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लखीमपुर खीरी हिंसा की बरसी पर बोले राकेश टिकैत, किसानों के लिए न्याय की लड़ाई जारी रहेगी

लखीमपुर खीरी हिंसा की पहली बरसी पर कौड़ियाला घाट पर श्रद्धांजलि का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों के लिए न्याय की लड़ाई जारी रहेगी.

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लखीमपुर खीरी हिंसा कांड की बरसी आज,
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Published : Oct 3, 2022, 8:07 AM IST

Updated : Oct 3, 2022, 5:23 PM IST

लखीमपुर खीरी: संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से सोमवार 3 अक्टूबर को तिकुनिया कांड में मारे गए किसानों की याद में बरसी मनाई गई. इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत रविवार की रात को ही पहुंच गए थे. कौड़ियाला घाट पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में राकेश टिकैत ने ऐलान किया कि किसानों के लिए न्याय की लड़ाई जारी रहेगी. टिकैत ने कहा कि पिछले साल हुई घटना दर्दनाक घटना थी. किसानों पर थार चढ़ाई गई, इसके बावजदू मंत्री आज भी अपने पद पर बना हुआ है. इसलिए किसानों को न्याय मिलने में देरी हो रही है. उन्होंने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी की मांग और कहा कि किसानों को न्याय दिलाने की लड़ाई संयुक्त किसान मोर्चा तन-मन-धन से लड़ता रहेगा.

लखीमपुर में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत

राकेश टिकैत ने कहा कि सभी लोग शांति से अपना अपना काम करते रहें और यह लड़ाई जारी रखें. संयुक्त किसान मोर्चा हर तरीके से किसानों के साथ में है और न्याय की लड़ाई लखीमपुर से लेकर दिल्ली तक सुप्रीम कोर्ट में भी लड़ी जाएगी. तिकुनिया के पास स्थित कौड़ियाला घाट गुरुद्वारा में हजारों की तादाद में संगत पहुंची चार किसानों और एक पत्रकार की फोटो पर आई संगत ने पुष्पांजलि दी. इस दौरान समाजवादी पार्टी का डेलिगेशन भी कौड़ियाला घाट गुरुद्वारा पहुंचा और किसानों को श्रद्धांजलि दी.

इससे पहले पत्रकारों से बात करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि, दो अक्टूबर शांति का सप्ताह चल रहा है. इसमे क्रांति हो तो बात बनें. हम केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हैं. लखीमपुर खीरी हिंसा कांड की बरसी को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि, वो न्याय चाहते हैं. तिकुनिया कांड में सिर्फ चार किसानों और एक पत्रकार की हत्या नहीं हुई. बल्कि, इसके बाद उपजी हिंसा में तीन और लोग भी मारे गए. अजय मिश्रा टेनी आठ लोगों की हत्या के दोषी हैं, इसलिए दोषियों को सजा होनी चाहिए.

गौरतलब है कि तिकुनिया कांड 3 अक्टूबर 2021 को ही हुआ था. इसमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे पर चार किसानों और एक पत्रकार की कार से कुचलकर हत्या का आरोप है. वहीं, भीड़ ने भी तीन भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी थी. इस मामले में चार किसान आज भी जेल में बंद है. वहीं, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा उनके साथी अंकित दास समेत 13 आरोपी कार चढ़ाकर किसानों की हत्या के आरोप में जिला जेल में बंद है.

यह भी पढ़े-लखीमपुर खीरी की घटना के दोषियों को फांसी और पीड़ित परिवार को एक करोड़ मुआवजे की मांग

लखीमपुर खीरी: संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से सोमवार 3 अक्टूबर को तिकुनिया कांड में मारे गए किसानों की याद में बरसी मनाई गई. इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत रविवार की रात को ही पहुंच गए थे. कौड़ियाला घाट पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में राकेश टिकैत ने ऐलान किया कि किसानों के लिए न्याय की लड़ाई जारी रहेगी. टिकैत ने कहा कि पिछले साल हुई घटना दर्दनाक घटना थी. किसानों पर थार चढ़ाई गई, इसके बावजदू मंत्री आज भी अपने पद पर बना हुआ है. इसलिए किसानों को न्याय मिलने में देरी हो रही है. उन्होंने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी की मांग और कहा कि किसानों को न्याय दिलाने की लड़ाई संयुक्त किसान मोर्चा तन-मन-धन से लड़ता रहेगा.

लखीमपुर में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत

राकेश टिकैत ने कहा कि सभी लोग शांति से अपना अपना काम करते रहें और यह लड़ाई जारी रखें. संयुक्त किसान मोर्चा हर तरीके से किसानों के साथ में है और न्याय की लड़ाई लखीमपुर से लेकर दिल्ली तक सुप्रीम कोर्ट में भी लड़ी जाएगी. तिकुनिया के पास स्थित कौड़ियाला घाट गुरुद्वारा में हजारों की तादाद में संगत पहुंची चार किसानों और एक पत्रकार की फोटो पर आई संगत ने पुष्पांजलि दी. इस दौरान समाजवादी पार्टी का डेलिगेशन भी कौड़ियाला घाट गुरुद्वारा पहुंचा और किसानों को श्रद्धांजलि दी.

इससे पहले पत्रकारों से बात करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि, दो अक्टूबर शांति का सप्ताह चल रहा है. इसमे क्रांति हो तो बात बनें. हम केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हैं. लखीमपुर खीरी हिंसा कांड की बरसी को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि, वो न्याय चाहते हैं. तिकुनिया कांड में सिर्फ चार किसानों और एक पत्रकार की हत्या नहीं हुई. बल्कि, इसके बाद उपजी हिंसा में तीन और लोग भी मारे गए. अजय मिश्रा टेनी आठ लोगों की हत्या के दोषी हैं, इसलिए दोषियों को सजा होनी चाहिए.

गौरतलब है कि तिकुनिया कांड 3 अक्टूबर 2021 को ही हुआ था. इसमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे पर चार किसानों और एक पत्रकार की कार से कुचलकर हत्या का आरोप है. वहीं, भीड़ ने भी तीन भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी थी. इस मामले में चार किसान आज भी जेल में बंद है. वहीं, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा उनके साथी अंकित दास समेत 13 आरोपी कार चढ़ाकर किसानों की हत्या के आरोप में जिला जेल में बंद है.

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Last Updated : Oct 3, 2022, 5:23 PM IST
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