बमबारी की. यूक्रेन के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. हालांकि, दोनों पक्षों ने युद्ध खत्म करने के लिए बातचीत के प्रयासों को लेकर आशावादी रुख दिखाया है.

यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि हवाई हमले से एक शानदार इमारत का केंद्र नष्ट हो गया है जहां लड़ाई में अपने घरों के ध्वस्त होने के बाद से सैकड़ों नागरिक रह रहे थे. कई लोग मलबे में दब गए. हालांकि ,अभी यह नहीं पता चला है कि कितने लोग हताहत हुए हैं.

पढ़ें : रूसी सेना का आक्रमण जारी, आज फिर होगी बातचीत; भारत ने कहा- शत्रुता समाप्त करें यूक्रेन और रूस

बता दें कि रूस जहां पर गोलीबारी कर रहा है, वह स्थान सिटी सेंटर के उत्तर में स्थित है और तथाकथित सरकारी भवन से ढाई किलोमीटर दूर है जहां राष्ट्रपति भवन, कार्यालय और अन्य महत्वपूर्ण कार्यालय स्थित हैं. इस बीच संयुक्त राष्ट्र की सर्वोच्च अदालत ने बुधवार को रूस को यूक्रेन में युद्ध रोकने का आदेश दिया. हालांकि कई लोगों को संदेह है कि रूस इसका पालन करेगा. दो सप्ताह पहले यूक्रेन ने इस अंतरराष्ट्रीय न्यायालय से हस्तक्षेप का अनुरोध किया था और दलील दी थी कि रूस ने उस पर नरसंहार का झूठा आरोप लगाकर 1948 की नरसंहार संधि का उल्लंघन किया एवं उसकी (नरसंहार के आरोप की) आड़ में उस पर हमला कर दिया. अदालत के अध्यक्ष अमेरिकी न्यायाधीश जोन ई डोनोगुई ने कहा, रूसी संघ ने 24 फरवरी, 2022 को जो सैन्य अभियान शुरू किया था, उसे वह तत्काल बंद करे. जो देश इस अदालत के आदेश को मानने से मना कर देते हैं ,उनका मामला संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भेजा जाता है जहां रूस को वीटो का अधिकार प्राप्त है.

Last Updated : Mar 17, 2022, 12:59 PM IST
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