नई दिल्ली: 12 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान में कोवोवैक्स (Serum Institutes Kovovax) को शामिल करने की सिफारिश की गई है. भारत के औषधि नियामक ने कोवोवैक्स को 28 दिसंबर को वयस्कों में आपात स्थितियों में सीमित उपयोग के लिए और 9 मार्च को 12-17 आयु वर्ग के लिए कुछ शर्तों के अधीन इस्तेमाल की मंजूरी दी थी.
सूत्रों ने कहा कि कोविड-19 कार्यकारी समूह ने अब एनटीएजीआई की स्थायी तकनीकी उप-समिति से सिफारिश की है कि कोवोवैक्स को 12 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल किया जाए. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखकर कोवोवैक्स को टीकाकरण अभियान में शामिल करने का अनुरोध किया था.
सूत्रों में से एक ने कहा कि एनटीएजीआई के कोविड-19 कार्यकारी समूह की एक बैठक एक अप्रैल को हुई थी, जिस दौरान कोवोवैक्स के आंकड़े की समीक्षा की गई थी. जिसके बाद यह सिफारिश की गई थी कि टीके को राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल किया जा सकता है ताकि 12 साल की उम्र और उससे अधिक आयु के लोगों को टीका लगाया जा सके. सिंह ने कहा था कि पुणे स्थित कंपनी एसएसआई 900 रुपये और जीएसटी के हिसाब से निजी अस्पतालों को कोवोवैक्स टीके की खुराक प्रदान करना चाहती है और केंद्र को भी टीकों की आपूर्ति करने के लिए निर्देशों का इंतजार कर रही है.
भारत ने 16 मार्च से 12-14 वर्ष की आयु के बच्चों का टीकाकरण शुरू किया था. बायोलॉजिकल ई के कॉर्बेवैक्स का उपयोग उन्हें टीका लगाने के लिए किया जा रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण को लिखे एक पत्र में सिंह ने कहा कि निजी कंपनियां, शैक्षणिक संस्थान, सामाजिक संगठन, केंद्र सरकार के संगठन और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम अपने कर्मचारियों, परिवारों और बच्चों को टीका लगाने के लिए कोवोवैक्स के लिए अनुरोध कर रहे है.
यह भी पढ़ें- कर्नाटक में अब 'हलाल बनाम झटका' पर ठनी
एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि सिंह ने पत्र में लिखा है कि हमारे सीईओ अदार सी पूनावाला के दूरदर्शी नेतृत्व में हमने एक और विश्व स्तरीय कोविड-19 टीके कोवोवैक्स को विकसित, निर्मित किया और 28 दिसंबर को 18 साल और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए अपने राष्ट्रीय नियामक प्राधिकरण से आपातकालीन उपयोग अनुमति प्राप्त की और 9 मार्च 2022 को 12 से 17 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों के लिए अनुमति हासिल की.
(पीटीआई-भाषा)