अयोध्या : रामनगरी अयोध्या इन दोनों उत्साह और उल्लास का माहौल है. वजह है रामलला के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का होने वाला कार्यक्रम. नवनिर्मित राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला विराजमान हो जाएंगे. इसके लिए 16 से 22 जनवरी तक भव्य उत्सव की तैयारी की जा रही है. कोशिश हो रही है कि इससे पहले मंदिर निर्माण का ज्यादा से ज्यादा काम पूरा कर लिया जाए. कार्यदाई संस्था लार्सन एंड टूब्रो नवम्बर में परकोटे के मुख्य द्वार का कार्य पूरा लेगी. इसके साथ ही भूतल का निर्माण भी 15 दिसम्बर तक पूरा कर लेने की योजना है. बीते दिनों भवन निर्माण समिति की हुई बैठक में 45 दिन में प्राण-प्रतिष्ठा के मद्देनजर सभी कार्यों को पूरा करने निर्देश निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने दिया है.
बनकर तैयार हुआ नृत्य मंडप, ग्राउंड फ्लोर पर तेजी से हो रहा काम
आगामी 22 जनवरी को प्रस्तावित प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव से पहले अधिक से अधिक काम पूरा करने का दबाव कार्यदाई संस्था लार्सन एंड टूब्रो पर है. कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर विनोद मेहता ने बताया कि ग्राउंड फ्लोर का कार्य अभी अंतिम चरण में है. दिसंबर में यह कंप्लीट हो जाएगा. बताया कि भूतल पर स्टोन वर्क हो चुका है. अभी खम्भों पर मूर्ति वर्क किया जा रहा है. यह भी दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा. इसके बाद एक भव्य और दिव्य मंदिर का स्वरूप सामने आएगा. मंदिर में पांच मंडप बनाए जाने हैं. जिसमें दिसंबर तक रंग मंडप का कार्य भी पूरा कर लिया जाएगा. इसके पहले नृत्य मंडप का काम पूरा हो चुका है.
पीली रोशनी में अलौकिक आभा से दमकेगा राम मंदिर
एलएंडटी के प्रोजेक्ट मैनेजर विनोद मेहता बताते हैं कि मंदिर की भव्यता के लिए लाइटिंग का काम भी किया जा रहा है. दो प्रकार की लाइट लग रही है. छत में कोप लाइट और दूसरी फ्लोर के अंदर वॉलवास लाइट. वॉलवास लाइट से खम्भों पर उकेरी गईं मूर्तियां सीधी रोशनी पड़ने से उभर कर सामने आएंगी. इंजीनियर बताते हैं कि पूरे मंदिर की लाइट हल्के पीले रंग की होगी. इसके लिए मंदिर की छत में अलग-अलग कोने पर लाइटिंग का काम पूरा हो चुका है और अब फर्श पर लाइट लगाने का कार्य भी जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा.